AICTE ने तय किया लक्ष्य, सेमी-कंडक्टर में UG कोर्सेज शुरू करने के लिए इंस्टिट्यूट्स को दी मंजूरी

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Delhi teachers university ne maange MA educational study ke liye awedan

ऑल इंडिया काउंसिल फाॅर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) ने पहली बार VLSI (सेमी-कंडक्टर) डिजाइन, लॉजिस्टिक्स और एडवांस कम्युनिकेशन टेक्नोलाॅजी में ग्रेजुएशन प्रोग्राम शुरू करने के लिए 80 इंस्टिट्यूट्स को मंजूरी दी है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, काउंसिल ने देश में 89 इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। ऑफिसर्स ने कहा कि 3 नए UG कोर्सेज शुरू करने की यह पहली ऐसी है जिसमें कई कोर्सेज इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के तहत आते हैं और इन्हें लाॅंन्च करने के लिए जिन संस्थानों को मंजूरी दी गई है।

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सरकार द्वारा 2 कोर्सेज की लॉन्चिंग की घोषणा पहली बार फरवरी में की गई थी और अब कॉलेज इन मुख्य इलेक्ट्रॉनिक्स सब्जेक्ट्स में डिग्री प्रोग्राम लाॅन्च करेंगे। सरकार पहले ही देश में बड़े पैमाने पर सेमी-कंडक्टर इंडस्ट्रीज़ को विकसित करने पर जोर दे चुकी है, जिसके लिए ह्यूमन रिसोर्सेज डेवलप करने की आवश्यकता है।

इलेक्ट्रॉनिक्स, IT और कम्युनिकेशन मिनिस्ट्री की मदद से हमने इन कोर्सेज के लिए सिलेबस तैयार किया है। साथ ही हम फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के माध्यम से इन कोर्सेज को पढ़ाने के लिए ह्यूमन रिसोर्सेज तैयार कर रहे हैं।

10 वर्षों में 85,000 सेमी-कंडक्टर प्रोफेशनल्स को डेवलप करने के लक्ष्य

काउंसिल ने नए कोर्सेज के लिए डिपार्टमेंट डेवलप करने में मदद करने के लिए 2 फर्मों के साथ पार्टनरशिप की है जो जो चिप डिजाइन के मामले में देश की सबसे बड़ी फर्म हैं। केंद्र सरकार ने अगले 10 वर्षों में 85,000 सेमी-कंडक्टर प्रोफेशनल्स को डेवलप करने के लक्ष्य को लेकर 2021 में ‘सेमीकॉन इंडिया’ कार्यक्रम शुरू किया है।

क्या है AICTE?

ऑल इंडिया काउंसिल फाॅर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) की  स्थापना 1945 में एक एडवाइजरी बॉडी के रूप में की गई थी और बाद में 1987 में संसद के एक अधिनियम द्वारा इसे संविधिक दर्जा दिया गया। AICTE नए तकनीकी संस्थान शुरू करने, नए कोर्सेज शुरू करने और तकनीकी संस्थानों में प्रवेश क्षमता में बदलाव के लिए मंजूरी देता है।

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