कागज के घोड़े दौड़ाना (Kagz Ke Ghode Daudana Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति सिर्फ लिखा पढ़ी करता रहता है या बिना मतलब का काम करना करता है, तो उसके लिए हम कागज के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से कागज के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
कागज के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
कागज के घोड़े दौड़ाना (Kagz Ke Ghode Daudana Muhavare Ka Arth) होता है- केवल लिखा पढ़ी करते रहना, बिना मतलब का काम करना या व्यर्थ की योजनाएं बनाना आदि।
कागज के घोड़े दौड़ाना पर व्याख्या
- इस मुहावरे में कागज के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का अर्थ” अनुराग पिछले कई सालों से कागज के घोड़े दौड़ा रहा है, लेकिन अभी तक उसने कुछ भी हासिल नहीं किया है।
कागज के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
कागज के घोड़े दौड़ाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- सरकारी ऑफिस में कुछ लोग सिर्फ कागज के घोड़े दौड़ते हैं।
- कागजी घोड़े दौड़ा कर व्यर्थ की योजनाएं बनाने से अच्छा है, की सभी निर्णय पर काम किया जाएं।
- रोहन हमेशा अमीर बनने के सपने देखता है, लेकिन वह कड़ी मेहनत करने को तैयार नहीं है। वह सिर्फ कागज के घोड़े दौड़ता है।
- बिना मतलब का काम करने या कागज के घोड़े दौड़ाने से कुछ हासिल नहीं होता है।
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आशा है कि कागज के घोड़े दौड़ाना (Kagz Ke Ghode Daudana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।