UPSC प्रीलिम्स एग्जाम 2023 को रद्द किए जाने की मांग को लेकर कुछ कैंडिडेट्स सुप्रीम कोर्ट गए थे। अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि वह इस मामले की सुनवाई जुलाई की 3 तारीख को करेगा। इससे पहले यही मांग लेकर कुछ कैंडिडेट्स कैट भी गए थे लेकिन कोर्ट ने UPSC प्रीलिम्स की परीक्षा रद्द किए जाने से मना कर दिया था।
कैंडिडेट्स की शिकायत, UPSC पैटर्न के मुताबिक़ नहीं थे प्रश्न
कुछ कैंडिडेरट्स की शिकायत है कि UPSC 2023 प्रीलिम्स की परीक्षा में मैथ्स और इंग्लिश के सवाल बहुत ही मुश्किल थे और वे UPSC के निर्धारित पैटर्न के अनुसार नहीं थे।
आंसर की को लेकर भी कैंडिडेट्स हैं नाराज़
कुछ कैंडिडेट्स की शिकायत है कि आयोग UPSC आंसर की के सम्बन्ध में भी प्रक्रिया का पूरी तरह से पालन नहीं कर रहा है। कैंडिडेट्स का कहना है कि उन्हें उनके द्वारा दी गई एग्जाम के आंसर की आयोग द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जाती है। इसके अलावा कैंडिडेट्स द्वारा आंसर की के सम्बन्ध में उठाए गए ओब्जेक्शन्स पर भी आयोग द्वारा कोई विशेष ध्यान नहीं दिया जाता।
मैथ्स और इंग्लिश के प्रश्नों को देखकर एक्सपर्ट्स ने भी जताई हैरानी
UPSC प्रीलिम्स 2023 के CSAT के पेपर को देखकर कुछ UPSC एक्सपर्ट्स ने भी हैरानी जताई थी। उनके मुताबिक़ मैथ्स के क्वेश्चंस को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे कि उन्हें JEE जैसे किसी इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम की किसी किताब से उठाकर रख दिया गया है। इसके अलावा इंग्लिश के सवाल देखकर लगता है जैसे ग्रेजुएशन लेवल के प्रश्न हों। एक्सपर्ट्स के मुताबिक़ CSAT के पेपर का उद्देश्य कैंडिडेट्स की इंग्लिश और मैथ्स की समझ की जांच करना होता है। इसके लिए दसवीं के स्तर के सवाल पूछे जाने चाहिए।
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