जम्मू कश्मीर भारत का एक नया यूनियन टेरिटरी है जिसे 2019 में यह दर्जा प्राप्त हुआ था। यह उत्तर भारत में बसा एक खूबसूरत यूनियन टेरिटरी है। यहां दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक आते हैं और इससे यहां का रेवेन्यू आता है। यह पर्यटक यहां कुछ ही समय में इस UT की भाषा सीख जाते हैं। क्या आपको पता है कि जम्मू कश्मीर में कौन सी भाषा बोली जाती है? चलिए, इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं कि जम्मू कश्मीर में कौन सी भाषा बोली जाती है।
जानिए जम्मू कश्मीर में कौन सी भाषा बोली जाती है?
जम्मू कश्मीर राज्य में वर्तमान में उर्दू, डोगरी, कश्मीरी, पहाड़ी, पंजाबी, लदाखी, बाल्टी, गोजरी, और दादरी भाषाएँ बोली जाती है। कश्मीर में कश्मीरी (कोशुर) भाषा भी बोली जाती है।
भाषा का महत्व क्या है?
पूरे भारत में कितनी भाषाएं बोली जाती हैं समझने के साथ ही भाषा का महत्व जानना जरूरी है जोकि इस प्रकार बताया गया हैः
- भाषा हमें अपनी भावनाओं और विचारों को व्यक्त करने में मदद करती है।
- यह हमारे लिए अद्वितीय है क्योंकि यह विभिन्न संस्कृतियों और समाजों के भीतर अद्वितीय विचारों और रीति-रिवाजों को व्यक्त करने का एक तरीका है।
- एक क्षेत्रीय भाषा सीखकर आप उन विचारों और विचारों को समझ सकते हैं जो आपकी अपनी संस्कृति से भिन्न हो सकते हैं।
- भाषा संस्कृतियों को संरक्षित करने में मदद करती है, लेकिन यह हमें दूसरों के बारे में जानने और उनके विचारों को समझने का अवसर देती है।
- सभी मनुष्य अलग-अलग समय पर बात करना सीखते हैं, और जब कोई बच्चा भाषा का उपयोग करना शुरू करता है तो यह देखना इस बात का संकेत हो सकता है कि उनका विकास कितनी अच्छी तरह हो रहा है।
- भाषा मानव संचार का हिस्सा है और इससे एक व्यक्ति इशारों, भावों, स्वरों और भावनाओं, और विचारों प्रदर्शित करता है।
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FAQs
जम्मू कश्मीर राज्य में वर्तमान में उर्दू, डोगरी, कश्मीरी, पहाड़ी, पंजाबी, लदाखी, बाल्टी, गोजरी, और दादरी भाषाएँ बोली जाती है।
कश्मीर में कश्मीरी (कोशुर) भाषा भी बोली जाती है।
जम्मू कश्मीर को यूनियन टेरिटरी का दर्जा वर्ष 2019 में दिया गया था।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको जम्मू कश्मीर में कौन सी भाषा बोली जाती है? के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ब्लाॅग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।