उत्तराखंड उत्तर भारत में स्थित पहाड़ों से ढका एक अति सुन्दर राज्य है। यहां जिम कॉर्बेट पार्क, ऋषिकेश, मसूरी, हरिद्वार जैसे बड़े टूरिस्ट अट्रैक्शन हैं। इन टूरिस्ट अट्रैक्शन की वजह से यहां दुनिया से सैलानी उमड़ पड़ते हैं। यह टूरिस्ट यहां रहते हुए इस प्रदेश की भाषा से भी परिचित हो जाते हैं। क्या आपको पता है कि उत्तराखंड में कौन सी भाषा बोली जाती है? चलिए, इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं कि उत्तराखंड में कौन सी भाषा बोली जाती है।
उत्तराखंड में कौन सी भाषा बोली जाती है?
उत्तराखंड की आधिकारिक भाषा हिंदी है। 2011 में हुई जनगणना के मुताबिक उत्तराखंड में 41% लोग हिंदी बोलते हैं। हिंदी के बाद यहां की दूसरी आधिकारिक भाषा संस्कृत है। नीचे इस राज्य की सभी भाषों की लिस्ट दी है-
- हिंदी
- गढ़वाली
- कुमाउनी
- उर्दू
- पंजाबी
- बंगाली
- जौनसारी
- नेपाली
- भोजपुरी
भाषा का महत्व क्या है?
पूरे भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती हैं समझने के साथ ही भाषा का महत्व जानना जरूरी है जोकि इस प्रकार बताया गया हैः
- भाषा हमें अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने में मदद करती है।
- यह हमारे लिए अद्वितीय है क्योंकि यह विभिन्न संस्कृतियों और समाजों के भीतर अद्वितीय विचारों और रीति-रिवाजों को व्यक्त करने का एक तरीका है।
- एक क्षेत्रीय भाषा सीखकर आप उन विचारों और विचारों को समझ सकते हैं जो आपकी अपनी संस्कृति से भिन्न हो सकते हैं।
- भाषा संस्कृतियों को संरक्षित करने में मदद करती है, लेकिन यह हमें दूसरों के बारे में जानने और उनके विचारों को समझने का अवसर देती है।
- सभी मनुष्य अलग-अलग समय पर बात करना सीखते हैं, और जब कोई बच्चा भाषा का उपयोग करना शुरू करता है तो यह देखना इस बात का संकेत हो सकता है कि उनका विकास कितनी अच्छी तरह हो रहा है।
- भाषा मानव संचार का हिस्सा है और इससे एक व्यक्ति इशारों, भावों, स्वरों और भावनाओं, और विचारों प्रदर्शित करता है।
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FAQs
उत्तराखंड की आधिकारिक भाषा हिंदी है।
हिंदी के बाद उत्तराखंड की दूसरी आधिकारिक भाषा संस्कृत है।
उत्तराखंड में गढ़वाली और कुमाउनी भाषा काफी लोकप्रिय हैं।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको उत्तराखंड में कौन सी भाषा बोली जाती है? के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ब्लाॅग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।