गीदड़ भभकी मुहावरे का अर्थ (Geedar Bhabki Muhavare Ka Arth) कोरी धमकी होता है। यह मुहावरा उन लोगों पर लागू होता है जो लोग बिना बात के धमकियाँ देते हैं, लेकिन वास्तव में वे कुछ करने की स्थिति में नहीं होते, तो वहां पर गीदड़ भभकी मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लाॅग में गीदड़ भभकी मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है, उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
गीदड़ भभकी मुहावरे का अर्थ क्या है?
गीदड़ भभकी का अर्थ (Geedar Bhabki Muhavare Ka Arth) होता है कोरी धमकी।
गीदड़ भभकी मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
गीदड़ भभकी मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित हैं –
- रोहन के दोस्त उसकी असलियत से अच्छी तरह से वाकिफ हैं, इसलिए वे उसकी गीदड़ भभकी से कभी नहीं डरते हैं।
- साक्षी हमेशा गीदड़ भभकी देती रहती है, लेकिन कभी भी कोई ठोस कदम नहीं उठाती है।
- रमेश की गीदड़ भभकी से सब परेशान हैं, लेकिन किसी ने भी उसे गंभीरता से नहीं लिया।
- अदालत में तुम्हारी गीदड़-भभकी नहीं चल सकती।
- सुरेश अपने मकान मालिक को हमेशा कमरा खली करने की गीदड़ भभकी देता है और वह उससे कुछ नहीं कह पता।
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आशा है कि गीदड़ भभकी मुहावरे का अर्थ (Geedar Bhabki Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।