जानिए भारत की उन्नति में क्या था एपीजे अब्दुल कलाम का योगदान?

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एपीजे अब्दुल कलाम का योगदान

भारत रत्न ए पी जे अब्दुल कलाम आज भी अपने सर्वश्रेष्ठ कार्यों के लिए जाने जाते हैं, इसरो से शुरू हुए उनके सफ़र ने भारत का सर्वोच्च संवैधानिक पद राष्ट्रपति पद पाया। उन्होंने अपनी पूरी जीवन यात्रा में ऐसे अनेकों कार्य किये, जिन्होंने भारत का मस्तक गर्व से ऊँचा किया। भारत की उन्नति में उनका योगदान अविस्मरणीय है, अपनी अंतिम सांस तक कर्म को सर्वोपरि रखने वाले डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने सदैव लोगों को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरित किया। इस पोस्ट के माध्यम से आपको भारत की उन्नति में क्या था एपीजे अब्दुल कलाम का योगदान, के बारे में संक्षिप्त में जानकारी प्राप्त होगी।

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एपीजे अब्दुल कलाम का योगदान

एपीजे अब्दुल कलाम भारत के उन महान वैज्ञानिकों की श्रेणी में आते हैं, जिनका उद्देश्य राष्ट्रहित सर्वोपरि रहा। इनके इसी महान उद्देश्य ने भारत को आत्मनिर्भर बनकर सशक्त रहने का संकल्प दिया था। एपीजे अब्दुल कलाम का योगदान निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से आसानी से समझा जा सकता हैं;

  • एपीजे अब्दुल कलाम ने शिक्षा के क्षेत्र में अपना अहम योगदान दिया, जहाँ उन्होंने शिक्षा के महत्व पर भी अधिक जोर दिया था।
  • एपीजे अब्दुल कलाम बचपन से ही पढ़ने में एक मेधावी छात्र थे, जिस कारण वह अपने शिक्षकों के भी प्रिय थे। वह शिक्षा का महत्व भलीभांति जानते थे, उनका मानना था कि मुनष्य की समृद्धि और विकास का मूल शिक्षा में ही है।
  • एपीजे अब्दुल कलाम ने जीवनभर भारत में प्रारंभिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, ग्रामीण शिक्षा और विकलांग बच्चों की शिक्षा के लिए वकालत की।
  • भारत को विकास पथ पर ले जाने के लिए उन्होंने साइंस एंड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रूचि रखने वाले युवाओं को प्रोत्साहित किया था।
  • डॉ. कलाम ने भारत के पहले स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान “एसएलवी-3” के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  • वर्ष 1998 में दूसरे परमाणु परीक्षण में डॉ. कलाम ने महत्वपूर्ण तकनीकी और राजनीतिक भूमिका निभाई।
  • वर्ष 2012 में एपीजे अब्दुल कलाम ने डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने ‘डॉ. सोमा राजू’ के साथ मिलकर ‘कलाम-राजू टैबलेट’ नामक छोटा लैपटॉप तैयार किया था, जो ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा के लिए तैयार किया गया था।
  • डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट प्रोजेक्ट में भी अपना योगदान दिया था, वह लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट उड़ाने वाले पहले भारतीय “राष्ट्राध्यक्ष” भी थे।

ए पी जे अब्दुल कलाम के अनमोल विचार

नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से आप एपीजे अब्दुल कलाम के अनमोल विचारों को भी पढ़ सकते हैं, जो आपको हमेशा प्रेरित करेंगे।

  • इससे पहले कि सपने सच हों आपको सपने देखने होंगे।
  • अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूरज की तरह जलना सीखो।
  • विज्ञान मानवता के लिए एक खूबसूरत तोहफा है, हमें इसे बिगाड़ना नहीं चाहिए।
  • सपने वो नहीं है जो आप नींद में देखे, सपने वो है जो आपको नींद ही न आने दे।
  • हमें हार नहीं माननी चाहिए और हमें समस्याओं को खुद को हराने नहीं देना चाहिए।
  • मैं इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार था कि मैं कुछ चीजें नहीं बदल सकता।
  • अपने मिशन में कामयाब होने के लिए, आपको अपने लक्ष्य के प्रति एकचित्त निष्ठावान होना पड़ेगा।
  • इंसान को कठिनाइयों की आवश्यकता होती है, क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये ज़रूरी हैं।
  • शिखर तक पहुँचने के लिए ताकत की जरूरत होती है, चाहे वो माउंट एवरेस्ट का शिखर हो या आपके पेशे का।
  • महान सपने देखने वालों के महान सपने हमेशा पूरे होते हैं।

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FAQs 

एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम क्या था?

एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम “अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम” था।

एपीजे अब्दुल कलाम के पिता का नाम क्या था?

एपीजे अब्दुल कलाम के पिता का नाम “जैनुलाब्दीन” था।

एपीजे अब्दुल कलाम भारत के कौन से राष्ट्रपति बने?

एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत के ग्यारहवें राष्ट्रपति के रूप में अपनी सेवाएं दी।

आशा है कि आप Abdul Kalam ki Atmakatha के माध्यम से डॉक्टर अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन क्यों कहा जाता है, के बारे में जानकारी प्राप्त कर पाए होंगे। इसी तरह के अन्य जनरल नॉलेज के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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