Pariksha Pe Charcha 2024 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 29 जनवरी 2024 को ‘परीक्षा पे चर्चा’ (Pariksha Pe Charcha 2024) के 7वें एडिशन में स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और शिक्षकों से बात की। तकरीबन दो घंटे तक मेगा क्लास में तनाव कम करके बच्चों को परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन के बारे में सीख मिली। कार्यक्रम की शुरुआत में एग्जाम प्रेशर पर पैरेंट्स से लेकर टीचर्स और बच्चों ने बात की और उत्तर में प्रधानमंत्री मोदी ने एग्जाम प्रेशर हैंडल करने के टिप्स दिए। इस ब्लाॅग में हम प्रधानमंत्री ने परीक्षा का प्रेशर हैंडल करने के अलावा अन्य प्रश्नों का उत्तर कैसे दिया के बारे में जानेंगे।
Pariksha Pe Charcha में पूछे गए प्रश्न
Pariksha Pe Charcha में पूछे गए प्रश्न और प्रधानमंत्री के उत्तर इस प्रकार हैंः
छात्र का प्रश्न- दिल्ली के स्टूडेंट ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि बोर्ड तैयारी के बीच एग्जाम प्रेशर को कैसे कम करें?
प्रधानमंत्री का उत्तर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें किसी भी प्रेशर को झेलने की क्षमता विकसित करनी चाहिए और खुद को तैयार करना चाहिए।
छात्र का प्रश्न- परीक्षा की तैयारी में बाहरी दबाव से कैसे बचें?
प्रधानमंत्री का उत्तर- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बाहरी दबाव स्टूडेंट्स खुद ही अनुभव करते हैं और परीक्षा की तैयारी के दौरान हमें ज्यादा नहीं सोचना चाहिए जिससे दबाव महसूस हो।
छात्र का प्रश्न- एक्सरसाइज करते हुए परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
प्रधानमंत्री का उत्तर- स्टूडेंट के इस प्रश्न पर प्रधानमंत्री ने कहा कि रात में फोन का इस्तेमाल बंद कर दें और एक्सरसाइज के लिए भी समय निकालें।
शिक्षक का प्रश्न- छात्र खेलकूद और पढ़ाई में मुख्य रूप से कैसे ध्यान केंद्रित कर सकते हैं?
प्रधानमंत्री का उत्तर- प्रधानमंत्री ने कहा कि छात्रों को खेलकूद का पूरा लेना चाहिए और इससे उनका ओवरऑल डेवलपमेंट होता है। इसके अलावा पढ़ाई में ध्यान के लिए कोर्स और सिलेबस को ध्यान में रखते हुए स्टूडेंट्स को पढ़ाना चाहिए।
परीक्षा पे चर्चा: पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें
परीक्षा पे चर्चा: पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें इस प्रकार हैंः
- प्रधानमंत्री ने स्टूडेंट्स से कहा कि परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए लिखने की प्रैक्टिस जरूर करें।
- माता-पिता, शिक्षकों या रिश्तेदारों की ओर से समय-समय पर नकारात्मक तुलना की जाने वाली ‘रनिंग कमेंट्री’ छात्र के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह फायदे से ज्यादा नुकसान करता है।
- हमें छात्रों के साथ उचित और हार्दिक बातचीत के माध्यम से मुद्दे का समाधान सुनिश्चित करना चाहिए, न कि तुलनाओं और बातचीत के माध्यम से उनके मनोबल और आत्मविश्वास को कम करना चाहिए।
- शिक्षकों और छात्रों के बीच का रिश्ता गहरा होना चाहिए! यह रिश्ता ऐसा होना चाहिए कि छात्र अपने तनावों, समस्याओं और असुरक्षाओं पर अपने शिक्षकों के साथ खुलकर चर्चा कर सकें।
- जिस तरह मोबाइल को काम करने के लिए चार्जिंग की जरूरत होती है, उसी तरह शरीर को रिचार्ज रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि स्वस्थ दिमाग के लिए शरीर का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी है। इसके लिए उचित नींद लेना भी बहुत जरूरी है।
- जितना अधिक आप अभ्यास करेंगे, आप उतने ही अधिक आत्मविश्वासी बनेंगे। पानी कितना भी गहरा क्यों न हो, जो तैरना जानता है वह पार हो ही जाता है।
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उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको प्रधानमंत्री पे परीक्षा (Pariksha Pe Charcha 2024) में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के प्रश्न और प्रधानमंत्री के उत्तर के बारे में जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ब्लाॅग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट बने रहें।