गई भैंस पानी में मुहावरे का हिंदी अर्थ (Gayi Bhains Paani Mein Muhavare Ka Arth) ‘मेहनत के बाद भी फल प्राप्त न होना’ होता है। जब किसी कार्य का कड़ी मेहनत के बाद भी फल प्राप्त न हो तो उस समय ‘गई भैंस पानी में’ मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘गई भैंस पानी में मुहावरे का अर्थ’ (Gayi Bhains Paani Mein Muhavare Ka Arth) का वाक्यों में प्रयोग और अन्य महत्वपूर्ण मुहावरों के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
गई भैंस पानी में मुहावरे का अर्थ क्या है?
गई भैंस पानी में मुहावरे का अर्थ (Gayi Bhains Paani Mein Muhavare Ka Arth) ‘मेहनत के बाद भी फल प्राप्त न होना’ होता है।
गई भैंस पानी में मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
गई भैंस पानी में मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित हैं:-
- अंशुल को अपनी मेहनत का फल नहीं मिला।
- बहुत देर तक समझाने के बाद भी जब सोहन नहीं समझा, तब मैंने कहाँ गई भैंस पानी में।
- क्या आपको अपने परिश्रम का फल मिला?
- सारी मेहनत बेकार होने के बाद अंजलि ने समझा गई भैंस पानी में।
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