तरस खाना मुहावरे का अर्थ (Taras Khana Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति किसी पर दया या रहम रहम करता है तो उसके लिए हम तरस खाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप तरस खाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
तरस खाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
तरस खाना मुहावरे का अर्थ (Taras Khana Muhavare Ka Arth) होता है- दया करना, रहम करना आदि।
तरस खाना व्याख्या
इस मुहावरे में “तरस खाना मुहावरे का अर्थ” हमें बेजुबानों पर तरस खाना चाहिए।
तरस खाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
तरस खाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- भिखारी पर लोग तरस खा कर पैसे दे रहे थे।
- साहूकार ने त्योहार पर गरीबों पर तरस खा कर उन्हें कुछ पैसे दिए।
- कमजोर व्यक्ति पर हमेशा तरस खाना चाहिए।
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आशा है कि तरस खाना मुहावरे का अर्थ (Taras Khana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।