जानिए कार्ल मार्क्स का जन्म कहां हुआ था और उनसे जुड़े रोचक तथ्य 

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karl marx ka janm kaha hua tha

कार्ल मार्क्स विश्व के सबसे बड़े दार्शनिक और राजनैतिक माने जाते हैं। उनके जीवन और विचारों से प्रभावित होकर अब तक अनेक पुस्तकें लिखी जा चुकी हैं। उनके द्वारा दी गई कार्ल मार्क्स थ्योरी पर अब तक न जाने कितने ही लोगों ने डॉक्टरेट कर ली और कितनी ही थीसिस अब तक मार्क्सवादी चिंतन पर लिखी जा चुकी हैं। यहाँ कार्ल मार्क्स का जन्म कब हुआ था और उनसे जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में बताया जा रहा है। 

कार्ल मार्क्स का जन्म कहां हुआ था

कार्ल मार्क्स का जन्म प्रशिया साम्राज्य में हुआ था। इसे वर्तमान में जर्मनी एक नाम से जाना जाता है। उनका जन्म जर्मनी के ट्रायर नगर में हुआ था। उन्होंने अपना अधिकाँश जीवन यूरोप के अनेक देशों में घूमते हुए बिताया था। उनके जीवन का एक बड़ा हिस्सा जर्मनी और इंग्लैंड में ही गुज़रा था। 

कार्ल मार्क्स से जुड़े रोचक तथ्य 

कार्ल मार्क्स का जन्म कहां हुआ था ब्लॉग में अब जानिए कार्ल मार्क्स से जुड़े रोचक तथ्य: 

  • युवा कार्ल मार्क्स झगड़ालू थे: कार्ल मार्क्स जवान आयु में काफी गुस्सैल और झगड़ालू किस्म के हुआ करते थे। एक बार शराब के नशे में झगड़ा करने के कारण वे जेल भी जा चुके थे। 
  • प्रोफ़ेसर के दर्शन ने बदली ज़िंदगी: कार्ल मार्क्स की ज़िंदगी में मोड़ तब आया जब उन्होंने बॉन यूनिवर्सिटी में बर्लिन के दिवंगत प्रोफेसर जीडब्ल्यूएफ हेगेल के दर्शन का अध्ययन किया। 
  • गरीबी के कारण पत्नी ने गिरवी रखी कार्ल मार्क्स की पतलून: कार्ल मार्क्स ने अपना जीवन अत्यंत गरीबी में बिताया था। यहाँ तक कि उन्हें उधार से बचने के लिए एक बार अपनी पहचान तक छुपानी पड़ी थी। एक बार भोजन का जुगाड़ करने के लिए कार्ल मार्क्स की पत्नी को उनकी पतलून तक गिरवी रखनी पड़ी थी।  
  • जब साथी ने रची कार्ल मार्क्स को मारने की साजिश: एक बार कार्ल मार्क्स के एक साथी कम्युनिष्ट ने अपर्याप्त कट्टरपंथी होने के कारण कार्ल मार्क्स को जान से मारने की कोशिश की थी लेकिन सौभाग्य से वे बच गए और वह सफल न हो सका।  
  • कार्ल मार्क्स के अंतिम संस्कार में केवल 11 लोग शामिल हुए थे: कार्ल मार्क्स की मृत्यु गुमनामी में हुई थी। उनके अंतिम संस्कार में केवल 11 लोग शामिल हुए थे। 
  • मृत्यु के बाद मशहूर हुए मार्क्स : कार्ल मार्क्स उनकी मृत्यु के बाद मशहूर हुए थे। उनकी पुस्तक दास कैपिटल को पढ़ने के बाद युवा क्रांतिकारी नेता व्लादमिर लेनिन इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने खुद को दुनिया का पहला मार्क्सवादी घोषित कर दिया। उन्होंने उनके विचारों को जन जन तक पहुँचाया जिसके कारण कार्ल मार्क्स अपनी मृत्यु के बाद विश्व प्रसिद्द हो चले। 

आशा है कि आपको कार्ल मार्क्स का जन्म कहां हुआ था की जानकारी मिली होगी जो आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ाने का काम करेगी। इसी प्रकार के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स पर ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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