zero discrimination day in Hindi : जानिए क्यों मनाया जाता है शून्य भेदभाव दिवस और इसका इतिहास 

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zero discrimination day in Hindi

1 मार्च को विश्व स्तर पर शून्य भेदभाव दिवस (zero discrimination day in Hindi) मनाया जाता है। इस दिन को महिलाओं के साथ होने वाले भेदभाव और असमानता के व्यवहार के प्रति विरोध प्रकट किया जाता है। इस दिन लोगों को एक दूसरे के साथ समानता का व्यवहार करने के लिए प्रेरित किया जाता है। शून्य भेदभाव दिवस का मुख्य लक्ष्य महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करते हुए महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करना है। यहाँ zero discrimination day in Hindi के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।  

शून्य भेदभाव दिवस (zero discrimination day in Hindi) का इतिहास 

संयुक्त राष्ट्र संघ ने अपने एड्स कार्यक्रम को भी एड्स दिवस के साथ जोड़ दिया है। इसकी शुरुआत 1 मार्च 2014 से की गई थी। इसे लेकर संयुक्त राष्ट्र का विचार है कि महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव को ख़त्म करने के साथ साथ एड्स पीड़ितों के साथ होने वाले भेदभाव को खत्म करना भी ज़रूरी है। इस दिवस की घोषणा UNAIDS के कार्यकारी निदेशक मिशेल सिदीबे के द्वारा एक विशाल समारोह के दौरान की गई थी। 

शून्य भेदभाव दिवस क्यों मनाया जाता है? 

यहाँ शून्य भेदभाव दिवस (zero discrimination day in Hindi) मनाए जाने के कारण बताए जा रहे हैं : 

  • भेदभाव के खिलाफ जागरूकता फैलाना : यह दिवस लोगों को भेदभाव के विभिन्न रूपों का विरोध करने के प्रति जागरूक करता है। यह लोगों को लिंग, आर्थिक स्तर और धर्म एवं जाति आदि के आधार पर हो रहे भेदभाव का विरोध करने का अवसर प्रदान करता है।  
  • समानता और सम्मान को बढ़ावा देना : यह दिवस सभी लोगों को समान अधिकार के साथ सम्मान से जीने के महत्व पर ज़ोर देता है। यह लोगों को याद दिलाता है कि सभी लोग बराबर हैं और पृथ्वी के सभी संसाधनों पर सबका बराबर अधिकार है। 
  • विविधता को स्वीकार करना : यह दिवस लोगों को विविधता को स्वीकार करने और सराहना करने के लिए प्रोत्साहित करता है। विविधता समाज को मजबूती प्रदान करती है। 
  • सभी के लिए न्यायपूर्ण समाज का निर्माण करने के लिए : यह दिवस सभी के लिए न्यायपूर्ण और समावेशी समाज का निर्माण करने की दिशा में एक कदम है। यह समाज में भेदभाव को खत्म करने और सभी लोगों के लिए समान अवसर सुनिश्चित करने का प्रयास करता है।

शून्य भेदभाव दिवस का महत्व 

यहाँ शून्य भेदभाव दिवस (zero discrimination day in Hindi) मनाए जाने का महत्व बताया जा रहा है : 

  • यह दिन हमें बताता है कि सभी मनुष्य समान हैं और उन्हें समान अवसर प्राप्त होने चाहिए।  
  • यह दिन इस बारे में है कि भेदभाव गलत है और इसे खत्म किया जाना चाहिए।  
  • यह दिन नागरिकों को बतलाता है कि हम सभी मिलकर एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज का निर्माण कर सकते हैं। 

शून्य भेदभाव दिवस कैसे मनाया जाता है?

शून्य भेदभाव दिवस (zero discrimination day in Hindi) निम्नलखित तरीके से मनाया जाता है : 

  • सोशल मीडिया: #ZeroDiscrimination #EndDiscrimination जैसे हैशटैग का उपयोग करके सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाई जाती है। 
  • कार्यक्रम आयोजित करके : कार्यशालाएं, सेमिनार, और चर्चा आयोजित करें जो भेदभाव के विभिन्न रूपों को उजागर करते हैं।
  • पोस्टर और बैनर लगाए जाते हैं : सार्वजनिक स्थानों पर भेदभाव के खिलाफ संदेश वाले पोस्टर और बैनर लगाए जाते हैं। 
  • मीडिया का उपयोग : भेदभाव के मुद्दों पर ध्यान देने के लिए स्थानीय मीडिया के द्वारा जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाता है। 

 शून्य भेदभाव दिवस मनाने के लिए सुझाव 

यहाँ शून्य भेदभाव दिवस मनाने के लिए सुझाव दिए जा रहे हैं : 

  • भेदभाव के खिलाफ लड़ने के लिए ट्विटर का प्रयोग करें और प्रभावशाली ट्वीट करें।  
  • भेदभाव के खिलाफ लड़ने वाले NGOs का समर्थन करें। 
  •  भेदभाव के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले कार्यक्रमों में भाग लें।  

शून्य भेदभाव दिवस 2024 की थीम 

शून्य भेदभाव दिवस 2024 की थीम “भेदभाव को रोकें और समानता को बढ़ावा दें है।” इसके तहत लोगों से भेदभाव को ख़त्म करके सभी के साथ समान व्यवहार किए जाने की अपील की जाती है। 

शून्य भेदभाव दिवस से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य 

यहाँ शून्य भेदभाव दिवस (zero discrimination day in Hindi) से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य बताए जा रहे हैं : 

  • शून्य भेदभाव दिवस हर साल 1 मार्च को मनाया जाता है।  
  • इसकी शुरुआत वर्ष 2014 में की गई थी।  
  • हर साल शून्य भेदभाव दिवस की थीम अलग होती है।  
  • यह दिवस सभी लोगों को समानता का समावेश और सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। 
  • यह दिवस भेदभाव के लड़ने और सभी के लिए एक बेहतर दुनिया बनाए जाने के लिए महत्वपूर्ण है।  
  • इस दिवस ने भेदभाव के खिलाफ जागरूकता फैलाने और लड़ने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 
  • यह दिवस संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास 10 का समर्थन करता है। 
  • यह दिवस सभी लोगों को उनके लिंग, जाति, राष्ट्रीयता और यौन अभिविन्यास के साथ समान अधिकारों और अवसरों की गारंटी देने के लिए मनाया जाता है। 

FAQs 

शून्य भेदभाव दिवस क्यों मनाया जाता है?

शून्य भेदभाव दिवस महिलाओं और लड़कियों द्वारा भेदभाव और असमानता को चुनौती देने के लिए मनाया जाता है। 

जीरो डिस्क्रिमिनेशन डे पर क्या करें?

आप सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता फैला सकते हैं और अपने दोस्तों से इस बारे बात करके उन्हें भेदभाव के खिलाफ जागरूक कर सकते हैं।  

शून्य भेदभाव दिवस कब मनाया जाता है? 

शून्य भेदभाव दिवस 1 मार्च को मनाया जाता है। 

आशा है कि आपको शून्य भेदभाव दिवस (zero discrimination day in Hindi)  की जानकारी मिली होगी जो आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ाने का काम करेगी। इसी प्रकार के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स पर ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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