30 अगस्त को प्रकाशित एशिया सोसाइटी ऑस्ट्रेलिया एंड इंटरनेशनल एजुकेशन एसोसिएशन ऑफ ऑस्ट्रेलिया की एक संयुक्त रिपोर्ट में ऑस्ट्रेलिया के युवा एशिया से संबंधित स्किल्स और नॉलेज को परखा गया है, जिसे एशिया लिटरेसी भी कहा जाता है।
एशिया लिटरेसी और रोजगार क्षमता ने पाया कि विदेशों में पढ़ाई और काम करने के अवसर छात्रों की समझ को बढ़ा रहे हैं। 2014 से 2019 के बीच इंडो-पैसिफिक में पढ़ाई करने वाले ऑस्ट्रेलियाई ग्रेजुएट्स की संख्या में 83% की वृद्धि हुई है।
विदेशों में इनोवेटिव लर्निंग के सुनहरे अवसरों ने “well-beyond” पारंपरिक एक-सेमेस्टर एक्सचेंज प्रोग्राम्स को डाइवर्स कर दिया है।
यह गतिशीलता 2014 में स्थापित ऑस्ट्रेलियाई सरकार की न्यू कोलंबो प्रोजेक्ट द्वारा संचालित है, जिसका उद्देश्य युवा लोगों के बीच भारत-प्रशांत क्षेत्र के ज्ञान को बढ़ाना और भविष्य के करियर के अवसरों का समर्थन करना है।
रिपोर्ट के सर्वे में पाया गया कि विदेशों में पढ़ाई करना छात्रों को अधिक कॉन्फिडेनेट बनाता है और उनके रोजगार के प्रति रुझान को दर्शाता है।
लेकिन इस सर्वे में भाग लेने वाले आधे से भी कम छात्रों का मानना है कि विदेशों में उनकी पढ़ाई के अनुभव को उनके वर्तमान नियोक्ता द्वारा महत्व दिया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है, “वर्तमान में, ऑस्ट्रेलियाई एम्प्लॉयर्स की पहचान करना मुश्किल है, जो विशेष रूप से एशिया के बारे में जानना चाहते हैं या अपने ग्रेजुएट रिक्रूटमेंट प्रोग्राम्स के माध्यम से विशिष्ट एशियाई भाषाओं में प्रोफिएंसी चाहते हैं।”
रिसर्चर्स ने ऑस्ट्रेलिया में इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के अंतरराष्ट्रीय छात्रों की रोजगार योग्यता पर भी चर्चा की। इस चर्चा में पाया गया कि टेम्पररी ग्रेजुएट वीज़ा होल्डर, जो एशिया प्रशांत देशों से भारी तादाद में हैं, “ऐसे काम को सुरक्षित करने में सक्षम नहीं हैं जो उनकी लॉन्ग टर्म एस्पिरेशंस से सार्थक रूप से जुड़ा हो।
पढ़ाई के बाद वर्क वीज़ा का उपयोग अनस्किल्ड जॉब्स के लिए किया जाता है।
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने 2 सितंबर 2022 को स्किल्ड अंतरराष्ट्रीय ग्रेजुएट्स के लिए कार्य अधिकारों के विस्तार की घोषणा की।
IEAA के रिसर्च मैनेजर किरीली ह्यूजेस ने कहा कि “ऑस्ट्रेलिया की एशिया लिटरेसी में सुधार एक प्रमुख कारण है, जिसमें हममें से कई लोग अंतरराष्ट्रीय शिक्षा प्राप्त करने की दिशा कि ओर काम करते हैं। एशिया लिटरेसी, दुनिया में ऑस्ट्रेलिया के स्थान के लिए रेलेवेंट स्किल्स और ज्ञान विकसित करने के प्रयासों के बारे में है। यह ऑस्ट्रेलियाई सरकार की न्यू कोलंबो प्रोजेक्ट के केंद्र में है और पूरे एशिया में ऑस्ट्रेलिया के TNE फूटप्रिंट के लिए यह आवश्यक है।”