उत्तर प्रदेश बोर्ड एग्जाम (UP Board Exam) में नकल कराने वाले स्कूलों पर एक्शन लिया जाएगा। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UPSEB) ने अनाउंस किया है कि जिन स्कूलों में बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं और वहां नकल या परीक्षा के दौरान स्टूडेंट की जगह अगर कोई और व्यक्ति पकड़ा गया तो उन स्कूलों की मान्यता रद करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
UPSEB के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने कहा कि विभाग के सभी अफसरों को इस फैसले की जानकारी दी गई है और सभी संवेदनशील एग्जाम सेंटर्स पर लगातार नजर रखी जा रही है। अगर स्कूलों में परीक्षाओं के दौरान नकल हुई तो बोर्ड ऐसे स्कूलों के परीक्षा केंद्र डिबार कर दिए जाएंगे।
सचिव ने बताया कि बोर्ड के अधिकारी अब तक फर्जीवाड़ा करने वाल 100 को गिरफ्तार करने में कामयाब रहे हैं। 10वीं साइंस की परीक्षा में पहली शिफ्ट में 11 प्रॉक्सी परीक्षार्थी पकड़े गए। प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया गया है।
बोर्ड सचिव ने स्ट्रांग रूमों की जांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने देर रात तक Google Meet के माध्यम से अधिकारियों के साथ कई बार बैठक की और कंट्रोल रूम से व्यवस्था की जानकारी ली।
नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए झोंकी पूरी ताकत
10वीं के लिए 31,11,714 और इंटरमीडिएट के लिए 15,84,418 स्टूडेंट्स परीक्षा दे रहे हैं। शुक्ला ने कहा कि 27 फ़रवरी 2023 की सुबह तक कई संवेदनशील केंद्रों की जांच की गई और परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांगरूम में दो से तीन राउंड तक जांच की गई।
परीक्षा में नकल रोकने और अन्य गतिविधियां रोकने के लिए हर दिन रणनीति बनाई जा रही है। नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए बोर्ड ने पूरी ताकत झोंक दी है।
काफी सालों से शिकंजा कसने की थी मांग
बोर्ड के इस कदम से प्रदेश के स्कूलों में नकलविहीन परीक्षा होने की उम्मीद बढ़ेगी। बोर्ड एग्जाम में नकल रोकने और परीक्षाएं सही से कराने के लिए काफी सालों से मांग की जा रही थी कि सरकार या शिक्षा बोर्ड की ओर से सख्त निर्णय लिया जाए। अब प्रदेशभर के ऐसे स्कूलों को चिह्नित किया जा रहा है जहां नकल कराई जा रही है या अन्य गतिविधियां शामिल हैं।
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