जब से UGC नए दिशानिर्देश लेकर आया है तब से भारतीय और विदेशी विश्वविद्यालयों के बीच अकादमिक सहयोग तब से बढ़ रहा है।
एरिक एस. आर्मब्रेच ने कहा हमारे पास प्रत्येक सेमेस्टर में 600 से अधिक भारतीय छात्र शामिल हो रहे हैं। लेकिन उनमें से 70% दोनों तेलुगु राज्यों-तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से हैं। हम इस संख्या को दोगुना करना चाहेंगे।
एरिक ने कहा कि भारत और अमेरिका शिक्षा के क्षेत्र में स्वाभाविक सहयोगी हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों देशों के शैक्षणिक संस्थानों के बीच सहयोग को मजबूत करने की अपार संभावना है। अंतरराष्ट्रीय सहयोग आपसी हितों और छात्रों के करियर के लक्ष्यों और पर्सनल एंबीशंस का समर्थन करने के लिए एक शेयर्ड कमिटमेंट के साथ शुरू होता है। सेंट लुइस विश्वविद्यालय कई सहयोगों की नींव रख रहा है।
संयुक्त राज्य अमेरिका सालाना 84,000 भारतीय छात्रों को अमेरिकी विश्वविद्यालयों में पढ़ने की अनुमति देता है। 44% यानी 84,000 में से लगभग 33,000 छात्र दोनों तेलुगु राज्यों- तेलंगाना और आंध्र प्रदेश से हैं।
महामारी के बाद से कई अमेरिकी विश्वविद्यालय लोकल इंस्टीट्यूशंस के सहयोग से वर्चुअल प्रोग्राम्स की पेशकश कर रहे हैं।
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