सरकारी जॉब और प्राइवेट जॉब, किसका है ज्यादा फायदा

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Govt Jobs vs Private Jobs

विद्यार्थी जीवन में विद्यार्थियों का लक्ष्य अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के बाद एक बेहतर जॉब पाने का होता है। विद्यार्थियों के सपनों को उड़ान देने के लिए आजकल सरकारी और प्राइवेट दोनों ही प्रकार के सेक्टर में अपार संभावनाएं होती हैं। कई बार छात्रों के मन में नौकरी से संबंधित कई सारे विचार आते हैं, जिनमें से एक मुख्य सवाल Govt Jobs vs Private Jobs में से कौनसी जॉब अच्छी है, से संबंधित होता है। इस ब्लॉग में विद्यार्थियों को Govt Jobs vs Private Jobs के बारे में पूरी जानकारी मिलेगी। Govt Jobs vs Private Jobs की जानकारी प्राप्त करने के बाद विद्यार्थी अपनी रूचि के अनुसार जॉब का चयन कर सकते हैं।

This Blog Includes:
  1. सरकारी जॉब
  2. प्राइवेट नौकरी
  3. सरकारी जॉब के फायदे
    1. 8 घंटे की नौकरी
  4. फ्री हेल्थ केयर की सुविधा मिलेगी
  5. छुट्टी
  6. पेंशन स्कीम
  7. समाज में सम्मान बढ़ता है
  8. लाइफटाइम जॉब सिक्योरिटी
  9. फैमिली बेनिफिट
  10. काम का दबाव कम होता है
  11. वेतन वृद्धि और पदों नीति प्रमोशन और सैलरी इंक्रीमेंट
  12. प्राइवेट जॉब के फायदे
    1. बेहतर सुविधाएं
    2. जॉब स्विच
  13. विदेश में कार्य करना
  14. एंटरप्रेन्योरशिप
  15. प्राइवेट जॉब के कर्मचारी को यह भी फायदा 
  16. सरकारी नौकरी के नुकसान
  17. लिमिटेड सैलरी
  18. देश के अंदर ही काम करना होता है
    1. कम्पटीशन नहीं होता
  19. प्राइवेट नौकरी के नुकसान
    1. बॉस
  20. ज्यादा समय
  21. नो सिक्योर जॉब
  22. सरकारी और प्राइवेट जॉब में कम्पटीशन
  23. सरकारी नौकरी में सैलरी
    1. सिविल सर्विस ऑफिसर की सैलरी
  24. साइंटिस्‍ट
  25. सैलरी
  26. क्यों सरकारी नौकरी प्राइवेट नौकरी से ज्यादा बेहतर?
  27. क्यों प्राइवेट नौकरी सरकारी नौकरी से ज्यादा बेहतर?
  28. Memes
  29. FAQs

सरकारी जॉब

आजकल के समय में कहीं सारे विद्यार्थी सरकारी जॉब की तैयारी करते हैं। इसकी वजह से कॉम्पीटीशन बहुत बढ़ गया है। बहुत सारे लोगों को लगता है कि सरकारी जॉब मिलना आसान है, परंतु यह बहुत ही मुश्किल है। सरकार के द्वारा ली जाने वाले परीक्षा बहुत ही मुश्किल होती है उसके लिए कड़ी मेहनत और परिश्रम करना पड़ता है। पहले के समय में सरकारी जॉब मिल जाती थी परंतु अब जमाना बदल गया है। पिछले कुछ सालों से सरकारी नौकरी करने वाले कर्मचारी को काम कां बोज थोड़ा ज्यादा लगने लगा है।

प्राइवेट नौकरी

प्राइवेट नौकरी बहुत जॉब होती है जिसके अंदर हमें बॉस के नीचे काम करना होता है। यह वह नौकरी होती है इसके अंदर सरकार द्वारा किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया जाता है। या ऐसी कंपनी होती है जिसके अंदर सरकार बिना काम किया जाता है। काम करने वाले कर्मचारी को उसका भुगतान कंपनी या उस फाउंडर करता है। इस प्रकार की नौकरी को प्राइवेट नौकरी कहते हैं साथ ही टेम्पररी जॉब भी कहा जाता है।

सरकारी जॉब के फायदे

Govt Jobs vs Private Jobs के ब्लॉग के माध्यम से आपको सरकारी जॉब के फायदे जानने को मिलेंगे, जो कि निम्नलिखित है;

8 घंटे की नौकरी

सरकारी जॉब का सबसे बड़ा यह फायदा होता है कि केवल 8 घंटे काम करने होते हैं। 8 घंटे मिलने के बाद आप फ्री टाइम में कुछ भी कर सकते हैं। बुक्स पढ़ सकते हैं, अपने मन पसंदीदा चीजें कर सकते हैं। इसके सामने आप प्राइवेट जॉब को देखोगे तो उसके अंदर 10-12 घंटे तक जॉब करना होता है।

फ्री हेल्थ केयर की सुविधा मिलेगी

सरकारी जॉब करने वाले व्यक्ति को फ्री मेडिकल की सुविधा मिलती है। व्यक्ति के साथ साथ उसके फैमिली मेंबर्स को भी यह सुविधा मिलती है। हेल्थकेयर में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी को शहर मे रहने के लिए घर भी दिया जाता है। सरकार निजी जीवन बहुत ही ख्याल रखता है।

  • डियरनेस अलाउंस
  • ट्रेवल अलाउंस
  • हाउस रेंट अलाउंस

इसी प्रकार की अलग-अलग सुविधा मिलती है। सरकारी जॉब करने वाले कर्मचारी को जिंदगी की आखिरी सांस तक सरकार इन सभी चीजों का ख्याल रखती है।

छुट्टी

सरकारी जॉब करने वाले व्यक्ति को प्राइवेट जॉब में काम करने व्यक्ति से ज्यादा छुट्टी रहती है। भारत एक ऐसा देश है जिसके अंदर हर 2 महीने में एक बार त्योहार आता ही है। साथ ही गर्मियों की छुट्टी भी मिलती है और सर्दियों में भी छुट्टी मिलती है। सरकारी जॉब करने वाले कर्मचारी को 1 साल में 3 महीने से भी ज्यादा छुट्टी रहती है।

  • 16 दिन का नेशनल हॉलिडे
  • शनिवार- रविवार
  • वेकेशन

पेंशन स्कीम

सरकारी जॉब करने का सबसे बड़ा यह फायदा होता है कि वह पूरी जिंदगी सरकार के साथ मिलकर सेवा करता है और इनके बदले उन्हें पेंशन देता है। सबसे बड़ा यह फायदा होता है कि कर्मचारी को तो पेंशन मिलता है परंतु उसकी मृत्यु होने के बाद भी उनके बीवी बच्चों को भी पेंशन मिलता रहता है।

समाज में सम्मान बढ़ता है

Govt Jobs vs Private Jobs में आप जानेंगे कि सरकारी जॉब एक ऐसी जॉब है, जिसमें ऑटोमेटिकली समाज में सम्मान बढ़ जाता है। जिसके पास गाड़ी, बंगला, पैसा, प्रॉपर्टी यह सभी चीजों हो तो कौन उसकी इज्जत नहीं करेगा आप ही बताइए। पैसा तो बहुत ही दूर की बात है परंतु सरकारी नौकरी ही लोगों के दिल में राज करने के लिए काफी होती है। सरकारी जॉब का नाम सुनते ही लोगों की नजर में अपनी एक अलग प्रकार की ही इम्प्रेशन पढ़ती है।

लाइफटाइम जॉब सिक्योरिटी

सरकारी जॉब का सबसे बड़ा यह एडवांटेज होता है कि यह नौकरी लाइफटाइम तक होती है। जिसके अंदर सरकारी कर्मचारी को 58 वर्ष तक नौकरी करनी होती है। सरकार ने एक अलग प्रकार का ही नियम बनाया है परंतु यह बात तो सबसे अच्छी है की लाइफटाइम इनकम तो चालू ही रहती है।

फैमिली बेनिफिट

क्या बात आपने सुनी ही होगी कि घर में एक आदमी सरकारी जॉब करता है तो पूरा परिवार सुखी होता है। ऐसे कई सारे सरकारी जॉब के अंदर विभाग होता है जो परिवार को सुविधा देती है-

  • बच्चों को पढ़ाई के लिए सरकार खर्च भी उठाती है
  • आसानी से लोन भी मिल जाता है
  • मेडिकल विभाग का खर्चा भी नहीं लगता
  • इसी प्रकार के कई सारे फायदे मिलते हैं

काम का दबाव कम होता है

सरकारी जॉब में यह सबसे बड़ा एडवांटेज है कि यहां पर काम का बहुत ही कम दबाव होता है। यहां पर जरूरी नहीं होता कि आज के आज ही काम को कम्पलीट करना। यहां पर किसी भी प्रकार की डेडलाइन नहीं होती।

वेतन वृद्धि और पदों नीति प्रमोशन और सैलरी इंक्रीमेंट

सरकारी जॉब के अंदर वेतन वृद्धि और प्रमोशन एक समय के लिए निर्धारित होता है।सैलेरी इंक्रीमेंट के लिए किसी भी प्रकार का एक्स्ट्रा काम करना नहीं होता। समय पूरा होते ही आप हो आप आपको प्रमोशन और सैलरी इंक्रीमेंट मिल जाता है।

प्राइवेट जॉब के फायदे

प्राइवेट जॉब के फायदे नीचे बताए गए हैं-

बेहतर सुविधाएं

आजकल कई सारी बड़ी-बड़ी प्राइवेट कंपनियां कर्मचारियों को बेहतर सुविधा देती है। यह सुविधा सरकारी जॉब करने वाले कर्मचारी को नहीं मिलती है। प्राइवेट जॉब करने वाले कर्मचारी को प्राइवेट सेक्टर में रहने के लिए नीचे दी गई सुविधाएं देती हैं-

  • फ्लैट
  • गाड़ी
  • खाने की सुविधाएं

जॉब स्विच

प्राइवेट जॉब करने का सबसे बड़ा यह फायदा होता है कि आप अपनी सैलरी के मुताबिक अपने नौकरी बदल सकते हैं। अपने काबिलियत के दम के ऊपर आप जीवन में बहुत ही आगे बढ़ सकते हैं।

विदेश में कार्य करना

प्राइवेट जॉब का यह भी बहुत बड़ा फायदा होता है कि आप विदेश में जाकर भी जॉब कर सकते हैं। परंतु सरकारी जॉब के अंदर आपको अपने शहर के अंदर ही जॉब करनी होती है आप बाहर नहीं जा सकते।

एंटरप्रेन्योरशिप

प्राइवेट जॉब करने वाले का यह भी बहुत बड़ा फायदा होता है कि वह अपने अनुभव को हासिल करने के बाद एक दिन अपनी खुद की कंपनी भी शुरू कर सकते है।

प्राइवेट जॉब के कर्मचारी को यह भी फायदा 

होता है कि उसे हमेशा नई नई चीजें सीखने को मिलती है। जो उसे बहुत ही इंटरेस्टिंग लगती है। महापुरुषों कहके गए हैं ना आप अपने जीवन में जितना सीखते रहोगे आप उतना ही आगे बढ़ते रहोगे। इसलिए हर एक मनुष्य को अपने जीवन में हर रोज कुछ ना कुछ सीखना चाहिए।

Source: Mahatmaji technical

सरकारी नौकरी के नुकसान

सरकारी जॉब के नुकसान के बारे में निम्नलिखित किया गया है-

लिमिटेड सैलरी

सरकारी नौकरी में वैसे तो हर सारे वेतन बढ़ता रहता है परंतु इसकी एक लिमिट होती है। सरकारी नौकरी में काम करने वाले कर्मचारी बहुत ज्यादा अमीर यह बन सकते हैं। इसके अंदर सैलरी समय के हिसाब से ही income बढ़ती रहती है।  सरकारी नौकरी मे यह नुकसान होता है की रोज एक ही काम करना पड़ता है, इसकी वजह से लाइफ बोरिंग लगने लगती है और काम के प्रत्यय इंटरेस्ट कम हो जाता है।

देश के अंदर ही काम करना होता है

बहुत सारी सरकारी जॉब में यह भी एक नुकसान होता है कि आप ज्यादातर पोस्टिंग देश के अंदर ही मिलती है। आपको पूरी जिंदगी एक ही जगह काम करना पड़ता है, कभी-कभी पोस्टिंग राज्य में बदलती है परंतु देश के बहार कभी नहीं मिलती।

कम्पटीशन नहीं होता

सरकारी जॉब के अंदर किसी भी प्रकार का कम्पटीशन नहीं होता। हमें कुछ नया करने को नहीं मिलता। सरकारी जॉब हमें किसी भी नई चीज को सीखने का मौका नहीं मिलता।

प्राइवेट नौकरी के नुकसान

बॉस

प्राइवेट जॉब के अंदर आपके ऊपर एक बॉस या सीनियर अधिकारी रहता है। इसके अंदर आपको उनके नीचे काम करना पड़ता है, वह  हमेशा आपके काम की निगरानी रखते हैं। आपके सभी काम में दखल अंदाजी करते रहते हैं इसी कारण से आपको मानसिक तौर पर परेशानी भी होती है।

ज्यादा समय

प्राइवेट जॉब के अंदर यह भी नुकसान होता है कि आपको कभी-कभी एक्स्ट्रा टाइम भी काम करना पड़ता है। आपको आपके बॉस का फोन कभी भी आ सकता है। आपको हमेशा उनका फोन उठाना ही पड़ता है।

नो सिक्योर जॉब

प्राइवेट जॉब के अंदर हमारी जॉब सिक्योर नहीं होती है। अगर हम काम अच्छा नहीं करते तो हमारे बॉस हमें कंपनी से निकाल भी सकते हैं। इसमें कभी-कभी यह भी होता है कि हमारे नीचे काम करने वाला कर्मचारी अगर अच्छा काम करने लगे तो उसे हमारे ऊपर की पोस्ट भी मिल सकती है।

सरकारी और प्राइवेट जॉब में कम्पटीशन

प्राइवेट जॉब के अंदर बहुत ही ज्यादा कम्पटीशन होता है। इसकी वजह से प्रमोशन मिलने में काफी ज्यादा टाइम लग जाता है। इसके अंदर वही व्यक्ति काम कर सकता है जिसके अंदर सेल्फ कॉन्फिडेंस हो।

सरकारी नौकरी में सैलरी

सरकारी नौकरी में सैलरी नीचे दी गई हैं-

सिविल सर्विस ऑफिसर की सैलरी

इनका अनुमानित वेतन निम्नानुसार है-

  • मूल वेतन – INR 90,000
  • DA- INR 96,300
  • HRA – INR 27,000
  • TA – INR 5,280
  • कुल: INR 2,50,000

साइंटिस्‍ट

प्रवेश स्तर वैज्ञानिक / अभियंता ‘एससी’

  • मूल वेतन – INR 21,000
  • महंगाई भत्ता (DA) – INR 23,790
  • घर का किराया भत्ता (HRA) INR 6,300 (आपके द्वारा रहने वाले शहर के आधार पर 10% से 30% तक भिन्न होता है)
  • यात्रा भत्ता (TA) बैंगलोर में INR 3,200 (शहर के साथ बदलता है)
  • TA पर DA- INR 3,616
  • कुल- INR 75,500 – 80,000

सैलरी जॉब के अंदर वेतन वृद्धि और प्रमोशन एक समय के लिए निर्धारित होता है। सैलेरी इंक्रीमेंट के लिए किसी भी प्रकार का एक्स्ट्रा काम करना नहीं होता। समय पूरा होते ही आप हो आप आपको प्रमोशन और सैलरी इंक्रीमेंट मिल जाता है।

सैलरी

प्राइवेट जॉब के अंदर शुरुआत के समय में थोड़ी कम सैलरी होती है। परंतु ऐसी कहीं सारी बड़ी-बड़ी कंपनियां है जिसके अंदर फ्रेशर्स को भी अच्छी सैलरी मिलती है। प्राइवेट जॉब में सबसे बड़ा यह फायदा होता है कि जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ता है वैसे वैसे आपकी सैलरी बढ़ती रहती है। आपके अंदर नॉलेज और अनुभव के मुताबिक आपको सैलरी मिलती है।

Source: Mr Thin

क्यों सरकारी नौकरी प्राइवेट नौकरी से ज्यादा बेहतर?

Govt Jobs vs Private Jobs में से अक्सर देखा गया है कि लोग सरकारी नौकरी को प्राइवेट नौकरी से ज्यादा महत्व देते हैं। जानिए क्यों ऐसा होता है-

  • काम करने का दवाब नहीं होता
  • जॉब से किसी भी समय आपको हटाए जाना का खतरा नहीं बना रहता
  • हैल्थकेयर की सुविधा रहती है
  • काम करने के 8 घंटे ही रहते हैं
  • कई छुट्टियां मिलती हैं
  • समाज में रुतबा बढ़ता है
  • रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिलती है

क्यों प्राइवेट नौकरी सरकारी नौकरी से ज्यादा बेहतर?

प्राइवेट नौकरी में आपके पास कई लाभ होते हैं, जो सरकारी नौकरी में नहीं देखने को मिलते। जिन्हे हम जानेंगे Govt Jobs vs Private Jobs में-

  • आपको बेहतर और आधुनिक सुविधाएं मिलती हैं
  • प्रमोशन जल्दी होता है और यह आपके परफॉरमेंस के अनुसार होता है
  • कुछ नया सीखने को हर पल मिलता है
  • विदेशों में आपको आपकी कंपनी की तरफ से बाहर जाने के अवसर मिलते हैं

Memes

govt jobs vs private jobs
Source – Facebook
govt jobs vs private jobs
Source – Make a Meme
Govt Jobs vs Private Jobs
Source – Sharememes
Govt Jobs vs Private Jobs
Source – Twitter
Govt Jobs vs Private Jobs
Source – Pak 101
Govt Jobs vs Private Jobs
Source – Quora

FAQs

सरकारी नौकरी क्या है?

किसी भी संस्था या सरकारी व किसी भी संस्था में काम करना नौकरी करना होता है। नौकरी बहुत प्रकार से हो सकते हैं। जैसे – सरकारी नौकरी व प्राइवेट नौकरी और अर्ध-सरकारी नौकरी होती हैं । यह एक बहुविकल्पी शब्द का पृष्ठ है: यानि समान शीर्षक वाले लेखो की सूची।

प्राइवेट नौकरी को क्या कहते हैं?

प्राइवेट नौकरी को टेम्परोरी नौकरी भी कहा जाता है. क्यूंकि इसमें मालिक कभी भी आपको निकाल सकता है या आप भी कभी भी नौकरी छोड़ सकते हैं. इसमें सरकारी नौकरी की अपेक्षा काम अधिक होता है.

जानिये, प्राइवेट जॉब कैसे ढूंढे (Private naukri ke liye apply) :

एक बायोडाटा तैयार करें, जिसमें उस नौकरी के लिए वांछित विवरण शामिल हो जिसकी आप तलाश कर रहे हैं।
ऑनलाइन जॉब पोर्टल पर रजिस्टर करके अपना बायोडाटा अपलोड करें।
सोशल मीडिया पर जॉब सर्च करें और यहाँ भी अपना बायोडाटा भेजें।

सरकारी नौकरी कैसे पाए

आप हमेशा ऑनलाइन आवेदन करने वाली वेबसाइट पर नज़र बना के रखे ताकि जैसे ही कोई सरकारी नौकरी की vacancies आती है तो आप उसकी पूरी जानकारी लेके उसका फॉर्म समय पर भर सकें। इसके अलावा आपको नए नए प्रैक्टिस पेपर और नयी नयी देश दुनिया से जुड़ी पूरी जानकारी होनी चाहिए।

भारत में प्राइवेट जॉब में सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले जॉब्स कौन से हैं?

मार्केटिंग और सेल्स
डिजिटल मार्केटिंग
सॉफ्टवेयर डेवलपर
चार्टर्ड एकाउंटेंट
बिजनेस कंसल्टेंट्स

प्राइवेट और सरकारी में क्या अंतर है?

सरकारी और प्राइवेट नौकरियों में जमीन आसमान का अंतर होता है। एक तरफ जहां सरकारी नौकरियों में सरकार का नियंत्रण होता है। वही प्राइवेट नौकरियों में कंपनी के फाउंडर का नियंत्रण होता है। इन दोनों ही तरह की नौकरियों में कई अंतर पाए जाते है।

नौकरी पाने की सही उम्र क्या है?

नौकरी पाने की सही उम्र 18 वर्ष है।

आशा करते हैं कि आपको Govt Jobs vs Private Jobs का यह ब्लॉग जानकारी से भरपूर लगा होगा। इसी प्रकार के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।

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3 comments
    1. मुकेश जी आपका आभार, ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर बने रहें।

    1. मुकेश जी आपका आभार, ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट पर बने रहें।