उत्तर प्रदेश में MBBS की पढ़ाई हिंदी माध्यम से कराई जाएगी। चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक किंजल सिंह ने सभी मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों को पत्र भेजकर हिंदी में पढ़ाई शुरू करने का निर्देश दिया है। महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज (Maharshi Devraha Baba Medical College, Deoria) में मेडिकल की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स ने MBBS की पढ़ाई का हिंदी कोर्स भी शुरू कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गवर्नमेंट द्वारा इसकी स्वीकृति दी गई है। उम्मीद है कि 2024 से अंग्रेजी के अतिरिक्त हिंदी में भी पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इससे जिन छात्रों को समस्या होती है उन्हें पढ़ाई करने में आसानी रहेगी।
इसके अलावा हिंदी की किताबों में तकनीकी शब्दावली (technology vocabulary) अंग्रेजी में ही रखी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमबीबीएस कोर्स के विषयों की करीब-करीब सभी किताबें हिंदी में तैयार की गई हैं और कुछ किताबों की समीक्षा भी की जा रही है। इसके अलावा रूस, चीन, जापान समेत कई देश मातृभाषा में पढ़ाई कराते हैं।
पिछले साल गठित हुई थी कमेटी
MBBS की पढ़ाई में बदलाव के लिए पिछले वर्ष मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के निर्देश पर महानिदेशालय ने हिंदी में पढ़ाई कराने के लिए कमेटी गठित की थी। कमेटी की रिपोर्ट देर में आने के कारण यह लागू नहीं हुआ था, लेकिन अब इस सेशन से MBBS की पढ़ाई हिंदी में कराई जाएगी।
MBBS के बारे में
MBBS (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) एक प्रोफेशनल बैचलर्स डिग्री है। इस कोर्स की अवधि 5.5 साल है और इसमें एक साल की इंटर्नशिप शामिल है। यह एक बैचलर्स मेडिकल प्रोग्राम है, जो छात्रों को डॉक्टर या सर्जन बनने के अपने लक्ष्यों को आगे बढ़ाने की अनुमति देता है।
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