उत्तर: इस प्रश्न का सही उत्तर B है। राजस्थान की राजधानी जयपुर (Jaipur) को गुलाबी शहर (Pink City) कहा जाता है। बताना चाहेंगे जयपुर भारत के सबसे बड़े राज्य राजस्थान के पूर्व में स्थित है और तीन ओर से अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ है। जयपुर अपने इतिहास, संस्कृति व स्थापत्य कला के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। वहीं जयपुर अपनी जीवंत संस्कृति, रंगीन बाजारों, स्वादिष्ट भोजन और शानदार आतिथ्य के लिए भी जाना जाता है। यहां के बाजारों में आपको हस्तशिल्प, वस्त्र, आभूषण और अन्य पारंपरिक वस्तुएं मिल जाएंगी।
जयपुर शहर के बारे में
जयपुर शहर की स्थापना सन 1727 ई. में आमेर के कछवाहा वंश के राजपूत महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय (Sawai Jai Singh II) ने की थी, उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम जयपुर रखा गया गया था। महाराजा जय सिंह ने पहले इसका नाम अपने नाम पर ‘सवाई जयनगर’ रखा, जिसे बाद में ‘सवाई जयपुर’ और फिर आम बोलचाल में ‘जयपुर’ कर दिया गया।
इसे भारत का पहला सुनियोजित शहर माना जाता है, जिसकी योजना विद्याधर भट्टाचार्य (Vidyadhar Bhattacharya) ने वास्तु शास्त्र के सिद्धांतों के अनुसार बनाई थी। जयपुर शहर राजस्थान की राजधानी होने के साथ-साथ राज्य की आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र भी है। बता दें कि वर्ष 2019 में UNESCO ने जयपुर शहर को शहर नियोजन एवं वास्तुकला के मानदंडों के आधार पर विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है।
कैसे बना जयपुर ‘गुलाबी शहर’
जयपुर को ‘गुलाबी शहर’ कहने के पीछे भी एक कहानी है। वर्ष 1876 में प्रिंस ऑफ वेल्स अल्बर्ट एडवर्ड की यात्रा के दौरान, तात्कालिक महाराजा रामसिंह द्वितीय ने पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंगवा दिया था, जो आतिथ्य का प्रतीक है। तभी से यह “गुलाबी शहर” के नाम से प्रसिद्ध है। वर्तमान में यह शहर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक महलों, किलों और खूबसूरत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
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