अब CBSE के स्कूलों में बच्चों को पढ़ाएंगे संगीत और नृत्य कला से जुड़े कलाकार 

1 minute read
ab cbse ke schools ko baccho ko padhayenge sangeet aur nritya se jude kalakar

CBSE भारत की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में CBSE बोर्ड की ओर से सम्बद्ध स्कूलों में संगीत और नृत्यकला के कलाकारों को बच्चों को पढ़ाने के लिए नियुक्त किए जाने का फैसला लिया गया है। बोर्ड के मुताबिक़ इससे बच्चों में रचनात्मकता को बल मिलेगा।  

नए सत्र से बच्चों को पढ़ाएंगे कलाकार

मीडिया  रिपोर्ट्स के मुताबिक़ 2024 – 25 सत्र से CBSE बोर्ड के स्कूलों में बच्चे संगीत और नृत्य की क्लास प्रोफेशनल कलाकारों के द्वारा ले सकेंगे। बोर्ड द्वारा यह निर्णय लर्निंग थ्रू आर्ट इंट्रीगेशन के अंतर्गत लिया गया है। सभी स्कूलों के निदेशकों को इस संबंध में बोर्ड की ओर से निर्देश दे दिया गया है।  

 बेहतर करने वाले स्टूडेंट्स CBSE के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस से जुड़ेंगे 

CBSE के मुताबिक इन क्लासेज़ में बेहतर करने वाले स्टूडेंट्स CBSE के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस से जुड़ सकेंगे। सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में संगीत और नृत्य से जुड़े अन्य विशेषज्ञों द्वारा उनकी कला को और भी ज्यादा निखारने के प्रयास किया जायेगा। CBSE द्वारा यह शेड्यूल 1 अप्रैल 2024 से लेकर 30 मार्च 2025 तक के लिए जारी किया गया है।  

विभिन्न सुविधाओं से लैस होंगी कक्षाएं 

विद्यालय द्वारा कला एकीकृत विधियों पर स्टूडेंट्स के लिए कला के विभिन्न रूप पढ़ाए जाएंगे। इन कक्षाओं में वीडियो, ऑडियो, कला, संगीत, नाटक और नृत्य आदि पर आधारित कक्षाएं औयोजित की जाएँगी और इनसे संबंधित सभी आधुनिक उपकरण और सुविधाएं इन कक्षाओं में उपलब्ध होंगी। 

क्या है CBSE सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस 

CBSE का सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस टीचर्स, स्टूडेंट्स और स्कूलों के लिए शिक्षा से जुड़ी एक विशेष पहल है। इसका उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है। यह विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, शिक्षण, रचनात्मकता और स्कूलिंग आदि में उत्कृष्टता को बढ़ावा देती है। इसके मुख्य कार्य शिक्षकों को प्रशिक्षण देना, पाठ्यक्रमों को बेहतर बनाना और छात्रों को कुछ नया करने के लिए प्रेरित करना एवं उनकी क्षमता को बढ़ाना इत्यादि हैं। 

इसी और अन्य प्रकार के Leverage Edu न्यूज़ अपडेट्स के साथ बने रहिए।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*