गुजरात सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए 59 बीएड कॉलेजों में से 40 को दोबारा एफिलेट करने का फैसला लिया है। इन 40 कॉलेजों को उनकी यूनिवर्सिटीज़ के साथ दोबारा से एफिलेट किया जाएगा। इन कॉलेजों ने काफी बार दोबारा एफिलेट किए जाने को लेकर अपनी मांग को सरकार के सामने रखा था।
अप्रैल महीने में भी किया गया था 59 कॉलेजों को दोबारा एफिलेट
इससे पहले गुजरात राज्य के 59 कॉलेजों को भी गुजरात सरकार के द्वारा उनकी पुरानी यूनिवर्सिटीज़ के साथ में ही दोबारा एफिलेट किया गया था। गुजरात सरकार के द्वारा यह फैसला इसी साल के अप्रैल महीने में लिया गया था।
दोबारा एफिलेट होने वाले बी. एड कॉलेजों में 4 सरकारी कॉलेज भी हैं शामिल
दोबारा एफिलेट किए जाने वाले बी एड कॉलेजों में 4 सरकारी कॉलेज भी हैं और बाकी 36 कॉलेज प्राइवेट हैं। इसके अलावा 19 ऐसे कॉलेज भी हैं जिनके बारे मं ऑफिशियल नोटिफिकेशन में कोई बात नहीं की गई है। ये वे छोटे इंस्टीट्यूट हैं जिन्हें तीन साल पहले राज्य सरकार ने DIET के लिस्ट में शामिल किया था और इन्हें बी.एड ट्रेनिंग कॉलेज का दर्जा दिया गया था। इन्हें DIET में शामिल करने के पीछे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टीचर एजुकेशन का उद्देशय देश में टीचिंग ट्रेनिंग के स्तर को अधिक बेहतर बनाना था। लेकिन ऑफिशियल नोटिफिकेशन में इनके भविष्य को लेकर कोई बात नहीं की है।
नई शिक्षा नीति के तहत लिया गया है फैसला
इन बी.एड कॉलेजों को दोबारा उनकी पुरानी यूनिवर्सिटीज़ के साथ एफिलेट करने का फैसला नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। बता दें कि नई शिक्षा नीति 2024 से लागू होने वाली है। इसके अलावा इन कॉलेजों को उनकी पुरानी यूनिवर्सिटीज़ के साथ एफिलेट करने का दूसरा कारण शिक्षा विभाग में प्रशासन सम्बन्धी खराब प्रबंधन की शिकायत को दूर करना भी है।
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