इटली की प्रधानमंत्री का बड़ा फैसला, अब कॉलेज ख़त्म होने के एक साल बाद तक देश में ही रहकर काम कर सकेंगे भारतीय छात्र

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ab college khatam hone ke ek saal baad tak itally mein hi rehkar kaam kar sakenge bharteey chaatra

इन दिनों भारत और इटली के रिश्ते लगातार बेहतर होते जा रहे हैं। इटली की प्रधानमंत्री मेलोडी सार्वजनिक रूप से भारत को अपना दोस्त भी बता चुकी हैं। अब इटली की प्रधानमंत्री ने भारत के छात्रों के लिए एक और बड़ा फैसला लिया है। अब भारतीय छात्र अपनी कॉलेज की डिग्री ख़त्म होने के बाद भी एक साल तक इटली में ही रहकर काम कर सकेंगे। इसके अलावा इटली भारतीय युवाओं को अपने यहाँ बड़ी संख्या में जॉब ऑफर करने की योजना पर भी काम कर रहा है।

इटली ने सीजन और नॉन-सीजन के लिए भारतीय वर्कर्स का कोटा निर्धारित किया

इटली की सरकार ने भारत के साथ एक द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत इटली ने सीजन और नॉन-सीजन के लिए भारतीय वर्कर्स का कोटा निर्धारित किया है। नॉन-सीजनल वर्कर्स के लिए इटली ने वर्ष 2024 के लिए 6 हज़ार और वर्ष 2025 के लिए 7 हज़ार नॉन सीज़नल वर्कर्स को वर्किंग वीज़ा दिए जाने का फैसला किया है। इटली की सरकार के इस फैसले से इटली में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के लिए भी इटली में जॉब करने का सपना पूरा करने का भी अच्छा मौका है।

इसी क्रम में सीज़नल वर्कर्स के लिए इटली की तरफ से वर्ष 2024 के लिए 8 हज़ार वर्कर्स का कोटा निर्धारित किया गया है। इटली की सरकार ने वर्कर्स की कमी को पूरा करने के लिए और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क को बढ़ाने के लिए भारत से यह समझौता किया है। इस समझौते की मदद से भारतीय छात्रों के पढ़ाई पूरी हो जाने के बाद इटली में अवसरों का लाभ उठाने, इंटर्नशिप और प्रोफेशनल ट्रेनिंग के दरवाज़े खुलेंगे।

प्रोफेशनल ट्रेनिंग और वोकेशनल ट्रेनिंग ले सकेंगे भारतीय छात्र

भारतीय छात्र पढ़ाई ख़त्म होने के एक साल बाद तक इटली में ही रहकर एक साल तक वर्किंग वीज़ा पर काम कर सकेंगे। इसके अलावा भारतीय स्टूडेंट्स अपनी पढ़ाई ख़त्म हो जाने के एक साल बाद तक इटली में प्रोफेशनल ट्रेनिंग और वोकेशनल ट्रेनिंग भी प्राप्त कर सकेंगे जो कि उनके करियर के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी।

अन्य यूरोपीय देशों के साथ भी कर चुका है भारत इस प्रकार का समझौता

यह पहला मौका नहीं है जब भारत अपने वर्कर्स और स्टूडेंट्स से जुड़ा वर्किंग वीज़ा के संबंध में कोई समझौता करने जा रहा है। इससे पहले भी भारत कई यूरोपीय देशों के साथ इस प्रकार के समझौते कर चुका है। डेनमार्क, फ्रांस, जर्मनी और  पुर्तगाल ऐसे ही कुछ प्रमुख देश हैं जिनके साथ भारत ने अपने वर्कर्स और स्टूडेंट्स के लिए वर्किंग वीज़ा को लेकर द्विपक्षीय समझौते किए हैं।

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