शब्द हिंदी व्याकरण का दूसरा खंड है, जिसके अंतर्गत शब्द की परिभाषा आती है। कोई भी भाषा बिना शब्द के निर्थक है, हिंदी भाषा में शब्द को चार भागो में बाटा गया है, तत्सम और तत्पुरुष भी इसका एक प्रकार है जिसका श्रोता के आधार पर वर्गीकरण किया गया है। ये व्याकरण के उन विषयों में से है, जो छोटी कक्षाओं और हमारी प्रतियोगिता परीक्षा में पूछे जाते है। इस पोस्ट के माध्यम से आप तद्भव शब्द किसे कहते हैं, तत्सम और तद्भव शब्दों की पहचान के क्या नियम हैं आदि प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर पाएंगे। विद्यार्थियों को हिंदी व्याकरण का ज्ञान देती इस पोस्ट में विद्यार्थी Tatsam-Tadbhav Shabd के कुछ उदाहरणों को भी देखेंगे, जिससे उन्हें समझने में आसानी होगी।
हमारे अंदर जो भी भाव उत्पन होते हैं, उनको बताने का काम शब्द करते हैं। किसी भाषा की समृद्धि, शब्दों पर निर्भर करती है। आसान भाषा में कहा जाए तो किसी भी भाषा में शब्दों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। इसी क्रम में भाषा में लगतार नए शब्द शामिल होते हैं, जो भाषा का सौन्दर्यकरण करने का काम करते हैं।
हिंदी भाषा में आप उत्पति के द्वारा निम्नलिखित प्रकार के शब्द-संग्रह देख सकते हैं–
- तत्सम शब्द
- तद्भव शब्द
- देशी शब्द
- विदेशी शब्द
- अन्य शब्द
This Blog Includes:
- तत्सम शब्द क्या होते हैं?
- तद्भव शब्द क्या होते हैं?
- तत्सम तद्भव शब्द को पहचानने के नियम
- तत्सम तद्भव शब्द के उदाहरण
- आ से शुरू होंने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
- इ, ई से शुरू होने वाले तत्सम -तद्भव शब्द
- उ, ऊ से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
- ए, ऐ से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
- क, ख से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
- ग, घ से शुरु होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
- च, छ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द
- ज, झ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द
- त, थ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द
- द, ध से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द
- न, प से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
- फ, ब से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
- भ, म से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
- य, र से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
- ल, व से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
- स, श, ष, श्र से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
- ह, क्ष से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
- त्र से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
- तत्सम और तद्भव शब्दों का महत्व
- तत्सम और तद्भव शब्दों में अंतर
- MCQs
- FAQs
तत्सम शब्द क्या होते हैं?
तत्सम शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों, तत् + सम् से मिलकर बना है। जिसका मतलब होता है ज्यो का त्यों अर्थात संस्कृत के समान। जिसे हम संस्कृत से बिना कोई बदलाव करे उपयोग में लाते है, जिनकी ध्वनि में कोई परिवर्तन नहीं होता। इनका उच्चारण कठिन होता है। कोंकणी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, तेलुगू, कन्नड,हिंदी आदि काफी शब्द संस्कृत से लिए है।
जैसे – अग्नि, वायु,नेता, माता, अहंकार, नवीन, सुन्दर, सहसा, नित्य, अकस्मात् आदि |
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तद्भव शब्द क्या होते हैं?
Tatsam-Tadbhav Shabd का परिवर्तित या आसान रूप है। इसमें उच्चारण सरल हो जाता है। तद्भव का शाब्दिक अर्थ है – “उससे बने” संस्कृत भाषा में परिवर्तन होने कारण पाली, प्रकृत, अपभ्रंश भाषाओं से गुज़री हिंदी में रूप परिवर्तन हुआ। जैसे-
- हरिद्रा से हल्दी
- मुख से मुँह
- ग्राम से गाँव
- दुग्ध से दूध
जरूर पढ़ें Kaal in Hindi (काल)
तत्सम तद्भव शब्द को पहचानने के नियम
Tatsam tadbhav shabd पहचानने के नियम नीचे दिए गए हैं-
1. तत्सम शब्दों के पीछे ‘क्ष‘ वर्ण का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों के पीछे ‘ख‘ या ‘छ‘ शब्द का प्रयोग होता है।
जैसे –अक्षर = अक्छर,आखर,
पक्षी = पंछी
2. तत्सम शब्दों में ‘र‘ की मात्रा का प्रयोग होता है।
जैसे –अमृत = अमीर, आम्र = आम
3. तत्सम शब्दों में ‘ऋ’ की मात्रा का उपयोग होता है।
जैसे –
4. तत्सम शब्दों में ‘श्र’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘स‘ का प्रयोग हो जाता है।
जैसे – धन्नश्रेष्ठी = धन्नासेठी
5. तत्सम शब्दों में ‘व‘ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘ब’ का प्रयोग होता है।
जैसे – वन = बन
6. तत्सम शब्दों में ‘ष’ वर्ण का प्रयोग होता है।
जैसे – कृषक = किसान
7. तत्सम शब्दों में ‘श’ का प्रयोग होता है और तद्भव शब्दों में ‘स’ का प्रयोग हो जाता है।
जैसे – दिपशलाका = दिया सलाई
तत्सम तद्भव शब्द के उदाहरण
Tatsam tadbhav shabd के उदाहरण नीचे दिए गए हैं-
आ से शुरू होंने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
1. आम्र = आम
2. आश्चर्य = अचरज
3. अक्षि = आँख
4. अमूल्य = अमोल
5. अग्नि = आग
6. अंधकार = अँधेरा
7. अगम्य = अगम
8. अकस्मात = अचानक
9. आलस्य = आलस
12. अश्रु = आँसू
13. अक्षर = अच्छर
14. अंगरखा = अंगरक्षक
15. आश्रय = आसरा
16. आशीष = असीस
17. अशीति = अस्सी
18. ओष्ठ = ओंठ
19. अमृत = अमिय
20. अंध = अँधा
21. अर्द्ध = आधा
22. अन्न = अनाज
23. अक्षवाट = अखाडा
24. आशा – आस
25. अक्षोट = अखरोट
26. अट्टालिका = अटारी
27. अष्टादश = अठारह
28. अगणित = अनगिनत
29. अध् = आज
30. अम्लिका = इमली
31. अमावस्या = अमावस
32. अर्पण = अरपन
33. अन्यत्र = अनत
34. अनार्य = अनाड़ी
35. अज्ञान = अजान
36. आदित्यवार = इतवार
37. आम्रचूर्ण = आमचूर
इ, ई से शुरू होने वाले तत्सम -तद्भव शब्द
1. इक्षु = ईंख
2. ईर्ष्या = ईर्षा
3. इष्टिका = ईंट
उ, ऊ से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
1. उलूक = उल्लू
2. उच्च = ऊँचा
3. उज्ज्वल = उजला
4. उष्ट्र = ऊँट
5. उत्साह = उछाह
6. ऊपालम्भ = उलाहना
7. उद्वर्तन = उबटन
8. उलूखल = ओखली
9. उपर्युक्त = उपरोक्त
ए, ऐ से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
1. एकादश = ग्यारह
2. एला = इलायची
3. एकत्र = इकट्ठा
क, ख से शुरू होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
1. कुपुत्र = कपूत
2. कर्म = काम
3. काक = कौआ
4. कपोत = कबूतर
5. कदली = केला
6. कपाट = किवाड़
7. कीट = कीड़ा
8. कूप = कुआँ
9. कोकिल = कोयल
10. कर्ण = कान
11. कृषक = किसान
12. कुंभकार = कुम्हार
13. कटु = कडवा
14. कुक्षी = कोख
15. क्लेश = कलेश
16. काष्ठ = काठ
17. कृष्ण = किसन
18. कुष्ठ = कोढ़
19. कृतगृह = कचहरी
20. कर्पूर = कपूर
ग, घ से शुरु होने वाले तत्सम-तद्भव शब्द
1.ग्रीष्म = गर्मी
2. ग्राहक = गाहक
3. गौ = गाय
4. गर्जर = गाजर
5. ग्रन्थि = गाँठ
6. गोधूम = गेंहूँ
7. गौरा = गोरा
8. गृध = गीध
च, छ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द
1. चन्द्र = चाँद
2.चक = चाक
3. चर्म = चमडा
4. चूर्ण = चूरन
5. छत्र = छाता
6. चतुर्विंश = चौबीस
7. चतुष्कोण = चौकोर
8. चतुष्पद = चौपाया
9. चक्रवाक = चकवा
10. चवर्ण = चबाना
11. चर्मकार = चमार
12. चंचु = चोंच
13. चतुर्थ = चौथा
14. चैत्र = चैत
15. चंद्रिका = चाँदनी
16. चित्रकार = चितेरा
17. चिक्कण = चिकना
18. छत्र =छतरी
19. छिद्र = छेद
20. छाँह = छाया
ज, झ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द
1. जिह्वा = जीभ
2. ज्येष्ठ = जेठ
3. जमाता = जवाई
4. ज्योति = जोत
5. जन्म = जनम
6. जंधा = जाँध
7. जीर्ण = झीना
त, थ से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द
1. तैल = तेल
2. तृण = तिनका
3. ताम्र = ताँबा
4. तिथिवार = त्यौहार
5. ताम्बूलिक = तमोली
6. तड़ाग = तालाब
7. त्वरित = तुरंत
8. तपस्वी = तपसी
9. तुंद = तोंद
10. तीर्थ = तीरथ
11. तीक्ष्ण = तीखा
द, ध से शुरू होने वाले तत्सम = तद्भव शब्द
1. दूर्वा = दूब
2. दीपावली = दीवाली
3. दुग्ध = दूध
4. दंत = दांत
5. दीप = दीया
6. दधि = दही
7. देव = दई
8. दिशांतर = दिशावर
9. दौहित्र = दोहिता
10. दंतधावन = दतून
11. दंड = डंडा
12. द्वादश = बारह
13. द्विगुणा = दुगुना
न, प से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
1. नारिकेल = नारियल
2. नयन = नैन
3. नव्य = नया
4. नृत्य = नाच
5. निंद्रा = नींद
6. नासिका = नाक
7. नवीन = नया
8. नग्न = नंगा
9. निष्ठुर = निठुर
10. निर्वाह = निवाह
11. निम्ब = नीम
12. नकुल = नेवला
13. नव = नौ
14. पुत्र = पूत
15. प्रहर = पहर
फ, ब से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
1. फाल्गुन = फागुन
2. बिंदु = बूंद
3. बालुका = बालू
4. बधिर = बहरा
5. बलिवर्द = बैल
6. बली वर्द = बींट
7. बंध्या = बाँझ
8. बुभुक्षित = भूखा
भ, म से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
1. भिक्षा = भीख
2. भ्राता = भाई
3. भुजा = बाँह
4. भगिनी = बहिन
5. भक्त = भगत
6. भल्लुक = भालू
7. भाद्रपद = भादौं
8. भद्र = भला
9. भ्रत्जा = भतीजा
10. भ्रमर = भौरां
11. भ्रू = भौं
12. भिक्षुक = भिखारी
13. मृग = हिरण
14. मनुष्य = मानुष
य, र से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
1. यमुना = जमुना
2. युवा = जवान
3. यश = जस
4. यज्ञोपवीत = जनेऊ
5. यव = जौ
6. योगी = जोगी
7. यति = जति
8. यूथ = जत्था
9. युक्ति = जुगति
10. यषोदा = जसोदा
11. यशोगान = यशगान
ल, व से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
1. लक्ष = लाख
2. लौह = लोहा
3. लक्ष्मण = लखन
4. लज्जा = लाज
5. लवंग = लौंग
6. लोक = लोग
7. लोमशा = लोमड़ी
8. लवणता = लुनाई
9. लेपन = लीपना
10. लौहकार = लुहार
11. वत्स = बच्चा
12. व्याघ्र = बाघ
13. वणिक = बनिया
14. वाणी = आवाज?
15. वरयात्रा = बारात
स, श, ष, श्र से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
1. सूर्य = सूरज
2. स्वर्ण = सोना
3. स्तन = थन
4. सूचिका = सुई
5. सुभाग = सुहाग
6. स्वर्णकार = सुनार
7. स्वसुर = ससुर
8. सत्य = सच/
9. सर्प = साँप
10. सप्त = सात
11. सूत्र = सूत
12. स्थिर = अटल
ह, क्ष से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
1. हास्य = हँसी
2. हस्त = हाथ
3. हिरन = हरिण
4. हस्ती = हाथी
5. हरिद्रा = हल्दी
6. हट्ट = हाट
7. होलिका = होली
8. ह्रदय = हिय
9. हंडी = हांड़ी
10. क्षीर = खीर
त्र से शुरू होने वाले तत्सम= तद्भव शब्द
1. त्रिणी = तीन
2. त्रयोदश = तेरह
तत्सम और तद्भव शब्दों का महत्व
Tatsam-Tadbhav Shabd का हिंदी व्याकरण में क्या महत्व है, इसके बारे में आप निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से जान सकते हैं;
- जहाँ तत्सम शब्दों के प्रयोग से भाषा को अधिक सशक्त और प्रभावी बनाया जा सकता है, वहीं तद्भव शब्दों के प्रयोग से भाषा को अधिक सरल और सुबोध बनाया जा सकता है।
- तत्सम शब्दों के प्रयोग से भाषा को समृद्धि मिलती है, तो वहीं तद्भव शब्दों के प्रयोग से भाषा को अधिक लोकप्रिय बनाया जा सकता है।
- तत्सम शब्दों से भाषा की शुद्धता और माधुर्य बढ़ती है, तो वहीं तद्भव शब्दों का प्रयोग भाषा की अभिव्यक्ति क्षमता को बढ़ाता है।
- तत्सम शब्दों के प्रयोग से ही भाषा के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार में सहायता मिलती है।
तत्सम और तद्भव शब्दों में अंतर
Tatsam-Tadbhav Shabd के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए आपको इसके बीच के बारीक अंतर को जान लेना चाहिए, जिसकी जानकारी आपको निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से मिलेगी;
- तत्सम शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा से हुई है, तो वहीं तद्भव शब्द की उत्पत्ति हिंदी भाषा से होती है।
- तत्सम शब्द की वर्तनी संस्कृत भाषा के समान होती है, तो वहीं तद्भव शब्द की वर्तनी हिंदी भाषा के समान होती है।
- तत्सम शब्दों का अर्थ संस्कृत भाषा के समान होता है, तो वहीं तद्भव शब्दों का अर्थ हिंदी भाषा के समान होता है।
MCQs
करम
नियति
ब्योरा
तेज़ी
उत्तर -(b) नियति
माह
शत
खेत
मन
उत्तर -(b) शत
कोढ़
चंचु
चूर्ण
चंचल
उत्तर -(d) चंचल
आँख
आक्षी
आच्छी
आक्षि
उत्तर -(a) आँख
तद्भव
विदेशज
देशज
तत्सम
उत्तर -(d)तत्सम
अर्थ
प्रयोग
रचना
उत्पत्ति
उत्तर – (d) उत्पत्ति
उजियारा
उजला
उजागर
उजवलता
उत्तर-(a) उजियारा
FAQs
तत्सम का अर्थ होता है “उसके समान”। अर्थात, ऐसे शब्द जो संस्कृत के समान है, जो शब्द संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा मे आये है और उन्हें ज्यों का त्यों प्रयुक्त कर रहे है, उन्हें तत्सम शब्द कहते है। तद्भव का अर्थ होता है “उससे उत्पन्न”। संस्कृत के ऐसे शब्द संस्कृत से उत्पन्न हुए है उन्हें तद्भव शब्द कहते है।
हिन्दी में प्रयुक्त कुछ तत्सम कुमार शब्दों के तद्भव रूप नीचे दिए गए हैं-
1. आभीर — अहेर
2. आर्य — आरज
3. अनार्य — अनाड़ी
4. आश्विन — आसोज
तत्सम शब्द संस्कृत भाषा के दो शब्दों, तत् + सम् से मिलकर बना है। जिसका मतलब होता है ज्यो का त्यों अर्थात संस्कृत के समान।
अटल विशेषण, तत्सम और इसका अर्थ होता है: जो न बदले (निर्णय, संकल्प आदि)। उदाहरण : भीष्म पितामह ने विवाह न करने की दृढ़ प्रतिज्ञा की थी।
आज शब्द का तत्सम रूप अद्य है।
आशा है कि इस ब्लॉग से आपको Tatsam Tadbhav Shabd के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।
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Nice lekh
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राघवेंद्र जी आपका आभार, ऐसे ही जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर बनें रहें।
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2 comments
Nice lekh
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