विटामिन्स ऐसे कार्बनिक यौगिक है जो कि चाहे कम मात्रा में ही सही परन्तु हमारे शरीर के उचित कामकाज के लिए बहुत ही आवश्यक हैं। यह हमे भोजन से मिलते हैं। हमारा शरीर खुद से विटामिन्स नहीं बनाता या बहुत ही कम मात्रा में बनाता है तो इनकी कमी हम भोजन से पूरी करते हैं। About Vitamins in Hindi के इस ब्लॉग में जैसे कि मनुष्य का शरीर विटामिन C नहीं बना सकता तो हमे यह भोजन से लेना पड़ता है, परन्तु कुछ ऐसे जानवर हैं जैसे कि कुत्ता, जिनका शरीर खुद से विटामिन C बना सकता है। आइए जानते हैं About Vitamins in Hindi और विटामिन क्या है के बारे में विस्तार से।
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विटामिन क्या है?
About Vitamins in Hindi क्या होते हैं, इसकी जानकारी नीचे दी गई है-
विटामिनस ऐसे कार्बनिक यौगिक हैं जो कि चाहे कम मात्रा में ही सही परन्तु हमारे शरीर के उचित कामकाज के लिए बहुत ही आवश्यक है।
- यह हमे भोजन से मिलते हैं।
- हमारा शरीर खुद से विटामिन्स नहीं बनाता या बहुत ही कम मात्रा में बनाता है तो इनकी कमी हम भोजन से पूरी करते हैं।
- हर जीव-जंतु को अलग अलग तरह के विटामिन्स चाहिए होते हैं।
- जैसे की मनुष्य का शरीर विटामिन C नहीं बना सकता तो हमे यह भोजन से लेना पड़ता है परन्तु कुछ ऐसे जानवर है जैसे की कुत्ता, जिनका शरीर खुद से विटामिन C बना सकता है।
- “A” – र – रतौंधी (night blindness)- retinol
- “B” – बे – बेरीबेरी (beriberi) – thiamine
- “C” – सा – स्कर्वी (scurvy) – ascarbik acid
- “D” – रे – रिकेट्स (rickets) – calciferol
- “E” – वहाँ – बांझपन (infertility) – tocopherol
- “K” – हैं – हेमोरेजिक (hemorrhagic) – philo Quinone
विटामिन्स या तो फैट-सॉल्युबल होते है या फिर वाटर-सॉल्युबल होते हैं–
- फैट-सॉल्युबल वो होते है जो की हमारे शरीर में आसानी से संग्रहीत किये जा सकते हैं।
- यह फैटी ऊतकों में संग्रहित होते हैं।
- फैट-सॉल्युबल विटामिन्स हमारे शरीर के अंदर बहुत दिनों तक या महीनों तक भी रह सकते हैं।
- वाटर-सॉल्युबल विटामिन्स संग्रहित नहीं किए जा सकते। यह हमारे शरीर में ज्यादा देर तक नहीं रहते।
विटामिन A
रेटिनॉल – र – रतौधीं – विटामिन A की कमी से बच्चों में रतौंधी (नाईट ब्लाइंडनेस) तथा बडों जीरोफ्थेल्मिया नामक रोग हो जाता है इस रोग से ग्रसित व्यक्ति को रात्रि में दिखाई नही देता। यह रोग अधिक समय तक धूप में रहने तथा आहार में विटामिन ‘ए’ की कमी से होता है।
विटामिन B
थायमिन – वे – बेरी बेरी – विटामिन B की कमी से बेरी बेरी नामक रोग हो जाता है बेरी बेरी रोग के लक्षण – :
- बहुतंत्रिकाशोथ (polyangiitis), धड़कन के दौरे
- दु:श्वास तथा दुर्बलता।
- रोग जिस तंत्रिका को पकड़ता है उसी के अनुसार अन्य लक्षण प्रकट होते हैं।
विटामिन C
एस्कार्बिक अम्ल – सा – स्कर्वी – विटामिन C की कमी से स्कर्वी नामक रोग हो जाता है विटामिन सी की कमी से
- मसूढ़ों में सूजन
- दांत गिरना
- रोगी का चेहरा पीला पड़ जाना इसके खास हैं।
- इससे खासकर शरीर की जांघो और पैर में चकत्ते पड जाते हैं
विटामिन D
कैल्सिफेरॉल – रे – रिकेट्स – विटामिन D की कमी से रिकेट्स नामक रोग हो जाता है जो प्राय: बच्चों में पाया जाता है।
इस विटामिन की कमी से
- कंकाल विकृति
- अस्थि भंगुरता
- विकास में बाधा
- दाँतों की समस्या
- हड्डियों का दर्द
- पेशियों में कमजोरी
विटामिन E
टोकोफेरॉल – वहॉ – वाझपन – विटामिन E की कमी से नपुंसकता रोग हो जाता है इसकी कमी से जनन शक्ति में कमी आ जाती है। मायोपैथी तथा लिपिड पेरॉक्सीडेशन आदि रोग भी हो सकते है।
विटामिन K
फिलोक्वीनोन – है – रक्त का थक्का न बनना – विटामिन K की कमी से रक्त का थक्का देर से बनना है जिससे की शरीर पर लगी चोट को सही होने में काफी समय लगता है।
विटामिन की खोज | विटामिन का नाम | केमिकल का नाम |
1909 | विटामिन A | रेटिनोल |
1912 | विटामिन B1 | थियामिन |
1912 | विटामिन C | एस्कॉर्बिक एसिड |
1918 | विटामिन D | -एर्गोकलसिफ़ेरोल -कोलेलेक्लिफ़ेरोल |
1920 | विटामिन B2 | राइबोफ्लेविन |
1922 | विटामिन E | -टोकोफेरोल्स -टोकोट्रिनोल |
1926 | विटामिन | -पियानो कोबालिन -सायनोकोबलामिन -हाइड्रोक्सोबोबलामिन -मिथाइलकोबालिन |
1929 | विटामिन | -फाइलोक्विनोन -मेनक्विनोन |
1931 | विटामिन | पैंटोथेनिक एसिड |
1931 | विटामिन | बायोटीन |
1934 | विटामिन | -पाइरिडोक्सिन -पाइरिडोक्सामाइन -पाइरिडोक्सल |
1936 | विटामिन | -नियासिन -नियासिनमाइड |
1941 | विटामिन | -फोलिक एसिड -फोलिनिक एसिड |
विटामिन के कार्य क्या होते हैं?
About Vitamins in Hindi मानव शरीर में दो मुख्य कार्य करता है-
- अंतर्ग्रहण भोजन से ऊर्जा बनाने के लिए।
- लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए।
महत्वपूर्ण बाते कुछ विटामिन बी प्रकार केवल इनमें से एक कार्य करते हैं, लेकिन अन्य प्रकार भी हैं जो दोनों कार्यों में शामिल हैं। विटामिन बी की कमी से विटामिन बी की कमी के प्रकारों के आधार पर एक या एक से अधिक बीमारियां हो सकती हैं।
विटामिन्स के प्रकार
About Vitamins in Hindi 13 प्रकार के होते हैं, जो इस प्रकार हैं:
विटामिन A
About Vitamins in Hindi के कुछ पॉइंट्स इस प्रकार हैं:
- विटामिन A का रासायनिक नाम रेटिनॉल है।
- यह फैट-सॉल्युबल विटामिन है।
- विटामिन A का मुख्य काम है की हमारी मांसपेशियाँ और हड्डी को मज़बूती और ताकत देना।
- ये खून में कैल्शियम का संतुलन बनाये रखता है और मुँहासो के इलाज के लिए भी उपयोगी है।
- इसकी कमी से हमे आँखों के रोग हो सकते है।
- विटामिन ए के मुख्य स्रोत है दूध, हरी सब्ज़ियां, पनीर। ये हमारे बालो को भी स्वस्थ रखता है।
विटामिन B
About Vitamins in Hindi – विटामिन B – इसके कई रूप हैं।
विटामिन B– 1
- रासायनिक नाम: थाइमिन
- यह वाटर-सॉल्युबल विटामिन है।
- स्रोत: सूरजमुखी के बीज, अनाज, आलू, संतरे और अंडे।
- फायदे: मस्तिष्क को विकसित रखने के लिए बहुत ही उपयोगी है।
- इसकी कमी से हमे बेरीबेरी रोग हो सकता है
विटामिन B– 2
- रासायनिक नाम: राइबोफ्लेविन
- यह वाटर-सॉल्युबल विटामिन है।
- स्रोत: केला, दूध, दही, मास, अंडे, हरी बीन्स और मछली।
- फायदे: त्वचा को अच्छी रखने के लिए बहुत ही उपयोगी है।
विटामिन B– 3
- रासायनिक नाम: नियासिन
- यह वाटर-सॉल्युबल विटामिन है।
- स्रोत: खजूर, दूध, अंडे, टमाटर, गाजर, एवोकाडो।
- फायदे: रक्तचाप को नियंत्रण में रखने और सिरदर्द, दस्त को कम करती है।
विटामिन B– 5
- रासायनिक नाम: पैंटोथेनिक एसिड
- यह वाटर-सॉल्युबल विटामिन है।
- स्रोत: एवोकैडो, अनाज, मांस।
- फायदे: बालो को स्वस्थ और सफेद होने से बचाता है। इससे तनाव भी कम होता है।
विटामिन B– 6
- रासायनिक नाम: प्यरीडॉक्सीने
- यह वाटर-सॉल्युबल विटामिन है।
- स्रोत: अनाज, मांस, केले, सब्जियां।
- फायदे: यह सुबह की थकान कम करता है। तनाव और अनिद्रा से भी मुख्ती देता है।
विटामिन B– 7
- रासायनिक नाम: बायोटिन
- यह वाटर-सॉल्युबल विटामिन है।
- स्रोत: अंडे की जर्दी, सब्जियां।
- फायदे: यह त्वचा और बालो के लिए बहुत ही अच्छा है।
- इसकी कमी से हमे जिल्द की सूजन हो सकती है।
विटामिन B– 9
- रासायनिक नाम: फोलिक एसिड
- यह वाटर-सॉल्युबल विटामिन है।
- स्रोत: पत्तीदार शाक भाजी, सूरजमुखी के बीज, कुछ फलो में भी यह होता है।
- फायदे: यह त्वचा के लोग और गठिया के उपचार हेतु बहुत ही शक्तिशाली है।
- गर्भवती महिलाओं को यह लेने ही सलाह दी जाती है।
विटामिन B– 12
- रासायनिक नाम: कयनोसोबलमीन
- यह वाटर-सॉल्युबल विटामिन है।
- स्रोत: मछी, मास, दूध, अंडे और दूध दे बनाये उत्पादों में यह होता है।
- फायदे: यह एनीमिया (खून की कमी), मुँह में अलसर जैसी बिमारियों को कम करता है।
विटामिन C
About Vitamins in Hindi – विटामिन C– इसके कई रूप हैं।
- रासायनिक नाम: एस्कॉर्बिक एसिड
- यह वाटर-सॉल्युबल विटामिन है।
- यह हमारी त्वचा और हड्डियों के लिए बहुत ही आवश्यक है।
- यह किसी घाव को ठीक करने में बहुत ही ज्यादा मदद करता है।
- विटामिन सी की कमी हम फल और सब्ज़ियां खा कर पूरी कर सकते है।
- टमाटर, ब्रोकोली में अच्छी मात्रा में विटामिन सी होता है।
- यह गर्भवती महिलाओ, धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों को ज्यादा मात्रा में खाना चाहिए।
विटामिन D
About Vitamins in Hindi – विटामिन D– इसके कई रूप हैं।
- रासायनिक नाम: एरगोसेल्सिफेरोल
- यह फैट-सॉल्युबल विटामिन है।
- विटामिन डी हमारे शरीर में कैल्शियम अब्सॉर्ब करने में बहुत ही मदद करता है।
- यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने में भी मदद करता है, दांतो की सड़न को कम करता है।
- इसकी कमी से हमे सूखा रोग (Rickets) हो सकता है।
- तीन चीज़ो के ज़रिये हमे विटामिन डी मिल सकता है – त्वचा के माध्यम से, अपने आहार से, और पूरक से।
- हमारा शरीर खुद विटामिन डी बना लेता है जब उसे सूरज की रौशनी मिलती है।
- आहार की बात करे तो दूध और अंडे की जर्दी से भी हमे विटामिन डी मिल जाता है।
विटामिन E
- रासायनिक नाम: तोसोफेरोल्स
- यह फैट-सॉल्युबल विटामिन है।
- विटामिन ई हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली मज़बूत बनाता है।
- वनस्पति तेल, अनाज, बादाम, एवोकैडो, अंडे और दूध से हमे विटामिन ई मिल जाता है।
- जिन लोगो को किसी प्रकार के यकृत रोग होते है उनको यह ज्यादा लेने के लिए कहा जाता है।
- विटामिन ई के लिए कोई पूरक लेने से पहले डॉक्टर से जरूर परामर्श लें।
विटामिन K
- रासायनिक नाम: फीलोक्विनोने
- यह फैट-सॉल्युबल विटामिन है।
- विटामिन के स्वस्थ हड्डियों और ऊतकों के लिए प्रोटीन बनाकर हमारे शरीर की मदद करता है।
कुछ आवश्यक विटामिन्स
About vitamins in Hindi में कुछ ज़रूरी विटामिन्स की जानकारी दी गई है-
विटामिन | स्रोत | भूमिका | RDA |
विटामिन ए | दूध, मक्खन, गहरे हरे रंग की सब्जियां। शरीर पीले और हरे रंग के फल व सब्जियों में मौजूद पिग्मेंट कैरोटीन को भी विटामिन ‘ए’ में बदल देता है। | यह आंख के रेटिना, सरीखी शरीर की झिल्लियों, फेफड़ों के अस्तर और पाचन-तंत्र प्रणाली के लिए आवश्यक है। | 1 मि, ग्राम. |
थायमिन बी | साबुत अनाज, आटा और दालें, मावा, मटर फलियां | यह कार्बोहाइड्रेट के ज्वलन को सुनिश्चित करता है। | 1.0-1.4 मि. ग्राम1.0-1.4 मि. ग्राम |
राइबोफ्लेविन बी | दूध, पनीर | यह ऊर्जा रिलीज और रखरखाव के लिए सभी कोशिकाओं के लिए आवश्यक है। | 1.2- 1.7 |
नियासिन | साबुत अनाज, आटा और एनरिच अन्न | यह ऊर्जा रिलीज और रखरखाव, के लिए सभी कोशिकाओं के लिए आवश्यकता होती है। | 13-19 मि. ग्रा |
पिरिडाक्सिन बी | साबुत अनाज, दूध | रक्त कोशिकाओं और तंत्रिकाओं को समुचित रूप से काम करने के लिए इसकी जरूरत होती है। | लगभग 2 मि. ग्रा |
पेन्टोथेनिक अम्ल | गिरीदार फल और साबुत अनाज | ऊर्जा पैदा करने के लिए सभी कोशिकाओं को इसकी जरूरत पडती है। | 4-7 मि. ग्रा |
बायोटिन | गिरीदार फल और ताजा सब्जियां | त्वचा और परिसंचरण-तंत्र के लिए आवश्यक है। | 100-200 मि. ग्रा |
विटामिन बी | दुग्धशाला उत्पाद | लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs), अस्थि मज्जा-उत्पादन के साथ-साथ तंत्रिका-तंत्र के लिए आवश्यक है। | 3 मि.ग्रा |
फ़ोलिक अम्ल | ताजी सब्जियां | लाल कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक है। | 400 मि. ग्रा |
विटामिन ‘सी’ | सभी रसदार फल. टमाटर, कच्ची बंद गोभी, आलू, स्ट्रॉबेरी | हड्डियों, दांत, और ऊतकों के रखरखाव के लिए आवश्यक है। | 60 मि, ग्रा |
विटामिन ‘डी’ | दुग्धशाला उत्पाद। बदन में धूप सेकने से कुछ एक विटामिन त्वचा में भी पैदा हो सकते है। | रक्त में कैल्शियम का स्तर बनाए रखने और हड्डियों के संवर्द्धन के लिए आवश्यक है। | 5-10 मि. ग्रा |
विटामिन ‘ई’ | वनस्पति तेल और अनेक दूसरे खाद्य पदार्थ | वसीय तत्वों से निपटने वाले ऊतकों तथा कोशिका झिल्ली की रचना के लिए जरूरी है। | 8-10 मि. ग्रा |
विटामिन के रासायनिक नाम और रोग
About Vitamins in Hindi रासायनिक नाम और रोग नीचे दिए गए हैं-
- विटामिन A- वृद्धि रुकना रतौधी व जीरफ्थेल्मिया, संक्रमण के प्रति प्रभाव्यता, त्वचा और झिल्लियों में परिवर्तन का आना, दोषपूर्ण दांत आदि।
- विटामिन B1- वृद्धि का रुकना, भूख और वजन का घटना, तंत्रिका विकास, बेरी बेरी, थकान का होना, बदहजमी, पेट की खराबी आदि।
- विटामिन B2- वृद्धि का रुकना, धुधली दृष्टि का होना, जीभ पर छाले का पड़ जाना, असमय बुढ़ापा आना, प्रकाश ना सह पाना आदि।
- विटामिन B3- जीभ का चिकनापान, त्वचा पर फोड़े फुंसी होना, पाचन क्रिया में गड़बड़ी, मानसिक विकारों का होना आदि।
- विटामिन B5- पेशियो में लकवा, पैरो में जलन आदि।
- विटामिन B6- त्वचा रोग, मस्तिष्क का ठीक से काम ना करना, शरीर का भार कम होना, अनीमिया आदि।
- विटामिन B7- लकवा की शिकायत, शरीर में दर्द, बालों का गिरना तथा वृद्धि में कमी आदि।
- विटामिन B12- रुधिर की कमी।
- विटामिन C- मसूड़े फूलना, अस्थियों के चारो ओर श्राव, जरा सी चोट पर रुधिर निकलना (स्कर्वी ), अस्थियां कमजोर होना आदि।
- विटामिन D- सूखा रोग (रिकेट्स), कमजोर दांत, दातों का सड़ना आदि।
- विटामिन E- जनन शक्ति का कम होना।
- विटामिन K- रुधिर का स्राव होना, ऐंठन, हीमोफीलिया आदि।
- फोलिक एसिड- अनीमिया तथा डिसेंट्री रोग होता है।
विटामिन के सप्लीमेंट्स कितने फायदेमंद हैं?
कब शरीर में विटामिन की कमी हो जाती है, तो उसकी पूर्ति करने के लिए विटामिन सप्लीमेंट्स का सेवन किया जा सकता है। इसके लिए आप डॉक्टर से बात करके मेडिसिन ले सकते हैं या विटामिन वाले फल-सब्जियां खा सकते हैं:
- कैल्शियम और विटामिन डी सप्लीमेंट्स हड्डियों को मजबूत रखने और उनके नुकसान को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- फोलिक एसिड कुछ जन्म दोषों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- गर्भवती महिलाओं को यह सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है, ताकि भ्रूण में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट (एक प्रकार का जन्मजात रोग) का जोखिम कम किया जा सके।
- इसके अलावा, विटामिन सी की गोली के फायदे उम्र से संबंधित बीमारियों जैसे कमजोर होती नजर की परेशानी को कम कर सकते हैं।
- साथ ही लंबे समय से वजन घटाने वाले आहार खाने वाले लोगों के साथ ही दस्त, सीलिएक रोग, सिस्टिक फाइब्रोसिस या पैंक्रिया में सूजन (Pancreatitis) जैसी समस्याओं से पीड़ित लोग भी विटामिन सप्लीमेंट्स का सेवन करके इसके लाभ ले सकते हैं।
विटामिन के उपयोग और स्रोत
विटामिन क्या है जानने के साथ-साथ इसके उपयोग और स्रोत जानने आवश्यक हैं, जो निम्नलिखित दिए गए हैं-
- विटामिन A
- विटामिन C
- विटामिन D
- विटामिन E
- विटामिन K
- विटामिन B1 (थायमिन)
- विटामिन B 2 (राइबोफ्लेविन)
- विटामिन B3 (नियासिन)
- विटामिन B6
- विटामिन B12 (सायनोकोबालामिन)
विटामिन के स्रोत
- विटामिन A – गाजर, शकरकंद, पालक, केल
- विटामिन B12 – मांस, मुर्गी पालन, मछली
- विटामिन E – नट, बीज, वनस्पति तेल
विटामिन के उपयोग
- विटामिन को आवश्यक पोषक तत्व माना जाता है क्योंकि एक साथ कार्य करते हुए, यह शरीर के भीतर कई भूमिकाएँ निभाते हैं।
- यह हड्डियों को सहारा देने, घावों को भरने और आपके सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है।
- यह भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करता है, और सेलुलर क्षति की मरम्मत करता है।
विटामिन की कमी के लक्षण
शरीर में विटामिन के कमी के लक्षणों को पहचानने में मुश्किल हो सकती है। हालांकि, शरीर में विटामिन की कमी होने पर मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप से इसके कई लक्षण नजर आ सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- मन शांत न होना।
- हिंसा वाला व्यवहार होना।
- मानसिक विकार होना जैसे :- पागलपन (सिजोफ्रेनिया सिंड्रोम)
- चिड़चिड़ापन होना।
- भावनात्मक तौर पर अस्थिर होना।
- न्यूरो साइकियाट्रिक लक्षण, जैसे:- डिप्रेशन या एंग्जायटी होना।
क्या विटामिन के सप्लीमेंट्स फायदेमंद हैं?
About Vitamins in Hindi सप्लीमेंट्स के क्या फायदे हैं, नीचे बताए गए हैं-
- कैल्शियम और विटामिन डी सप्लीमेंट्स हड्डियों को मजबूत रखते हैं और उनके नुकसान को कम करने में फायदेमंद होते हैं।
- फोलिक एसिड कुछ जन्म दोषों के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। गर्भवती महिलाओं को यह सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है, ताकि भ्रूण में न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट के जोखिम कम किए जा सकें।
- विटामिन सी की गोली के फायदे उम्र से संबंधित बीमारियों जैसे कमजोर होती नजर की परेशानी को कम कर सकते हैं।
- साथ ही लंबे समय से वजन घटाने वाले आहार खाने वाले लोगों के साथ ही दस्त, सीलिएक रोग, सिस्टिक फाइब्रोसिस या पैंक्रियाज में सूजन जैसी समस्याओं से पीड़ित लोग भी विटामिन सप्लीमेंट्स का सेवन करके इसके फायदे उठा सकते हैं।
MCQs
[A] सी.फंक
[B] मैकुलम
[C] होल्कट
[D] लुईस पाश्चर
उत्तर: [A] सी.फंक
[A] रॉबर्ट पियरी
[B] अलेक्जेंडर
[C] सी. फंक
[D] विलियम हार्वे
उत्तर: [C] सी. फंक
[A] मैकुल
[B] रॉबर्ट हुक
[C] न्यूटन
[D] ग्राम बेल
उत्तर:[A] मैकुल
[A] रॉबर्ट किंग्स
[B] एडवर्ड जेनर
[C] वेटिंग
[D] हॉव
उत्तर: [D] हॉव
भर जाता है ?
[A] विटामिन ‘ए’
[B] विटामिन ‘डी’
[C] विटामिन ‘सी’
[D] विटामिन ‘के’
उत्तर: [C] विटामिन ‘सी’ (विटामिन C, विटामिन A एवं जिंक मिलकर दोबारा स्किन सेल्स (घाव जल्दी भरने) में मदद करता है)
[A] हाइड्रोलिसिस परीक्षण
[B] सोडियम नाइट्रोप्रुसाइड परीक्षण
[C] स्पेक्ट्रोस्कोपी
[D] बोरैक्स – बीड परीक्षण
उत्तर: [B] सोडियम नाइट्रोप्रुसाइड परीक्षण
[A] थायमिन
[B] नियासिन
[C] रेटिनॉल
[D] राइबोफ्लेविन
उत्तर: [C] रेटिनॉल
जाती है ?
[A] आंवला
[B] गाजर
[C] नारियल
[D] संतरा
उत्तर: [B] गाजर
जाता है ?
[A] विटामिन ‘ए’
[B] विटामिन ‘के’
[C] विटामिन ‘सी’
[D] विटामिन ‘डी’
उत्तर: [C] विटामिन ‘सी’
में सहायक होता है ?
[A] Vitamin A
[B] Vitamin K
[C] Vitamin’D’
[D] Vitamin B12
उत्तर: [B] Vitamin K
है ?
[A] राइबोफ्लेविन
[B] नेफथेक्विनोन
[C] कैल्सिफेरॉल
[D] एस्कार्बिक एसिड
उत्तर: [A] राइबोफ्लेविन
जाते हैं ?
[A] B
[B] Vitamin B2
[C] Vitamin’B3′
[D] Vitamin B12
उत्तर: [B] Vitamin B2
[A] Vitamin B & K
[B] Vitamin E & C
[C] Vitamin’D’ & C
[D] Vitamin D & A
उत्तर: [D] Vitamin D & A
[A] विटामिन ‘बी 12’
[B] विटामिन ‘बी3’
[C] विटामिन बी6′
[D] विटामिन बी 2′
उत्तर: [A] विटामिन बी 12′
[A] विटामिन ‘सी’
[B] विटामिन ‘डी’
[C] विटामिन ‘ए’
[D] विटामिन ‘बी’
उत्तर: [D] विटामिन ‘बी 3’
[A] क्विनॉल
[B] एस्कार्बिक एसिड
[C] टोकॉफरोल
[D] पायरीडाक्सिन
उत्तर: [B] एस्कार्बिक एसिड
[A] फिलोक्विनो
[B] एस्कॉर्बिक एसिड
[C] पायरीडाक्सिन
[D] केल्सिफैरॉल
उत्तर: [A] फिलोक्विनो
विटामिन जरूरी होता है ?
[A] Vitamin A
[B] Vitamin B
[C] Vitamin’C’
[D] Vitamin D
उत्तर: [A] Vitamin A
[A] विटामिन ‘ए’ (Vitamin A)
[B] विटामिन ‘बी’ (Vitamin B)
[C] विटामिन ‘सी’ (Vitamin C)
[D] विटामिन ‘ई’ (Vitamin E)
उत्तर:[D] विटामिन ‘ई’ (Vitamin E)
[A] पायरिडक्सिन
[B] एस्कॉर्बिक एसिड
[C] टोकॉफरोल
[D] फिलोक्विन
उत्तर: [A] पायरिडक्सिन
विटामिन A – वृद्धि रुकना और रतौंधी
विटामिन B1 – वृद्धि का रुकना
विटामिन B2 – धुधली दृष्टि का होना
विटामिन B3 – जीभ का चिकनापन
विटामिन B5 – पेशियों में लकवा
विटामिन B6 – त्वचा रोग
विटामिन B7 – शरीर में दर्द
विटामिन B12 – रुधिर की कमी
विटामिन C – मसूड़े फूलना
विटामिन D – कमजोर दाँत
विटामिन E – जनन शक्ति कम होना
विटामिन K – रुधिर का स्राव होना
FAQs
विटामिन क्या है: इन 13 आवश्यक विटामिन की सूची में विटामिन A, C, D, E, K और B विटामिन के साथ थायमिन (B1), राइबोफ्लेविन (B2), नियासिन (B3), पैंटोथेनिक एसिड (B5), पाइरोक्सिडीन (B6), बायोटिन (B7), फोलेट (B9) और कोबालामिन (B12) शामिल हैं। विटामिन ए कोशिका विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यह प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के चयापचय के लिए जरूरी है. साथ ही हारमोन और कौलेस्ट्रोल के उत्पादन के लिए भी आवश्यक है. कमी- इस की कमी से डर्मेटाइटिस और intestine में जलन की शिकायत होती है.
विटामिन K वसा (फैट) में सोल्युट विटामिन हैं जो मानव द्वारा कुछ प्रकार के प्रोटीनों का संश्लेषण करने के लिये जरूरी होता है। विटामिन K की कमी से “रक्त का थक्का नहीं जमता हैं”।
Healthvit C-विटान-Z विटामिन C और जिंक – 60 गोलियां
स्कर्वी विटामिन सी की कमी के कारण होने वाला एक रोग होता है। ये विटामिन मानव में कोलेजन के निर्माण के लिये आवश्यक होता है। इसमें शरीर खासकर जांघ और पैर में चकत्ते पड जाते हैं।
विटामिन सी सबसे मजबूत और सबसे महत्वपूर्ण विटामिन में से एक है। न सिर्फ ये आपकी इम्यूनिटी बढ़ाता है बल्कि उसमें एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर में नुकसान की वजह बनने वाले फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करता है।
क्रिस्टियान इज्कमैन एक डच चिकित्सक और शरीर विज्ञान के प्रोफेसर थे। सन् 1890 में बेरीबेरी जैसे कुपोषण जन्य रोग पर शोध करते हुए उन्होंने एंटीन्योरिटिक विटामिन (थायमिन) की खोज की थी। इस अति महत्वपूर्ण खोज के लिए उन्हें वर्ष 1929 में मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार दिया गया था।
विटामिन सी न केवल हमारी सेहत बल्कि हमारी सुंदरता में भी चार चांद लगाता है। विटामिन सी को एस्कॉर्बिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है जो शरीर की रोग प्रतिरक्षण क्षमता बढ़ाता है।
हफ्ते में दो बार विटामिन E की दो कैप्सूल में कॉफी पाउडर मिलाकर चेहरे को स्क्रब करें। इससे आपके फेस की सारी गंदगी बाहर निकलकर आपको मिलेगा क्लीयर और ग्लोइंग चेहरा।
विटामिन K के खोजकर्ता डच जीवाणु विशेषज्ञ क्रिश्चयान एईकमैन हैं।
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Very useful
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आपका धन्यवाद, ऐसे ही आप हमारी वेबसाइट पर बने रहिए।
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आपने बहुत ही अच्छे तरीके से विटामिन और इसके प्रकार के बारे में बताया है, और इनकी कमी से होने वाले रोग के बारे में जानकर मेरी gk बढ़ि है, धन्यवाद
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आपका धन्यवाद।
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Thanks for details of vitamin to explain
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Very Helpful ☺️👍
Thanks 🥰🥰
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Sandar
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