बाँसों उछलना मुहावरे का अर्थ (Banson Uchalna Muhavare Ka Arth) ‘प्रसन्न होना’ होता है। जब कोई व्यक्ति बहुत खुश, उत्साह या आनंद की स्थिति में होता है, जैसे कि उसकी खुशी या सफलता का कोई अंत न हो। तब उसके लिए बाँसों उछलना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप आड़े समय पर काम आना मुहावरे का अर्थ (Banson Uchalna Muhavare Ka Arth) और इसके वाक्यों में प्रयोग के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
बाँसों उछलना मुहावरे का अर्थ क्या है?
बाँसों उछलना मुहावरे का अर्थ (Banson Uchalna Muhavare Ka Arth) ‘प्रसन्न होना’ होता है।
बाँसों उछलना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
बाँसों उछलना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित हैं :-
- जब रोहन को पसंदीदा नौकरी मिल गई, तो वह सचमुच बाँसों उछल रहा था।
- UPSC में अच्छे परिणाम आने के बाद, पूरा परिवार बाँसों उछल रहा था।
- लॉटरी में बड़े इनाम जीतने के बाद, वह बाँसों उछल पड़ा।
- व्यापर में खूब आमदनी होने पर सुरेश बाँसों उछल पड़ा।
- सौरभ अपनी शादी की बात सुनकर बाँसों उछलने लगा।
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आशा है कि आपको बाँसों उछलना मुहावरे का अर्थ (Banson Uchalna Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।