‘यह मुँह और मसूर की दाल’ मुहावरे का अर्थ और इसका वाक्यों में प्रयोग

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यह मुँह और मसूर की दाल मुहावरे का अर्थ (1)

यह मुँह और मसूर की दाल मुहावरे का अर्थ (Yah Muh Aur Masoor ki Daal Muhavare Ka Arth) योग्यता से ज्यादा पाने की इच्छा और अपनी औकात से बढ़कर होना होता है। जब कोई व्यक्ति योग्यता से अधिक पाने की इच्छा रखता है तो वहां पर इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लाॅग में आप इस मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।

मुहावरे किसे कहते हैं?

किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।

यह मुँह और मसूर की दाल मुहावरे का अर्थ क्या है?

यह मुँह और मसूर की दाल मुहावरे का हिंदी अर्थ योग्यता से अधिक पाने की इच्छा रखना और अयोग्य व्यक्ति की बड़ी इच्छा होता है।

यह मुँह और मसूर की दाल मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग

Yah Muh Aur Masoor ki Daal Muhavare Ka वाक्यों में प्रयोग इस प्रकार हैः

  • रोहन ने बड़ी गाड़ी खऱीदने की बात कही तो सभी बोले कि यह मुँह और मसूर की दाल वाली बोल रहा है।
  • मुकेश ने प्रधानमंत्री बनने के लिए चुनाव लड़ने के लिए सोचा तो गांव के लोग उससे कहने लगे कि यह मुंह और मसूर की दाल वाली बात बोल रहे हो।
  • सोहन के दोस्त ने कक्षा में यह मुंह और मसूर की दाल मुहावरे का अर्थ पूछा तो कोई नहीं बता पाया।
  • राखी ने कहा कि वह अगली बार वह ऑस्कर जीतेगी तो उसके दोस्त बोले कि यह मुँह और मसूर की दाल की बात कर रही हो।
  • अध्यापक ने कक्षा में यह मुंह और मसूर की दाल मुहावरे का अर्थ बताया।

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आशा है कि आपको Yah Muh Aur Masoor ki Daal Muhavare Ka Arth के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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