जानिए गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थ और वाक्य प्रयोग 

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गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थ

गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थ है – दुर्लभ होना या फिर दिखाई न देना। इसका इस्तेमाल किसी दुर्लभ चीज या किसी ऐसे इंसान के लिए किया जाता है जो बेहद कम दिखाई देता हो।

गूलर एक वृक्ष होता है जो भारत और दक्षिण एशिया के कुछ हिस्सों में पाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम “Ficus racemosa” है। यह गूलाबी फलों वाला एक पेड़ होता है। गूलर के फूल बहुत ही दुर्लभ होते हैं। इन्हें साल में एक बार ही देखा जा सकता है। इसलिए इस मुहावरे का इस्तेमाल दुर्लभ चीजों या लोगों के लिए किया जाता है।

गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थ क्या है?

गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थदुर्लभ होना या फिर दिखाई न देना

गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थ अंग्रेज़ी में 

अंग्रेज़ी में गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थ “to be rare” or “to be unseen”.

गूलर का फूल होना मुहावरे पर आधारित कहानी 

एक छोटा सा गांव था। वहां रहने वाले लोग बहुत ही सरल और भोले थे। गांव में एक बुजुर्ग आदमी रहता था, जिसका नाम था “रामू बाबा”। रामू बाबा बहुत ही दयालु और मददगार थे। वे हमेशा गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करते थे।

एक दिन, गांव में एक भिखारी आया। वह बहुत ही भूखा और तपता था। उसने रामू बाबा को देखा और उनकी शरण ली। रामू बाबा ने उस भिखारी को खाना खिलाया और उसे कपड़े दिए। भिखारी ने रामू बाबा की बहुत मदद की। उसने रामू बाबा को बताया कि उसका नाम है “मोहन” और वह एक गरीब किसान है। उसके पास खेती करने के लिए पैसे नहीं थे। इसलिए, वह गांव-गांव जाकर भीख मांगता था। रामू बाबा मोहन की बात सुनकर बहुत दुखी हुए। उन्होंने मोहन को अपने खेत में काम करने के लिए कहा। मोहन ने रामू बाबा की बात मान ली और उनके खेत में काम करने लगा। 

कुछ समय बाद, रामू बाबा मोहन को अपने बेटे की तरह मानने लगे। उन्होंने मोहन को जमीन दी और उसे अपना खेत संभालने के लिए कहा। मोहन ने रामू बाबा की जमीन को बहुत अच्छी तरह से संभाला। वह एक सफल किसान बन गया।

एक दिन, मोहन ने रामू बाबा से कहा कि वह गांव छोड़कर दूसरे शहर में जा रहा है। रामू बाबा को मोहन का जाना बहुत बुरा लगा। उन्होंने मोहन से कहा कि वह गांव में ही रहे। लेकिन मोहन ने रामू बाबा की बात नहीं मानी और वह दूसरे शहर चला गया। मोहन दूसरे शहर में जाकर एक सफल व्यापारी बन गया। वह बहुत अमीर हो गया। उसने गांव में सबसे बातचीत छोड़ दी और वह गूलर का फूल बना गया। 

एक दिन, मोहन को रामू बाबा की तबीयत खराब होने की खबर मिली। वह तुरंत गांव आया और रामू बाबा से मिलने गया। रामू बाबा बहुत खुश हुए कि मोहन वापस आ गया है। उन्होंने मोहन को गले से लगा लिया और कहा अपनों से समय- समय पर मिल लेना चाहिए, ऐसे गूलर का फूल बनने से बात नहीं बनती। 

रामू बाबा ने मोहन को आशीर्वाद दिया और मोहन दूसरे शहर वापस चला गया। रामू बाबा मोहन को जाते हुए देखकर बहुत खुश हुए। उन्होंने सोचा कि मोहन एक सफल इंसान बन गया है और वह हमेशा उसकी मदद के लिए तैयार रहेंगे।

गूलर का फूल होना मुहावरे का वाक्य प्रयोग 

इस मुहावरे का वाक्य प्रयोग कुछ इस तरह किया जा सकता है –

  • उसका घर गूलर के पेड़ की तरह ही दुर्लभ है।
  • आज के युग में ईमानदार इंसान मिलना गूलर का फूल होना है।
  • आजकल अच्छे डॉक्टर मिलना गूलर का फूल हो गया है।
  • वह गूलर का फूल हो गया है। उसका अब कहीं पता नहीं है।

उम्मीद है, गूलर का फूल होना मुहावरे का अर्थ आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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