IIT रुड़की के निदेशक प्रोफेसर KK पंत ने डिपार्टमेंट ऑफहाइड्रो एंड रिन्यूएबल एनर्जी (HRED) में दो नई लैब्स – रिन्यूएबल ग्रिड इंटीग्रेशन लैब्स और ग्रीन हाइड्रोजन लैब का उद्घाटन किया है।
HRED ने इन लैब्स को इस उद्देश्य से डेवेलप किया है कि विभाग और IIT रुड़की भारत में एक क्लीन एनर्जी ग्रिड के लिए विश्वसनीय, फ्लेक्सिबल और आत्मनिर्भर ट्रांजिशन में एक प्रमुख भूमिका निभाएं।
निदेशक ने HRED की लैब्स का भी दौरा किया जो रिन्यूएबल एनर्जी के सभी पहलुओं में ट्रांस्फ़ॉर्मेशनल रिसर्च कर रही हैं, जिसमें वाटर एनर्जी, एनर्जी स्टोरेशन, सोलर एनर्जी, बायोमास एनर्जी, वाटर बॉडीज का मैनेजमेंट और एनर्जी सिस्टम मॉडलिंग शामिल हैं।
प्रोफेसर अरुण कुमार और प्रोफेसर सुनील सिंघल ने डायरेक्टर प्रोफेसर KK पंत और डिप्टी डायरेक्टर प्रोफेसर यूपी सिंह को अन्य विभिन्न लैब्स भी दिखाईं और चर्चा की।
IIT रुड़की में HRED की स्थापना 1982 में हुई थी और इस वर्ष इसकी रूबी जुबली पूरी हो जाएगी। विभाग का दृष्टिकोण देश में उपलब्ध विशाल रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता का दोहन करना और हाइड्रोपावर और अन्य रिन्यूएबल एनर्जी सोर्सेज में रिसर्च और डेवलपमेंट के माध्यम से विशेषज्ञता और इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन क्षमता का निर्माण करना है।