“अ” उपसर्ग हिंदी में एक छोटा सा लेकिन महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो शब्दों के अर्थ में बदलाव लाता है। जब यह उपसर्ग किसी शब्द से जुड़ता है, तो वह नया शब्द कुछ खास मतलब देता है। इस ब्लॉग में हम “अ” उपसर्ग से बने कुछ प्रमुख शब्दों के बारे में जानेंगे और साथ ही उनके वाक्य में प्रयोग को भी समझेंगे।
उपसर्ग किसे कहते है?
शब्दांश या अव्यय जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ बनाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहा जाता है। आसान भाषा में समझा जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि वह अव्यय जो शब्द के पहले लगकर उसका अर्थ बदल देते हैं, उपसर्ग कहलाते हैं। या इसको इस प्रकार भी समझा सकता है, उपसर्ग = उप (समीप) + सर्ग (सृष्टि करना) का अर्थ है- किसी शब्द के साथ जुड़कर नया शब्द बनाना।
अ उपसर्ग से शब्द
अ उपसर्ग से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
उपसर्ग | अ से शब्द | अर्थ |
---|---|---|
अ | अकंटक | बिना काँटे का, निर्विघ्न, शत्रुरहित |
अ | अकथ | जो कहने योग्य न हो |
अ | अकथनीय | जो कहने योग्य न हो; गोपनीय |
अ | अकथित | जिसे कहा न गया हो |
अ | अकर्ण | जिसके कान न हों; बहरा |
अ | अकर्तव्य | अनुचित; अकरणीय |
अ | अकर्ता | निर्लिप्त, प्रयासहीन |
अ | अकर्म | कर्महीनता; निष्क्रियता |
अ | अकलंक | कलंक रहित; बेदाग; निर्दोष; निष्कलंक |
अ | अकल्प | अतुलनीय, अनियंत्रित, असंयत |
अ | अकलुष | निर्मल हृदय; स्वच्छ; मलहीन |
अ | अकल्पनीय | असंभव, चमत्कारपूर्ण, आश्चर्यजनक |
अ | अकल्पित | अविचारित |
अ | अकल्याण | अहित; अमंगल |
अ | अकशेरुकी | बिना रीढ़ वाले जंतु |
अ | अकाज | कार्य का न होना; हर्ज़; नुकसान |
अ | अकाट्य | जिसकी कोई काट न हो |
अ | अकारण | बिना कारण के; बेमतलब |
अ | अकार्बनिक | जिसमें कार्बन तत्व न हो |
अ | अकार्य | बुरा या अनुचित कार्य |
अ | अकाल | सूखा पड़ना; अनावृष्टि |
अ | अकिंचन | अतिनिर्धन; दरिद्र |
अ | अकिंचित | जिसकी कोई गिनती न हो |
अ | अकीर्ति | अपयश देने वाला |
अ | अकुत्सित | जो कुत्सित या विकृत न हो |
अ | अकुशल | अप्रशिक्षित; नौसिखिया |
अ | अकूट | जो धोखा न दे; छलरहित |
अ | अकृत | न किया हुआ |
अ | अकृतज्ञ | कृतघ्न; अहसानफ़रामोश |
अ | अकृतात्मा | अज्ञानी, असंस्कृत |
अ | अकृतार्थ | जो कृतार्थ न हुआ हो |
अ | अकृत्य | जो करने योग्य न हो |
अ | अकृत्रिम | स्वाभाविक; प्राकृतिक |
अ | अकृपण | जो कंजूस न हो; उदार; दानशील |
अ | अकृपा | अनुग्रह या कृपा का न होना |
अ | अक्रम | अव्यवस्थित |
अ | अक्रमिक | क्रमहीन |
अ | अक्रिया | कर्तव्यहीनता, कर्महीनता |
अ | अक्रूर | जो क्रूर न हो; अहिंसक |
अ | अक्रोध | क्रोध का न होना |
अ | अक्षम्य | जो क्षमा के योग्य न हो |
अ | अक्षय | जिसका क्षय न हो |
अ | अक्षीण | जो क्षीण अर्थात दुर्बल न हो |
अ | अक्षुद्र | जो ओछा या तुच्छ न हो |
अ | अक्षुब्ध | क्षोभरहित; शांत; उत्तेजनाहीन |
अ | अक्षेत्र | क्षेत्र का अभाव |
अ | अक्षेम | कल्याण का अभाव |
अ | अक्षोभ | शांत; गंभीर; धीर |
अ | अखंड | जिसके खंड न हों; संपूर्ण; साबुत |
अ | अखंडित | जिसका खंडन न हुआ हो; अभग्न |
अ | अखाद्य | जो खाए जाने के योग्य न हो |
अ | अखिल | सारा; संपूर्ण; समस्त |
अ | अख्याति | अख्यात या अप्रसिद्ध |
अ | अगज | पर्वत से उत्पन्न |
अ | अगणनीय | जो गणना के योग्य न हो। |
अ | अगणित | जिसे गिना न जा सके |
अ | अगति | बुरी गति; दुर्गति; दुरवस्था |
अ | अगम | जहाँ कोई पहुँच न सके |
अ | अगम्य | जहाँ पहुँचना बहुत कठिन हो |
अ | अगर्व | अहंकार रहित |
अ | अगाड़ी | सामने; समक्ष |
अ | अगुण | गुणों से रहित |
अ | अगुणी | गुणहीन; अगुण |
अ | अगुरु | जो भारी न हो; हलका |
अ | अगूढ़ | जो गूढ़ या छिपा न हो; प्रकट |
अ | अगोचर | अदृश्य |
अ | अगोरा | रखवाली, पहरेदारी |
अ | अचक्षु | नेत्रहीन; अंधा |
अ | अचर | अचल; स्थावर; जड़ |
अ | अचल | स्थिर; गतिहीन |
अ | अचातुर्य | अनाड़ीपन; अकुशलता |
अ | अचार | एक चटपटा भारतीय व्यंजन |
अ | अचालक | नॉन-कंडक्टर |
अ | अचिंतनीय | जिसकी चिंतन न हो सके |
अ | अचिंतित | अविचारित |
अ | अचित्त | बुद्धिरहित; अज्ञ |
अ | अचित्र | जो आकारहीन हो |
अ | अचिर | जो स्थायी न हो |
अ | अचूक | प्राणहीन, बेहोश |
अ | अचेत | जड़, असावधान |
अ | अचेतन | बेहोश; बेसुध |
अ | अचेष्ट | प्रयासहीन; उदासीन |
अ | अचैतन्य | बेहोश; मूर्छित |
अ | अच्युत | जिसका नाश न हो; शाश्वत |
अ | अछोर | जिसका कोई ओर-छोर न हो |
अ | अछोह | निष्ठुर; निर्दय |
अ | अजड़ | जो जड़ न हो; चेतन |
अ | अजन | जन से रहित; जनहीन |
अ | अजन्मा | जिसने जन्म न लिया हो |
अ | अजपा | जिसका जप न किया जाए |
अ | अजय | जिसे जीता न जा सके |
अ | अजात | अनुत्पन्न; जन्मरहित |
अ | अज्ञात | जो ज्ञात न हो |
अ | अज्ञानी | जिसे ज्ञान न हो |
अ | अतर्क | जिसमें कोई तर्क न हो |
अ | अतार्किक | तर्कविहीन |
अ उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का अर्थ
अ उपसर्ग से बनने वाले शब्दों के अर्थ निम्नवत हैं:
- अटल : अटल का अर्थ ‘अचल या नित्य’ होता है।
- अयोग्य : अयोग्य का अर्थ ‘जो योग्य न हो’ होता है।
- अतर्क : अतर्क का अर्थ ‘तर्कविहीन’ होता है।
- अज्ञात : अज्ञात का अर्थ ‘जो ज्ञात न हो’ होता है।
- अक्षम्य : अक्षम्य का अर्थ ‘जो क्षमा योग्य न हो’ होता है।
- अजय : अजय का अर्थ ‘जिसे जीता न जा सके’ होता है।
- अचल : अचल का अर्थ ‘स्थिर या गतिहीन’ होता है।
- अकारण : अकारण का अर्थ ‘बिना कारण के’ होता है।
- अकर्ता : अकर्ता का अर्थ ‘निर्लिप्त या प्रयासहीन’ होता है।
- अच्युत : अच्युत का अर्थ ‘जिसका नाश न हो या जो शास्वत हो’ होता है।
अ उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
अ उपसर्ग से बनने वाले शब्दों का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित है:
- मेवात में हुए दंगों में दंगाईयों ने अक्षम्य अपराध किया है।
- जीवन में कही भी, कुछ भी अकारण नहीं होता है।
- जो लोग अयोग्य होते हैं, वही किश्मत का रोना रोता है।
- पुलिस ने शहर हो रही चोरी के मामले में अज्ञात लोगो के खिलाफ कंप्लेंट दर्ज की।
- गुरु जी ने अपने शिष्य को फटकारते हुए अतार्किक बात न करने का आदेश दिया।
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- अप उपसर्ग से शब्द, अर्थ और वाक्य में प्रयोग
FAQs
अ का उपसर्ग का प्रयोग व्यंजन के साथ किया जाता है।
अज्ञान में मूल शब्द ‘ज्ञान’ होता है।
अ उपसर्ग से बनने वाले शब्द क्रमशः अज्ञान, अटल, अजय, अतर्क, अविश्वसनीय, अकल्पनीय, अयोग्य आदि होते हैं।
आशा है कि अ उपसर्ग से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य उपसर्ग के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।