राजस्थान, भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो अपने ऐतिहासिक महलों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के महल अपनी शैली, सांस्कृतिक सौंदर्य, और ऐतिहासिक महत्व के लिए अद्वितीय हैं। राजस्थान के महल भारत के गौरवशाली इतिहास का एक हिस्सा हैं। छात्रों से अक्सर इतिहास और सामान्य ज्ञान से जुड़े विषयों के प्रश्नपत्र में राजस्थान के महलों से जुड़े प्रश्न पूछ लिए जाते हैं। अत: छात्रों को राजस्थान के महलों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए इस ब्लॉग में राजस्थान के प्रमुख महलों का वर्णन किया जा रहा है। राजस्थान का पूरा इतिहास विशाल महलों और किलों से भरा पड़ा है। यहाँ राजस्थान के प्रमुख महलों के बारे में बताया रहा है।
This Blog Includes:
राजस्थान के बारे में
राजस्थान क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य है। राजस्थान का पुराना नाम राजपूताना था। यह नाम इसे एक अंग्रेज अधिकारी जार्ज थामस द्वारा सन् 1800 में दिया गया था। इसके बाद प्रसिद्ध इतिहासकार जेम्स टॉड ने अपनी पुस्तक “एनलस एंड एन्टीक्वीटीज ऑफ राजस्थान’ में इस राज्य का नाम रायथान या राजस्थान रखा। राजस्थान पकिस्तान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा साझा करता है। राजस्थान राज्य की सीमा पाकिस्तान के साथ 1070 किलोमीटर तक लगती है। इसे रेडक्लिफ लाइन के नाम से जाना जाता है। राजस्थान की साक्षरता दर 66.1% है। राजस्थान की राजधानी जयपुर है।
महल किसे कहते हैं और राजस्थान के महलों के बारे में विशेष जानकारी
यहाँ महल की परिभाषा और राजस्थान के महलों से संबंधित कुछ विशेष जानकारी दी जा रही है:
- जिस विशाल भवन में राजा अपनी रानियों और अपने पूरे परिवार के साथ रहता है, उसे महल कहा जाता है।
- भरतपुर को जलमहलों की नगरी के नाम से जाना जाता है।
- राजस्थान के अधिकांश महल अब हैरिटेज होटलों में तब्दील हो चुके हैं।
- उदयपुर को महलों की नगरी के नाम से जाना जाता है।
यह भी पढ़ें : राजस्थान जीके क्वेश्चंस
राजस्थान के प्रमुख महल
यहाँ राजस्थान के प्रमुख महलों के बारे में बताया जा रहा है :
हवा महल
यह जयपुर का एक अनुपम महल है जिसे सांस्कृतिक सौंदर्य और वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इसकी पेचीदा दीवारों में छोटी-छोटी खिड़कियां वायु के आगमन के लिए उपलब्ध बनाती हैं।
अम्बर का किला
यह जयपुर के पास स्थित है और राजपूत शैली की वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। इसमें सुलेमानी वास्तुकला और महाराजा मानसिंह के सिंहासन का विशेष उल्लेख है।
मेहरगढ़ गढ़ का किला
जोधपुर में स्थित इस किले का नाम सूर्य को समर्पित है और यह बहुत ही सुंदर है।
जल महल
यह महल जयपुर के सागर सागर के बीच स्थित है और इसका अद्वितीयता जलमय भव्य स्वरूप में है, जिसे पानी में स्थित होने के कारण “जल महल” कहा जाता है।
सीता महल
इसे जैसलमेर का मुख्य आकर्षण माना जाता है और इसमें अद्वितीय दीवार चित्रण और सुंदर वास्तुकला है।
सिटी पैलेस
यह उदयपुर में स्थित है और इसके अंदर अनेक सांस्कृतिक धरोहरें मौजूद हैं।
स्वर्ण महल
यह जैसलमेर में स्थित है। इसकी दीवारे रात को सोने की तरह चमकती हैं इसलिए इसे स्वर्ण महल कहा जाता है।
नहरगढ़ किला
यह जयपुर शहर में स्थित है। यह जयपुर की पहाड़ियों पर स्थित है। इससे पूरा शहर दिखाई देता है।
रम्पूर का महल
यह महल बीकानेर नगर में है। महल की विशेषता इसकी भव्य वास्तुकला और दीवारों पर चित्रित समीपवर्ती शहरों को दिखाई देती है।
चितौड़गढ़ का किला
इसे चित्तौड़गढ़ का गर्व भी कहा जाता है। इस महल के अंदर भगवान कृष्ण की अनन्य भक्त मीराबाई का मंदिर भी स्थित है।
10 सबसे पुराने राजस्थान के महल
यहाँ राजस्थान के 10 सबसे पुराने महलों के नाम बताए जा रहे हैं :
चितौड़गढ़ का किला
इसे 7वीं सदी में महाराजा भीमसिंह ने बनवाया था और यह भारतीय इतिहास के सबसे पुराने किलों में से एक है।
मेहराङढ़ गढ़
जोधपुर का यह किला 1459 में महाराजा राओ जोधा द्वारा बनवाया गया था और यह आज भी समृद्धि और ऐतिहासिक महत्व का प्रतीक है।
नहरगढ़ किला
यह जयपुर का किला है और महाराजा सावई जय सिंह द्वारा 1734 में बनवाया गया था।
बीजापुर का किला
यह किला 16वीं सदी में महाराजा श्री चेतसिंह ने बनवाया था और यह एक अद्वितीय समृद्धि स्थल है।
रतनगढ़ का महल
इसे महाराजा रतन सिंह ने 18वीं सदी में बनवाया था और यह राजस्थान के प्राचीन महलों में से एक है।
जूनागढ़ का महल
बीकानेर के इस किले को 1588 में महाराजा राजा राई सिंह ने बनवाया था और इसमें विभिन्न शैलियों का संगम है।
कुम्भलगढ़ का किला
महाराणा कुंभा ने 15वीं सदी में इसे बनवाया था और यह भारतीय इतिहास में सबसे लंबा किला माना जाता है।
लोहारगढ़ का किला
अलवर के इस किले को महाराजा सवाई इश्वर सिंह ने 18वीं सदी में बनवाया था और इसकी दीवारें अजीब-अजीब रंगों में चित्रित हैं।
तरगढ़ का किला
बुंदी के इस किले को 14वीं सदी में महारावल राजा बहादुर सिंह ने बनवाया था और इसका मुख्य धार्मिक स्थल है भगवान श्री द्वारिकाधीश का मंदिर।
सीतारामजी का महल
भरतपुर के इस महल को सवाई राम सिंह ने 19वीं सदी में बनवाया था और इसमें विशेष रूप से नक्काशीदार जलीदी काम है।
यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल राजस्थान के महल
यहाँ यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल राजस्थान के महलों के बारे में बताया जा रहा है :
कुम्भलगढ़ का किला
इसे वर्ष 2013 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट में जोड़ा गया था।
जैसलमेर का स्वर्ण महल
इसे वर्ष 2013 में यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया था।
रंथंबोर नेशनल पार्क और किला
इसे वर्ष यूनेस्को के द्वारा वर्ष 2013 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया गया था।
अमेर का किला
इसे 2013 में राजस्थान के कुम्भगढ़ किले के साथ वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की सूची में जोड़ा गया।
राजस्थान के महल जो अब मशहूर हेरिटेज होटल बन चुके हैं
यहाँ राजस्थान के उन प्रमुख महलों के नाम बताए जा रहे हैं जो अब होटल बन चुके हैं :
समोद पैलेस
यह महल अब एक लक्जरी होटल बना हुआ है और उनकी रॉयल स्वादिष्टता के लिए प्रसिद्ध है।
रांग महल
जैसलमेर में स्थित इस महल को एक बाह्यिकता होटल में बदला गया है और यह अपनी विशेष रंगीन आश्रयों के लिए प्रसिद्ध है।
नरेन्द्र भवन
बीकानेर के इस पूर्व राजमहल को एक होटल में बदला गया है और यह अपनी विशेषता के लिए जाना जाता है।
सामोद हावेली
यह विरासत हवेली अब एक लक्जरी होटल के रूप में उपयोग हो रही है और यह अपने प्राचीन सौंदर्य और विशेषता के लिए प्रसिद्ध है।
राजमहल पैलेस
जयपुर के इस महल को अब एक विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए होटल में बदला गया है, जो अपनी क्लासिक और मॉडर्न शैली के लिए जाना जाता है।
फैयूज महल
उदयपुर के लेक पैलेस में स्थित इस महल को होटल में बदला गया है और इसका एक हिस्सा है ‘लेक पैलेस’ होटल।
रांगनी वास पैलेस
छित्तौड़गढ़ में स्थित इस पूर्व राजमहल को एक होटल में बदला गया है और यह आपको विशेष अनुभव प्रदान करता है।
सारा कोटा हवेली
यह ऐतिहासिक हवेली अब एक आत्मनिर्भर होटल के रूप में फंग चुका है और वन्यजन संरक्षण के क्षेत्र में स्थित है।
नीमराणा फोर्ट पैलेस
यह फोर्ट पैलेस राजस्थान के इतिहास को एक नए रूप में प्रस्तुत करता है, जो अब लक्जरी होटल के रूप में उपयोग हो रहा है।
रामबाग पैलेस
जयपुर के इस पूर्व राजमहल को भी एक विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए होटल में बदला गया है और यह भूतपूर्व महाराजा के स्थानीय विरासत की छाया में अपने मेहमानों को आत्मीयता प्रदान करता है।
FAQs
उदयपुर का सिटी पैलेस
चोखोलाव महल राजस्थान के जोधपुर दुर्ग में स्थित है।
सुराणा हवेली को राजस्थान के दूसरे हवा महल के नाम से जाना जाता है।
आशा है, इस ब्लॉग में राजस्थान के महल से जुड़ी जानकारी मिल गई होगी जो आपको प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में मदद करेगी। यदि आपको यह ब्लॉग पसंद आया है, तो इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करें। राजस्थान जीके से जुड़ें ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।