चूँ चपड़ न करना मुहावरे का अर्थ (Chu Chapar na Karna Muhavare Ka Arth) किसी बात का विरोध न करना होता है। जब कोई किसी भी बात का विरोध नहीं करता है या बगैर किसी शिकायत के दिए गए कार्य को करता है तो वहां पर चूँ चपड़ न करना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लाॅग में चूँ चपड़ न करना मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसके भाव के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
चूँ चपड़ न करना मुहावरे का अर्थ क्या है?
चूँ चपड़ न करना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Chu Chapar na Karna Muhavare Ka Arth) किसी बात का विरोध न करना होता है।
चूँ चपड़ न करना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
चूँ चपड़ न करना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग इस प्रकार है-
- किशन से क्रिकेट टीम में खेलने के लिए चूँ चपड़ न करने की सलाह दी गई।
- मोहिनी की मां ने उससे कहा कि जो बना है वही खाओ ज्यादा चूँ चपड़ न करो।
- कृतिका ने घरवालों से कहा कि शादी की बात पर चूं चपड़ न करना ही ठीक है।
- शिक्षक ने परीक्षा के दौरान छात्रों से कहा कि समय खत्म होने के बाद अपनी काॅपियां जमा कर दो और चूँ चपड़ न करते हुए बाहर जाओ।
- छात्रों ने कक्षा में अध्यापक से चूँ चपड़ न करना मुहावरे के बारे में पूछा।
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आशा है कि आपको चूँ चपड़ न करना मुहावरे का अर्थ (Chu Chapar na Karna Muhavare Ka Arth) के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।