Sangya Sarvanam Visheshan Kriya: संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया की परिभाषा उदाहरण सहित

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Sangya Sarvanam Visheshan Kriya

Sangya Sarvanam Visheshan Kriya: हिंदी व्याकरण का ज्ञान हमें भाषा के सही और प्रभावशाली उपयोग में मदद करता है, संचार में स्पष्टता लाता है, और लेखन-बोलचाल को बेहतर बनाता है। इसके अतिरिक्त यह हिंदी साहित्य की गहरी समझ विकसित करने में भी सहायक है। बताना चाहेंगे हिंदी व्याकरण में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया महत्वपूर्ण विषय हैं। इन विषयों से संबंधित प्रश्न अकसर स्कूली परीक्षाओं के अलावा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इसलिए इस लेख में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया की परिभाषा और उदाहरण की विस्तृत जानकारी दी गई है। 

संज्ञा की परिभाषा

किसी व्यक्ति, प्राणी, स्थान, वस्तु, गुण, धर्म, भाव आदि का बोध कराने वाले शब्दों को संज्ञा कहते हैं। संज्ञा का अर्थ है नाम। इस प्रकार नाम वाले शब्द संज्ञा कहलाते हैं। वहीं संज्ञा के पांच भेद माने जाते हैं; व्यक्तिवाचक संज्ञा, जातिवाचक संज्ञा, भाववाचक संज्ञा, द्रव्यवाचक संज्ञा व समूहवाचक संज्ञा।  

संज्ञा के उदाहरण

संज्ञा के उदाहरण इस प्रकार हैं:-

  • दिल्ली भारत की राजधानी है।
  • राधा पुस्तक पढ़ रही है। 
  • स्कूल में बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।
  • घर के बाहर बगीचा है।
  • फूल बहुत खुशबूदार हैं।
  • कुत्ता बगीचे में खेल रहा है।
  • पानी का स्वाद बहुत मीठा है।
  • सूरज बहुत तेज चमक रहा है।
  • कंप्यूटर पर काम करना बहुत सरल है।

सर्वनाम की परिभाषा

संज्ञा के स्थान पर जिस पद का प्रयोग किया जाता है वह सर्वनाम होता हैं। अंत: जिस शब्द या पद का प्रयोग सभी प्रकार के नामों अर्थात् संज्ञाओं के लिए अथवा उनके स्थान पर होता है, उसे सर्वनाम कहते हैं। बता दें कि भाषा में सहजता, स्वाभाविकता, सुंदरता तथा सरलता लाने के लिए सर्वनाम का प्रयोग होता है। इसमें बोलने वाले व्यक्ति के नाम के स्थान पर ‘मैं’, ‘हम’ सर्वनामों का प्रयोग होता है। वहीं जिस व्यक्ति से बात की जा रही है, उसके नाम के स्थान पर ‘तू’, ‘तुम’, ‘आप’ सर्वनामों का प्रयोग होता है और जिसके संबंध में बात की जा रही है, उसके नाम के स्थान पर ‘यह’, ‘ये’, ‘वह’ और ‘वे’ सर्वनामों का प्रयोग होता है। 

सर्वनाम के भेद 

सर्वनाम के छह भेद होते हैं, जो कि इस प्रकार हैं:-

  • पुरुषवाचक सर्वनाम
  • निश्चयवाचक सर्वनाम
  • अनिश्चयवाचक सर्वनाम
  • संबंधवाचक सर्वनाम
  • प्रश्नवाचक सर्वनाम
  • निजतावाचक सर्वनाम

विशेषण की परिभाषा 

संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द विशेषण कहलाते हैं। वहीं विशेषण से संज्ञा का गुण तथा विशेषता प्रकट होती है; जैसे – सफेद घोड़ा कहने से घोड़े की विशेषता व्यक्त होने के अतिरिक्त उसी घोड़े का बोध होता है, जो सफेद है। विशेषण एक ऐसा विकारी शब्द है, जो हर स्थिति में संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है। 

विशेषण के भेद 

प्रयोग की दृष्टि से विशेषण के चार भेद माने गए हैं;-

  • गुणवाचक विशेषण 
  • संख्यावाचक विशेषण 
  • परिमाणवाचक विशेषण 
  • सकेंतवाचक विशेषण   

क्रिया की परिभाषा

जिस शब्द से किसी कार्य को करने अथवा होने का बोध होता है, उसे क्रिया कहते हैं। क्रिया शब्द का अर्थ है काम। वहीं वाक्य में जिस शब्द से किसी काम का होना अथवा करना पाया जाए, उसे क्रिया कहते हैं।  

क्रिया के उदाहरण 

क्रिया के उदाहरण इस प्रकार हैं:-

  • शीला गाती है।
  • बच्चे खेल रहे हैं।
  • मैं लिख रहा हूं।
  • अंशुल भाग रहा है। 
  • मोहन दिल्ली जा रहा है। 

क्रिया के भेद 

क्रिया मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है:-

  • अकर्मक क्रिया 
  • सकर्मक क्रिया 

संज्ञा सर्वनाम विशेषण और क्रिया में अंतर

संज्ञा सर्वनाम विशेषण और क्रिया में अंतर नीचे बताया गया है:

संज्ञा सर्वनाम विशेषण क्रिया
संज्ञा किसी वस्तु, व्यक्ति, स्थान, गुण आदि के नाम को कहते हैंसर्वनाम किसी संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होने वाला शब्द होता है।विशेषण वैसे शब्द होते हैं जो संज्ञा या सर्वनाम के बारे में कुछ जानकारी देते हैंक्रिया ऐसे शब्द हैं जो किसी संज्ञा या क्रियाविशेषण की विशेषता या कार्य बतलाते हैं।
संज्ञाएँ अनंत होती हैं।जबकि सर्वनाम सीमित होते हैं। विशेषण का सम्बन्ध संज्ञा या सर्वनाम से हैक्रिया कार्य करने से संबंधित है।
संज्ञाओं का अपना लिंग होता है।सर्वनाम का अपना कोई लिंग नहीं होता है।कैसा, किस तरह का, कौन, कितने जैसे प्रश्नो से विशेषण का पता चलता हैलड़ना, खाना, पीना, सोना, रोना, हंसना से क्रिया का पता चलता हैं।
संज्ञा से किसी ख़ास व्यक्ति, वस्तु या स्थान का स्थान का बोध होता है।सर्वनाम स्वतंत्र अवस्था में किसी निश्चित व्यक्ति, वस्तु या स्थान का बोध नहीं कराता।

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आशा है कि आपको इस लेख में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया (Sangya Sarvanam Visheshan Kriya) की परिभाषा और उदाहरण की संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही हिंदी व्याकरण, इंग्लिश व्याकरण और सामान्य ज्ञान से संबंधित अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage के साथ बने रहें। 

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