आँखें धरती में गड़ना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Aankhe Dharti Me Gadna Muhavare Ka Arth) संकोच या शर्म के कारण आँखें नीची होना होता है। जब किसी व्यक्ति की आंखें लज्जा के कारण जमीन की ओर झुक जाती है, तब आँखें धरती में गड़ना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘आँखें धरती में गड़ना मुहावरे का अर्थ’ (Aankhe Dharti Me Gadna Muhavare Ka Arth) और इसके वाक्यों में प्रयोग के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
आँखें धरती में गड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?
आँखें धरती में गड़ना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Aankhe Dharti Me Gadna Muhavare Ka Arth) संकोच या शर्म के कारण आँखें नीची होना होता है।
आँखें धरती में गड़ना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
आँखें धरती में गड़ना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित हैं:-
- परीक्षा में कम अंक आने के कारण पिताजी के सामने सुनील की आँखें धरती में गड़ गईं।
- शिक्षक ने कक्षा में छात्रों को आँखें धरती में गड़ना का अर्थ बताया।
- प्रतियोगिता में अपने से कमजोर प्रतिद्वंदी से हारने के कारण उसकी आँखें धरती में गड़ गईं।
- अपने ही घर में चोरी करते हुए पकड़े जाने पर उसकी आँखें धरती में गड़ गईं।
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आशा है कि आपको आँखें धरती में गड़ना मुहावरे का अर्थ (Aankhe Dharti Me Gadna Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।