मुहावरे जिनका प्रयोग हम लगभग प्रतिदिन करते हैं, मुहावरे हमारी बातों को कम शब्दों में बेहतर तरह से प्रस्तुत करने में मदद करते हैं। कई बार ऐसा होता है कि हम मुहावरों का सही अर्थ जानें बिना ही उनका प्रयोग कर देते हैं, जिससे अर्थ का अनर्थ हो जाता है। ऐसे ही मुहावरों की सूची में शामिल है ‘पलकें बिछाना’ मुहावरा जिसके अर्थ में अक्सर कई लोग गलती कर देते हैं, इसलिए इस ब्लॉग में ‘पलकें बिछाना मुहावरे का अर्थ’ (Palke Bichana Muhavare Ka Arth) और इसके भाव को स्पष्ट करने के लिए वाक्यों में प्रयोग दिए गए हैं जो आपको इसके बारे में जानने में मदद करेंगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
पलकें बिछाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
पलकें बिछाना मुहावरे का अर्थ (Palke Bichana Muhavare Ka Arth) होता है ‘प्रेम से स्वागत करना, प्रेम पूर्वक प्रतिक्षा करना’। जब कोई व्यक्ति बड़ी उत्सुकता से किसी का इंतजार करता है जैसे मानो उसने अपनी पलकें ज़मीन पर बिछा दी हों ताकि आते ही उसे देख सके। तो उसके लिए ‘पलकें बिछाना’ मुहावरे का प्रयोग करते हैं।
पलकें बिछाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
पलकें बिछाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- माँ अपने बेटे के घर लौटने का पलकें बिछाकर इंतजार कर रही थी।
- बच्चे उत्साह से त्योहार के आने का पलकें बिछाकर इंतजार कर रहे थे।
- छात्र अपने परिणाम का पलकें बिछाकर इंतजार कर रहे थे।
- वर्ल्ड कप जीतने के बाद सभी देशवाशी, क्रिकेटरों का पलकें बिछाकर इंतजार कर रहे थे।
- प्रिया अपनी शादी का पलकें बिछाकर इंतजार कर रही थी।
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आशा है कि पलकें बिछाना मुहावरे का अर्थ (Palke Bichana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।