राजस्थान की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है? 

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rajasthan ki sabse badi janjati kaunsi hai

राजस्थान में बहुत सी जनजातियां (tribes of rajasthan) पाई जाती हैं। सहरियस, मीणा, गाड़िया लोहार ऐसी ही कुछ प्रमुख जनजातियां हैं। इन्हीं जनजातियों में से एक भील जनजाति भी है। भील जनजाति राजस्थान राज्य की सबसे बड़ी जनजाति है। यह जनजाति राजस्थान के बहुत से क्षेत्रों में निवास करती है। यहाँ राजस्थान की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है? इस ब्लॉग में भील जनजाति से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताया जा रहा है।  

भील जनजाति का जनसंख्या प्रतिशत कितना है? 

राजस्थान में कुल 12 जनजातियां पाई जाती हैं। भील इनमें से सबसे बड़ी जनजाति (tribes of rajasthan) भील है। भील राजस्थान की जनजाति जनसँख्या का कुल लगभग 40% है। भील के बाद राजस्थान की सबसे बड़ी जनजाति मीणा है। मीणा  और भील मिलकर राजस्थान की जनजाति जनसँख्या का कुल 93% हैं।  

भील जनजाति का धर्म 

मुख्य रूप से भील जनजाति (tribes of rajasthan) के लोग हिन्दू धर्म का अनुसरण करते हैं।भील लोग देव मोगरा माता और शीतला माता जैसे आदिवासी देवताओं की पूजा करते हैं और हर गाँव का अपना स्थानीय देवता या ग्रामदेव होता है। कुछ भील जनजाति के लोग ईसाई धर्म को भी मानते हैं।  

भील जनजाति की भाषाएं 

भील जनजाति के भौगोलिक वितरण के दौरान, उनके द्वारा बोली जाने वाली प्राथमिक भाषा भीली है, जिसे भगोरिया, भीलबोली और गरासिया के नाम से भी जाना जाता है। अधिकांश भील लोग उस क्षेत्र की भाषा भी बोलते हैं जिसमें वे रहते हैं, जैसे मराठी, गुजराती, सिंधी, हिंदी हिंदुस्तानी बोली।

भील जनजाति का पहनावा 

भील जनजाति के लोग विभिन्न प्रकार की पोशाक पहनते हैं। औरतें घाघरा, ओढ़नी आदि पहनती हैं। पुरुष पगड़ी और अंगरखा आदि धारण करते हैं।  

भील जनजाति की संस्कृति

भील जनजाति की अपनी पारंपरिक लोक नृत्य और कला के साथ एक अनूठी, समृद्ध स्वदेशी संस्कृति है। घूमर नृत्य भील ​​संस्कृति के लोकप्रिय पहलुओं में से एक है। भील जनजाति (tribes of rajasthan) के लोगों द्वारा की जाने वाली कला भी अद्भुत है।  

भील जनजाति के लोगों का व्यवसाय 

भील जनजाति के लोगों का प्रमुख व्यवसाय कृषि और पशुपालन होता है। वे विभिन्न प्रकार की फसलें उगाकर और पशुपालन करके अपना जीवन यापन करते हैं।  

भील जनजाति के त्यौहार 

बनेश्वर का मेला भीलों का मुख्य त्यौहार है। यह मेला जनवरी या फरवरी में शिवरात्री के आस पास मनाया जाता है। यह मेला भगवान शिव की आराधना में मनाया जाता है। इसके अलावा भील जनजाति के लोग हिन्दुओं के दो प्रमुख त्यौहार होली और दीवाली भी बड़ी धूमधाम से मनाते हैं।  

जनजातियां क्या होती हैं?

जनजाति शब्द का तात्पर्य उस सामाजिक समुदाय से है जो जिसका विकास अभी तक पूर्ण रूप से नहीं हुआ है और जो राज्य के बनने से पहले भी मौजूद थे। जनजाति वास्तव में भारत के आदिवासियों के लिए प्रयोग किया जाने वाला एक संवैधानिक पद है। भारत के संविधान में आदिवासी समुदाय के लिए अनुसूचित जनजाति शब्द का प्रयोग किया गया है। भारत के संविधान के द्वारा अनुसूचित जनजातियों के विकास के लिए कुछ विशेष प्रावधान दिए गए हैं। अनुसूचित जनजाति समुदाय को आम भाषा में “कबीला” भी कहा जाता है। एक अनुमान के अनुसार भारत में लगभग  6,77,58,380 जनजातियां रहती हैं। 

आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में राजस्थान की सबसे बड़ी जनजाति कौन सी है? इस बारे में पता चल गया होगा। इसी प्रकार के राजस्थान GK से जुड़े ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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