गाल बजाना मुहावरे का अर्थ (Gaal Bajana Muhavare Ka Arth) होता है – डींग हाँकना। उदाहरण के तौर पर जब कोई व्यक्ति बहुत बड़ी-बड़ी बातें करता है पर अंदर से वैसा काम नहीं कर है। तो उसके लिए मुहावरे का प्रयोग होता है “गाल बजाना मुहावरे का अर्थ”। कई बार हिंदी की परीक्षाओं में मुहावरों के बारे में पूछा जाता है, इसलिए इस ब्लॉग में छक्के छुड़ाना मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और व्याख्या जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
गाल बजाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
गाल बजाना मुहावरे का अर्थ (Gaal Bajana Muhavare Ka Arth) होता है- डींग हाँकना।
गाल बजाना मुहावरे पर व्याख्या
समीर कभी-कभी लोगों से कहता था कि उसे किसी भी शेर से डर नहीं लगता। लेकिन एक दिन जब उसके सामने शेर आया तो उसकी सिट्टी पिट्टी गुम हो गई और वो शेर को देख कर रोने लगा, तभी उसके मित्रों ने उससे कहा की समीर सिर्फ गाल बजाना जानता है।
गाल बजाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
- समीर बड़ी-बड़ी डींग हाँकता था, एक दी उसकी सही बातों पर भी किसी ने उस पर विश्वास नहीं किया।
- कुछ व्यक्ति इतनी डींग हाँकते हैं, की कभी-कभी उनके पास से उठ जाना सही लगता है।
- डींग हाँकने से काम नहीं चलता है, जीवन में आगे बढ़कर भी कुछ कर दिखाना चाहिए।
- डींग हाँकने वाले व्यक्ति हमेशा खुद को धोखा देते हैं, सामने वाले को नहीं।
उम्मीद है, गाल बजाना मुहावरे का अर्थ (Gaal Bajana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।