ठोकरें खाना मुहावरे का अर्थ (Thokar Khana Muhavare Ka Arth) होता है, जब कोई व्यक्ति किसी के मना करने या खुद के गलत निर्णय के कारण कोई कार्य करता है और उसमें असफल हो जाता है। तो उसके लिए ठोकरें खाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ठोकरें खाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
ठोकरें खाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
ठोकरें खाना मुहावरे का अर्थ (Thokar Khana Muhavare Ka Arth) होता है- कष्ट सहना, नुकसान होना, धोखा खाना।
ठोकरें खाना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “ठोकरें खाना मुहावरे का अर्थ” गुस्से में आकर नौकरी छोड़कर मनोज आज जॉब के लिए दर-दर की ठोकरे खा रहा है।
ठोकरें खाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
ठोकरें खाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- पढ़ाई न करने के बाद आज रोहन ठोकरें खाना रहा है।
- अपने दोस्त के साथ गलत करने के बाद आज दीपक जगह-जगह ठोकरें खाना।
- माँ के कई बार मना करने के बाद भी रोशन ने वही काम किया और आज वह ठोकरें खाने पर मजबूर है।
- किसी के साथ गलत करने वाले व्यक्ति जिंदगीभर ठोकरें खाते हैं।
आशा है कि ठोकरें खाना मुहावरे का अर्थ (Thokar Khana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।