दिया तले अंधेरा मुहावरे का अर्थ है कि जहाँ प्रकाश होना चाहिए, वहाँ अँधेरा हो। यानी, जहाँ योग्यता, न्याय और सुविचार होना चाहिए, वहाँ अयोग्यता, अन्याय और कुविचार होता है।
इस मुहावरे का प्रयोग ऐसे लोगों के लिए किया जाता है जो दूसरों को उपदेश देते हैं, लेकिन स्वयं अपने आचरण में दोषपूर्ण होते हैं। जैसे, एक धार्मिक व्यक्ति दूसरों को नैतिकता की शिक्षा देता है, लेकिन स्वयं अनैतिक कार्य करता है। इस स्थिति में कहा जाता है कि दिया तले अंधेरा है।
इस मुहावरे का एक उदाहरण है एक व्यक्ति जो दूसरों को धन का दान करने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन स्वयं धन का दुरुपयोग करता है। इस स्थिति में कहा जाता है कि दिया तले अंधेरा है।
This Blog Includes:
दिया तले अंधेरा मुहावरे का अर्थ क्या है?
दिया तले अंधेरा मुहावरे का अर्थ | जहाँ प्रकाश होना चाहिए, वहाँ अँधेरा हो |
दिया तले अंधेरा मुहावरे का अर्थ अंग्रेज़ी में
दिया तले अंधेरा मुहावरे का अर्थ अंग्रेजी में “Darkness under the lamp” होता है। यह मुहावरा एक व्यंग्यात्मक मुहावरा है जिसका प्रयोग ऐसे लोगों या स्थानों के लिए किया जाता है जो अपने आचरण में दोषपूर्ण होते हैं।
दिया तले अंधेरा मुहावरे पर आधारित कहानी
एक छोटे से गाँव में एक मंदिर था। मंदिर में एक पुजारी रहता था जो दूसरों को धर्म और नैतिकता का पाठ पढ़ाता था। वह लोगों को हमेशा सच बोलने, दूसरों की मदद करने और दूसरों के प्रति दयालु होने के लिए कहता था।
एक दिन, एक गरीब किसान मंदिर में आया। वह अपने खेत में लगी आग से परेशान था। उसने पुजारी से मदद मांगी। पुजारी ने उसे एक मंत्र दिया और कहा कि अगर वह मंत्र पढ़ेगा तो आग बुझ जाएगी।
किसान ने मंत्र पढ़ा, लेकिन आग नहीं बुझी। वह निराश होकर घर चला गया।
दूसरे दिन, पुजारी के घर में आग लग गई। वह बहुत डर गया। लेकिन जब आग बुझाने की बारी आई तो उसने कोई भी मन्त्र नहीं पढ़ा। क्योंकि उसे पता था यह निरर्थक है।
यह कहानी दिया तले अंधेरा मुहावरे को दर्शाती है। इस कहानी में, पुजारी दूसरों को धर्म और नैतिकता का पाठ पढ़ाता था, लेकिन वह स्वयं अपने आचरण में दोषपूर्ण था। वह दूसरों को सच बोलने के लिए कहता था, लेकिन वह स्वयं झूठ बोलता था। वह दूसरों की मदद करने के लिए कहता था, लेकिन वह स्वयं दूसरों की मदद नहीं करता था।
यह कहानी हमें यह सीख देती है कि हमें हमेशा दूसरों को उपदेश देने से पहले खुद को सुधारने की जरूरत है। हमें अपने आचरण में दोषपूर्ण नहीं होना चाहिए। हमें दूसरों को वही करना चाहिए जो हम दूसरों से चाहते हैं।
दिया तले अंधेरा मुहावरे का वाक्य प्रयोग कैसे किया जाता है?
दिया तले अँधेरा मुहावरे का वाक्य प्रयोग निम्नलिखित परिस्तिथियों में किया जा सकता है –
- एक शिक्षक अपने छात्रों को पढ़ाने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन स्वयं शिक्षा में पीछे रहता है।
- एक नेता अपने देशवासियों को विकास के लिए प्रेरित करता है, लेकिन स्वयं भ्रष्टाचार करता है।
- एक डॉक्टर अपने रोगियों को स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित करता है, लेकिन स्वयं बीमार रहता है।
दिया तले अंधेरा मुहावरे का वाक्य प्रयोग
- दरोगा जी का अपना पुत्र भी चोरी में शामिल था। इसे कहते हैं चिराग तले अंधेरा ।
- प्रोफेसर साहब कॉलेज में बच्चों को नैतिकता का पाठ पढ़ाते हैं, खुद उनका पुत्र क्या- क्या कर रहा उन्हें मालूम नहीं। इसे ही कहते हैं चिराग तले अंधेरा ।
- नगर पालिका कार्यालय के सामने की सड़क की दुर्दशा देखकर चिराग तले अँधेरा होने की बात याद आती है।
- पुलिस अधीक्षक के आवास के ठीक सामने विदेशी हथियारों का जखीरा बरामद होना चिराग तले अंधेरा का ज्वलंत उदाहरण है।
- अध्यापक बच्चों को नैतिकता की शिक्षा देते हैं किन्तु उनका लड़का गलत रास्ते पर चल रहा है। लोग अध्यापक को देखकर यही कहते रहते हैं कि इनके तो चिराग तले अंधेरा है।
FAQs
मुहावरा एक प्रकार का वाक्यांश होता है जिसमें शब्दों का अर्थ केवल शब्दों के सामान्य अर्थ से नहीं बल्कि उनके वाक्यिक या भावनात्मक अर्थ से भी लिया जाता है।
मुहावरे का उपयोग भाषा को रिचर और रूचिकर बनाने के लिए किया जाता है। ये भाषा में विविधता और रंग जोड़ने में मदद करते हैं और विशिष्ट समय, स्थिति या भावना को सटीकता से व्यक्त करने में सहायक होते हैं।
कुछ प्रमुख हिंदी मुहावरे हैं: अपना खून पसीना बहाना, अपने पैरों पर खड़ा होना, मुह में राम बगल में छुरी, आँखों में धूल झोकना, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, मूर्ख के दिल में दिमाग बसना, अपने मूँह मियाँ मिट्ठू बनना।
नहीं, मुहावरे का अर्थ अक्सर संदर्भानुसार बदल सकता है। यह व्यक्ति की समझ, स्थिति और परिपर्णता पर निर्भर करता है।
उम्मीद है, दिया तले अंधेरा मुहावरे का अर्थ का अर्थ आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।