संधि, हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण विषयों में से एक है। इसका शाब्दिक अर्थ है- मेल। यानी दो वर्णों के परस्पर मेल से जो परिवर्तन होता है, उसे संधि कहा जाता है और दो शब्दों के मेल से बने शब्द को पुनः अलग अलग करना संधि विच्छेद कहलाता है।
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Bhojnalaya ka Sandhi Viched क्या है?
इस लेख में हम जानेंगे कि भोजनालय का संधि विच्छेद क्या होगा। तो आईये आपको बताते हैं कि भोजनालय का संधि विच्छेद होगा ‘भोजन+ आलय’। भोजनालय शब्द में दीर्घ संधि लागू होती है।
दीर्घ संधि क्या है?
दीर्घ संधि, स्वर संधि का एक प्रकार है जिसमें दो स्वर्ण या सजातीय स्वरों के बीच संधि होकर उनके दीर्घ रूप हो जाते है। अर्थात दो स्वर्ण स्वर मिलकर दीर्घ हो जाते हैं।
उदाहरण
- स्व + अर्थी = स्वार्थी
- रेखा + अंश = रेखांश
भोजनालय से बनने वाले शब्दों का वाक्य में प्रयोग
भोजनालय से बनने वाले शब्दों का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है:
- प्रिंस भोजनालय का खाना बहुत स्वादिष्ट है।
- मैं आज एक बड़े भोजनालय में गया।
- भोजनालय का मालिक अपने ग्राहकों की सेवा कर रहा है।
- भोजनालय में सभी सीटें भरी थी।
- प्रिंस भोजनालय के मालिक सभी से अच्छा व्यव्हार करते हैं।
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