क्या आप जानते हैं, कि 16 दिसंबर को कौनसा दिवस मनाया जाता है? अगर नहीं, तो यह लेख आपके लिए है, क्योंकि आज हम 16 दिसंबर को मनाये जाने वाले दिवस पर चर्चा करेंगे। बता दें कि तारीखों से जुड़े सामान्य ज्ञान से परिचित रहना बहुत जरूरी है क्योंकि कई कॉम्पिटेटिव परीक्षाओं में इससे संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं। ऐसे में आईये जानते हैं कि 16 दिसंबर को कौनसा दिवस मनाते हैं?
यह भी पढ़ें : 25 दिसंबर को कौन सा दिवस मनाया जाता है?
16 दिसंबर को कौन सा दिवस मनाया जाता है?
हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। बता दें कि 1971 के युद्ध के दौरान पाकिस्तान पर भारतीय सेना की जीत हुई थी जिसके उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इतिहास में उल्लेखित है कि इसी दिन ही पाकिस्तान की सेना ने 13 दिन के युद्ध के बाद भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। ऐसे में इस दिन को यादगार बनाने के लिए भारत में हर वर्ष विजय दिवस मनाया जाने लगा।
विजय दिवस का इतिहास क्या है?
बता दें कि 1970 के दौरान पाकिस्तान में चुनाव हुए थे जिसमें पूर्वी पाकिस्तान की जीत हुई थी। लेकिन इसके बावजूद भी पूर्वी पाकिस्तान के नेता को जेल में डाल दिया गया और वहां के लोगों को पिटवाया गया जिसके कारण आम जन मानस में पश्चिमी पाकिस्तान के प्रति रोष पैदा होगया। ऐसे में विवाद इतना बढ़ गया की पूर्वी पाकिस्तान के लोगों को मजबूरन पलायन करना पड़ा। उसके बाद पूर्वी पाकिस्तान से शरणार्थी भारत में आ गए।
उस समय भारत में इंदिरा गांधी की सरकार थी। पूर्वी पाकिस्तान के शरणार्थी को भारत में सुविधाएं दी जाने लगी। इन सबको देखते हुए पाकिस्तान ने भारत पर हमले करने की धमकियां देनी शुरू कर दी। उस वक्त स्थिति इतनी खराब हो गयी थी, जिसे देखकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भारतीय फौज को युद्ध की तैयारी करने का आदेश दिया।
वहीं पाकिस्तान ने भारत पर 3 दिसंबर 1971 को हमला कर दिया भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तान को 13 दिनों में ही हरा कर आत्मसमर्पण करने को मजबूर कर दिया। इसके साथ ही पूर्वी पाकिस्तान को एक नया देश भी बना दिया जिसका नाम है बांग्लादेश। इसी जीत के उपलक्ष्य में विजय दिवस मनाया जाता है।
आशा करते हैं कि आपको इस ब्लाॅग में 16 दिसंबर को कौन सा दिवस मनाया जाता है, के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।