नाक पर मक्खी न बैठने देना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Naak Par Makhi Na Baithne Dena Muhavare Ka Arth) ‘स्वयं पर किसी भी प्रकार का आक्षेप न लगने देना’ होता है। जब कोई व्यक्ति किसी भी परिस्थिति में स्वयं पर आंच तक नहीं आने देता तब नाक पर मक्खी न बैठने देना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘नाक पर मक्खी न बैठने देना मुहावरे का अर्थ’ (Naak Par Makhi Na Baithne Dena Muhavare Ka Arth) और इसके वाक्यों में प्रयोग के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
नाक पर मक्खी न बैठने देना मुहावरे का अर्थ क्या है?
नाक पर मक्खी न बैठने देना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Naak Par Makhi Na Baithne Dena Muhavare Ka Arth) ‘स्वयं पर किसी भी प्रकार का आक्षेप न लगने देना’ होता है।
नाक पर मक्खी न बैठने देना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
नाक पर मक्खी न बैठने देना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित है :-
- सोहन जब से गांव का सरपंच बना है, वह तो अपने नाक पर मक्खी भी नहीं बैठने देता।
- उच्च अधिकारी बनते ही मोहन अपने नाक पर मक्खी भी नहीं बैठने देता।
- सुनील प्रतिकूल परिस्थिति में कभी अपने मित्र की नाक पर मक्खी तक नहीं बैठने देगा।
- अंशुल ने कहा, आपके रहते हुए हमारी नाक पर मक्खी कैसे बैठ सकती है।
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आशा है कि आपको नाक पर मक्खी न बैठने देना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Naak Par Makhi Na Baithne Dena Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।