स्वीकार करना मुहावरे का अर्थ (Swikaar Karna Muhavare Ka Arth) होता है, किसी चीज को अपनी इच्छा के अनुरूप मानना। जब कोई व्यक्ति किसी चीज या बात को अपनाता है, तो उस स्थिति के संदर्भ में इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप स्वीकार करना मुहावरे का अर्थ, इसका वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है, उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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स्वीकार करना मुहावरे का अर्थ क्या है?
स्वीकार करना मुहावरे का अर्थ (Swikaar Karna Muhavare Ka Arth) होता है- किसी चीज को अपनी इच्छा के अनुरूप मानना। आसान शब्दों में समझें तो इस मुहावरे का प्रयोग उस स्थिति का वर्णन करने के लिए किया जाता है, जिसमें कोई व्यक्ति किसी चीज को सच मानता है अथवा किसी चीज या स्थिति को अपने अनुरूप मानता है।
स्वीकार करना पर व्याख्या
“स्वीकार करना” हिंदी भाषा का एक बेहद लोकप्रिय मुहावरा है जिसका अर्थ होता है- किसी चीज को अपनी इच्छा के अनुरूप मानना। इस मुहावरे के माध्यम से ऐसी स्थिति को परिभाषित करना आसान हो जाता है, जहाँ कोई व्यक्ति किसी चीज को अपने अनुरूप अपनाने अथवा मानने लगता है।
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स्वीकार करना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
स्वीकार करना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- स्तुति के जीवन के हर पहलू को देवांग ने खुले मन से स्वीकार किया।
- वैभव की उन्नति को सबने स्वीकार किया, लेकिन संघर्षों के दौर में उसके साथ कोई न था।
- आखिरकार विशाखा ने प्रेमपथ पर कदम बढ़ाना स्वीकार किया।
- सच को सामने आता देख भ्रष्ट नेता ने अपने अपराधों को स्वीकार किया।
- रितिका ने मेरे दिए उपहार को स्वीकार किया।
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आशा है कि आपको स्वीकार करना मुहावरे का अर्थ (Swikaar Karna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।