बाज न आना मुहावरे का अर्थ (Baaj Na Aana Muhavare Ka Arth) अपनी गलतियों से सबक न लेना होता है। जब कोई व्यक्ति बार-बार एक ही गलती करता है या एक ही गलत व्यवहार को दोहराता है, तो वहां पर बाज न आना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लाॅग में बाज न आना मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है, उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
बाज न आना मुहावरे का अर्थ क्या है?
बाज न आना का अर्थ (Baaj Na Aana Muhavare Ka Arth) होता है अपनी गलतियों से सबक न लेना।
बाज न आना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
बाज न आना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित हैं –
- साक्षी बार-बार झूठ बोलती रहती है और अपने पिता के समझाने के बाद भी वह बाज नहीं आई।
- रोहन को समझाने के बाद भी वह अपनी गलतियों से बाज नहीं आया।
- सुरेश के अपनी आदतों से बाज न आने के कारण कई बार उसे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
- मुकेश अपने घर में कई बार चोरी कर चुका है और अपने घर वालों के समझाने पर भी बाज नहीं आता है।
- किरन कभी भी अपनी गलतियों से बाज नहीं आती, उसे जो काम करने के लिए मना किया जाए वह वही काम करती है।
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आशा है कि बाज न आना मुहावरे का अर्थ (Baaj Na Aana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।