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उत्तर- गोपियों को यह अनुभूति हुई कि मथुरा जाने के बाद कृष्ण में अनेक परिवर्तन आ गए हैं। अब वे पहले जैसे सरल, प्रेममय और आत्मीय नहीं रहे। उन्होंने न तो कोई प्रेम-संदेश भेजा है और न ही कभी मिलने आए हैं। गोपियों को लगा कि अब कृष्ण मथुरा में राजा बन गए हैं और राजनीतिक व्यवहार करने लगे हैं, जिससे उनमें छल-कपट आ गया है।
वे मानने लगीं कि कृष्ण ने योग-संदेश भेजकर उन्हें केवल बहलाने का प्रयास किया है। इन सब परिवर्तनों से व्यथित होकर गोपियाँ कहती हैं कि अब उन्हें कृष्ण के प्रेम में डूबा अपना मन वापस ले लेना चाहिए, क्योंकि जिस प्रेम में एकनिष्ठता और आत्मीयता न हो, वह प्रेम सार्थक नहीं होता।
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