भारतीय वेटलिफ्टर मीराबाई चानू एक ऐसा नाम है जिन्होंने संघर्षों के सफर में साहस से काम लेकर युवाओं को प्रेरित करने का काम किया। मीराबाई चानू की कहानी से प्रेरणा पाकर भारत की नारी शक्ति ने हर क्षेत्र में तरक्की की है। कम उम्र में ही मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में रुचि दिखाई और इसे अपने करियर के रूप में चुना। मीराबाई चानू एक ऐसी भारतीय वेटलिफ्टर हैं, जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन और उपलब्धियों से देश का नाम रोशन किया है। मीराबाई चानू का लक्ष्य पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतना है, जिसके लिए वह पूरी तरह तैयार है। पेरिस ओलंपिक के लिए मीराबाई चानू की तैयारियों के बारे में जानने के साथ-साथ Mirabai Chanu Biography in Hindi के बारे में जान पाएंगे।
This Blog Includes:
- मीराबाई चानू है पेरिस ओलंपिक के लिए तैयार
- मीराबाई चानू ने CWG 2022 में जीता गोल्ड
- टोक्यो ओलंपिक में जीता सिल्वर मेडल
- साइखोम मीराबाई चानू का जीवन परिचय
- प्रारंभिक जीवन
- करियर
- खेल रत्न साइखोम मीराबाई चानू की उपस्थिति में
- मीराबाई चानू ने कतर इंटरनेशनल कप में गोल्ड मेडल
- 22 साल की उम्र में 22 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
- वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने महिलाओं के 49 किलो
- साइखोम मीराबाई चानू के नाम रिकॉर्ड्स
- साइखोम मीराबाई चानू को मिले सम्मान
- FAQs
मीराबाई चानू है पेरिस ओलंपिक के लिए तैयार
टोक्यो ओलंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई चानू का लक्ष्य वर्ष 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने का है, जिसके लिए मीराबाई चानू अपने कोच विजय शर्मा के निर्देशन में प्रशिक्षण ले रही हैं, जो उनकी ताकत, तकनीक और सहनशक्ति में सुधार करने में मदद कर रहे हैं। मीराबाई ने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अपने प्रदर्शन को बनाए रखा है और प्रतियोगिता के माहौल से परिचित हो रही हैं। इससे उन्हें अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करने और सुधार करने का अवसर मिलता है।
मीराबाई चानू ने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर अपने प्रदर्शन में सुधार किया है और प्रतियोगिता के माहौल से परिचित हो रही हैं। इससे उन्हें अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करने और सुधार करने का अवसर मिलता है। इसके साथ ही मीराबाई चानू ने उन्नत फिटनेस और न्यूट्रिशन पर भी काफी ध्यान दिया है।
मीराबाई चानू ने CWG 2022 में जीता गोल्ड
मीराबाई चानू ने बर्मिंघम में चल रहे CWG 2022 में गोल्ड मैडल जीता था। भारत की ओर से CWG में भारत का महिला केटेगरी में यह पहला गोल्ड मैडल था। इस प्रतियोगिता में उन्होंने कुल 201 किलो का वजन उठाया था।
टोक्यो ओलंपिक में जीता सिल्वर मेडल
मीराबाई चानू ने 24 जुलाई 2021 को टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीत भारत का टोक्यो ओलंपिक में खाता भी खोला था। वह गोल्ड मेडल जीतने से बस थोड़ा ही चूक गईं थी। इसके बाद उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड मिलने की घोषणा हुई थी। घोषणा ये कि खेल मंत्रालय ने विराट कोहली और वर्ल्ड चैंपियन वेटलिफ्टर साइखोम मीराबाई चानू के इस साल का खेल रत्न देने का फैसला किया था। ये स्पोर्ट्स का सबसे बड़ा अवॉर्ड। Saikhom Mirabai Chanu Hindustan। आईएएनएस न्यूज़:गुवाहाटी, 22 जनवरी आईएएनएस भारोत्तोलन में भारत के पहले द्रोणाचार्य अवार्डी विजेता पाल सिंह संधू को उम्मीद थी कि अनुभवी महिला वेटलिफ्टर साइखोम मीराबाई चानू आगामी टोक्यो ओलंपिक में देश को पदक ज़रूर दिलाएंगी।
साइखोम मीराबाई चानू का जीवन परिचय
पूरा नाम | साइखोम मीराबाई चानू |
जन्म तिथि | 8 अगस्त 1994 |
जन्म स्थान | इम्फाल, मणिपुर (भारत) |
पिता का नाम | साइखोम कृति मितेई |
माता का नाम | साइखोम ओंगबी तोंबी लीमा |
भाई-बहन | सैखोम सांतोंबा मितेई (भाई) और सैकोम रंगीता शाया (कुल 6 भाई बहन हैं) |
हाइट | 1।5 मीटर (4 फीट 11 इंच) |
वजन | 48 किलो |
खेल | भारोत्तोलन (वेट लिफ्टिंग) |
कोच | कुंजरानी देवी।(शुरुआती) और विजय शर्मा (अभी) |
हॉबीज | ट्रैवलिंग और म्यूजिक |
पदक | स्वर्ण (अनाहाईम, गोल्ड कोस्ट) और रजत पदक (ग्लास्गो) |
सम्मान | “पद्म श्री” और “राजीव गांधी खेल रत्न” |
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प्रारंभिक जीवन
मीराबाई चानू का जन्म 8 अगस्त 1994 को मणिपुर के नोंगपोक काकचिंग में एक मैतेई हिंदू परिवार में हुआ था। उसके माता-पिता ने उसकी प्रतिभा को तब देखा जब वह सिर्फ 12 साल की थी। वह आसानी से अपने घर में जलाऊ लकड़ी का भारी बोझ उठा सकती थी जिसे उठाने के लिए उसके भाई को भी संघर्ष करना पड़ा।
करियर
इन्होंने ग्लासगो में हुए 2014 राष्ट्रमण्डल खेलों में भारोत्तोलन स्पर्धा के 48 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक प्राप्त किया। उन्होंने कुल 170 किलो वजन उठाया, जिसमें 75 स्नैच में और 95 क्लीन एण्ड जर्क में था। इन्होंने ब्राज़ील के रियो डी जेनेरो में आयोजित २०१६ ग्रीष्मकालीन ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया, किंतु क्लीन एण्ड जर्क में तीनों प्रयास असफल रहने के बाद वह पदक जीतने में असफल रहीं। 2017 में उन्होंने महिला महिला 48 किग्रा श्रेणी में 194 किग्रा 85 किग्रा स्नैच तथा 109 किग्रा क्लीन एण्ड जर्क का भार उठाकर 2017 विश्व भारोत्तोलन चैम्पियनशिप, अनाहाइम, कैलीफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में स्वर्ण पदक जीता। वह भारत में मणिपुर राज्य से हैं।
चानू ने 196 किग्रा, जिसमे 86 kg स्नैच में तथा 110 किग्रा क्लीन एण्ड जर्क में था, का वजन उठाकर भारत को 2018 राष्ट्रमण्डल खेलों का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। इसके साथ ही उन्होंने 48 किग्रा श्रेणी का राष्ट्रमण्डल खेलों का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
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खेल रत्न साइखोम मीराबाई चानू की उपस्थिति में
पूर्व विश्व चैम्पियन भारोत्तोलक साइखोम मीराबाई चानू ने छठे कतर इंटरनेशनल कप में महिला 49 किलो वर्ग में स्वर्ण पदक 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता चानू ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क में एक बार क्लीन लिफ्ट की थी। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलाें में स्वर्ण पदक जीतने वाली महिला भारोत्तोलकों साइखोम मीराबाई चानू और खुमुकचाम संजीता चानू को 15 लाख रूपये के नगद ईनाम की। राष्ट्रमंडल खेल भारोत्तोलन चानू ने दिलाया था। पूर्व विश्व चैम्पियन भारोत्तोलक साइखोम मीराबाई चानू ने छठे कतर इंटरनेशनल कप में 49 किलोवर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का खाता खोल दिया था।
मीराबाई चानू ने कतर इंटरनेशनल कप में गोल्ड मेडल
चानू ने कॉमनवेल्थ 2018 में भारत को पहला स्वर्ण दिलाया। गोल्ड कोस्ट आस्ट्रेलिया भारत की महिला खिलाड़ी साइखोम मीराबाई चानू ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में गुरुवार को भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया। चानू ने खेलों के। Binoculars News portal In Meerut Binoculars News। पूर्व विश्व चैम्पियन भारोत्तोलक साइखोम मीराबाई चानू ने छठे कतर इंटरनेशनल कप में महिला 49 किलोवर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का खाता खोला। चानू ने ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में 194 किलोवर्ग में पीला तमगा हासिल। वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने भारत को दिलाया।
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22 साल की उम्र में 22 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा
कर्णम मल्लेश्वरी के बाद चानू वल्र्ड चैम्पियन बनने वालीं दूसरी भारतीय वेटलिफ्टर हैं। उन्होंने यह एचीवमेंट नवंबर 2017 में हासिल किया था। तब उन्होंने 194 किग्रा (स्नैच में 85 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 109 किग्रा) वजन उठाया था। उस वक्त चानू की उम्र 22 साल थी। वल्र्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत को गोल्ड मेडल जीतने में 22 साल लग गए। कर्णम मल्लेश्वरी ने 1994 और 1995 में इस प्रतियोगिता में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था। वल्र्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में भारत के खाते में अब तक सिर्फ दो गोल्ड ही आए हैं।
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने महिलाओं के 49 किलो
नई दिल्ली। पूर्व विश्व और राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन महिला भारोत्तोलक साइखोम मीराबाई चानू ने 18 अगस्त से शुरू होने जा रहे एशियाई खेलों से अपना नाम वापिस ले लिया है जो भारतीय पदक उम्मीदों के लिये बड़ा झटका है। मीराबाई ने इस फैसले। कतर इंटरनेशनल कप में मीराबाई चानू ने जीता स्वर्ण। दोहा पूर्व विश्व चैम्पियन भारोत्तोलक साइखोम मीराबाई चानू ने छठे कतर इंटरनेशनल कप में महिला 49 किलोवर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का खाता खोला। चानू ने ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में 194 किलोवर्ग में पीला तमगा।
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साइखोम मीराबाई चानू के नाम रिकॉर्ड्स
जोश, जज्बा, जुनून और हौसला जिनके पास हो,जो परिस्थितियों का सामना करने से ना डरे, जो संघर्ष को अपनी आदत बना ले वह इस दुनिया में कुछ भी हासिल कर सकते हैं। ऐसा ही कुछ कर दिखाया महज 24 वर्षीय वेटलिफ्टर साइखोम मीराबाई चानू ने।
- साल 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स (ग्लासगो) में 48 किलोग्राम वर्ग में सिल्वर मेडल जीता।
- साल 2016 में गुवाहाटी में संपन्न 12वें साउथ एशियन गेम्स में साइखोम मीराबाई चानू ने गोल्ड मेडल जीता था।
- साल 2017 में वर्ल्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 48 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल जीता।
- साल 2018 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर साइखोम मीराबाई चानू ने भारत का नाम रोशन किया, जो कि महिला वर्ग की 48 किलोग्राम वेट लिफ्टिंग में था।
- साल 2016 में संपन्न रियो ओलंपिक में भी साइखोम मीराबाई चानू चयन हुआ था, लेकिन इसमें इनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा।
- साल 2020 में टोक्यो ओलंपिक रजत पदक हासिल था।
- साल 2021 में एशियन वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप कांस्य पदक हासिल किया।
- साल 2019 में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप स्वर्ण पदक हासिल किया।
साइखोम मीराबाई चानू को मिले सम्मान
साइखोम मीराबाई चानू (saikhom meerbai chanu) को भारत सरकार द्वारा “पदम श्री” से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार भी इन्हें दिया गया। इन्होंने मणिपुर के साथ-साथ पूरे भारत का नाम विश्व भर में रोशन किया।
FAQs
मीराबाई चानू ने कुल 201 किलो वजन उठाया है।
मीराबाई चानू उत्तर पूर्वी राज्य मणिपुर की राजधानी इम्फाल से हैं।
मीराबाई चानू वेटलिफ्टिंग से संबंधित हैं।
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बेहद प्रेरणादायक जीवनी है
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धन्यवाद
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बेहद प्रेरणादायक जीवनी है
धन्यवाद