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सही उत्तर है – (D) 3, भारत में मौसम के आधार पर 3 प्रकार की फसल होती है।
इस प्रश्न का विस्तृत उत्तर
मौसम के आधार पर फसलों को मुख्य रूप से तीन प्रकारों में बांटा जा सकता है: खरीफ, रबी और जायद (ग्रीष्मकालीन फसलें)। इनका वर्गीकरण वर्ष भर के मौसम और जलवायु के आधार पर किया जाता है। सही समय पर बीजाई और आधुनिक कृषि तकनीक के प्रयोग से फसलों की उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है। भारत में मौसम के आधार पर फसलों के प्रकार की जानकारी इस प्रकार है –
- खरीफ फसलें: ये वे फसलें हैं जिन्हें मानसून (बारिश) के मौसम में बोया जाता है। इनकी बुवाई आमतौर पर जून-जुलाई में होती है और कटाई सितंबर-अक्टूबर के आसपास की जाती है। इन फसलों को उगने के लिए बहुत पानी और गर्म मौसम की ज़रूरत होती है।
– उदाहरण: धान (चावल), मक्का, ज्वार, बाजरा, कपास, गन्ना, सोयाबीन और मूंगफली।
- रबी फसलें: ये फसलें सर्दियों के मौसम में बोई जाती हैं। इनकी बुवाई अक्टूबर-नवंबर में होती है और कटाई मार्च-अप्रैल में की जाती है। इन फसलों को उगने के लिए ठंडे मौसम और कम पानी की आवश्यकता होती है।
– उदाहरण: गेहूँ, जौ, चना, मटर, सरसों, आलू और अलसी।
- जायद फसलें (ग्रीष्मकालीन फसलें): ये वे फसलें हैं जो रबी और खरीफ के बीच के छोटे गर्मी के मौसम में उगाई जाती हैं। इनकी बुवाई मार्च से जून के बीच होती है और कटाई जल्दी ही कर ली जाती है। इन फसलों को अक्सर अच्छी सिंचाई वाले क्षेत्रों में उगाया जाता है।
– उदाहरण: खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूजा, लौकी, और कुछ दलहन (जैसे मूंग, उड़द)।
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