2021 में ऑस्ट्रेलियाई स्टूडेंट्स के सिलेबस में तमिल, हिंदी और कोरियन जैसी भाषाओं को शामिल करने के बाद ऑस्ट्रेलिया सरकार द्वारा पब्लिक स्कूल्ज में पंजाबी भाषा को भी शामिल किया जा रहा है। वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में पंजाबी भाषा को शामिल करने के कारणों में एक कारण यह भी है कि पंजाबी, ऑस्ट्रेलिया में सबसे तेज़ी से ग्रो करने वाली भाषा बन गयी है।
यह बदलाव 2021 के बाद ही देखने को मिले हैं। पंजाबी भाषा का इस्तमाल करने वाले लोगो की संख्या पर ध्यान दें तो 239,000 से ज़्यादा लोग अपने घरों में पंजाबी भाषा का इस्तमाल करते हैं। यह जानकारी SBS Punjabi की रिपोर्ट द्वारा ली गई है।
हालांकि प्री प्राइमरी से 12वीं के बच्चो का सिलेबस इस साल डेवेलप किया जाएगा। इस भाषा को करिकुलम में शामिल करने का फैसला 2021 में तमिल, हिंदी और कोरियन को करिकुलम का हिस्सा बनाने के बाद लिया गया। SBS Punjabi की रिपोर्ट अनुसार ऐसी उम्मीद है कि स्टूडेंट्स 2024 से 11 कोर्सेज लेने में सक्षम होंगे।
साथ ही 2025 से पहली ऑस्ट्रेलियन टेरटियरी एडमिशन रैंक (ATAR) कोर्स के एग्ज़ामिनेशन भी सेट किए जाएंगे। जबकि स्कूल्ज 2024 से प्री-प्राइमरी से लेकर 10वीं तक के करिकुलम की शुरुआत कर चुके होंगे।
दिसंबर में एजुकेशन मिनिस्टर स्यु एलेरी ने SBS को बताया कि पंजाबी भाषा को वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया में प्री प्राइमरी से लेकर बारहवीं तक करिकुलम में ऑप्शन की तरह रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में 190 से भी ज़्यादा भाषाएं बोली जाती हैं और यह फैसला भाषाओं के मामले में लिंगविस्टिक डाइवर्सिटी स्ट्रेंग्थ प्रोवाइड करेगा जिसके काफी सोशल, कल्चरल और इकोनॉमिक बेनिफिट्स देखने को मिलेंगे।
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