बुढ़ापे की लाठी मुहावरे का अर्थ (Budhape Ki Lathi Muhavare Ka Arth) होता है। जब किसी व्यक्ति के एक ही संतान होती है या कहे एक ही पुत्र या पुत्री होती है, तो उसके लिए हम बुढ़ापे की लाठी मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से बुढ़ापे की लाठी मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
बुढ़ापे की लाठी मुहावरे का अर्थ क्या है?
बुढ़ापे की लाठी मुहावरे का अर्थ (Budhape Ki Lathi Muhavare Ka Arth) होता है- एकमात्र सहारा होना आदि।
बुढ़ापे की लाठी पर व्याख्या
- इस मुहावरे में “बुढ़ापे की लाठी मुहावरे का अर्थ” सौरभ अपने माँ-बाप का आज्ञाकारी पुत्र है और वहीं उनके बुढ़ापे की लाठी बनेगा।
बुढ़ापे की लाठी मुहावरे का वाक्य प्रयोग
बुढ़ापे की लाठी मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- रोहन अपने बूढ़े माँ-बाप की बुढ़ापे की लाठी है।
- दीपक के पिता के निधन के बाद, दीपक ही अपनी माँ के बुढ़ापे की लाठी है।
- अनुराग अपने माता-पिता को छोड़कर विदेश चला गया, वही तो सिर्फ उनके बुढ़ापे की लाठी था।
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आशा है कि बुढ़ापे की लाठी मुहावरे का अर्थ (Budhape Ki Lathi Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।