क्या आप जानते हैं कि Which Fuel is Used in Chandrayaan 3? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चंद्रयान-3 ले जाने वाले रॉकेट में ठोस और तरल दोनों तरह के ईंधन का इस्तेमाल किया गया था। पहले चरण में ठोस ईंधन का उपयोग किया जाता है, जबकि दूसरे चरण में तरल ईंधन का उपयोग किया जाता है। अंतिम चरण के लिए, एक क्रायोजेनिक इंजन का उपयोग किया जाता है, जो तरल हाइड्रोजन और ऑक्सीजन पर चलता है। रॉकेट की ईंधन क्षमता 27,000 किलोग्राम से अधिक है!
अब सवाल आता है कि यह ईंधन रॉकेट को अंतरिक्ष में ले जाने के लिए कैसे काम करता है? तीन चरणों वाले रॉकेट में दो ठोस ईंधन बूस्टर होते हैं, जो शुरुआत में रॉकेट को आगे की ओर धकेलते हैं। फिर, तरल ईंधन कोर चरण कार्यभार संभालता है, जोर बनाए रखता है और रॉकेट को उसकी वांछित कक्षा हासिल करने में मदद करता है। यह ईंधन, जिसे प्रोपेलेंट कहा जाता है, अंतरिक्ष अभियानों में एक आवश्यक घटक है।
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क्या चंद्रयान 3 धरती पर वापस आएगा?
सभी के मन में यह सवाल है कि क्या चंद्रयान 3 धरती पर वापस आएगा? अगर हाँ, तो चंद्रयान 3 वापस कब आएगा? लेकिन जवाब है कि कभी नहीं। विक्रम और प्रज्ञान को धरती पर वापस नहीं आना है। वे चंद्रमा पर ही रहेंगे।
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको Which Fuel is Used in Chandrayaan 3 की पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।