प्राण निकलना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Pran Nikalna Muhavare Ka Arth) ‘प्राण छूटना’ या ‘बहुत पीड़ा होना’ होता है। जब किसी व्यक्ति की मृत्यु का समय नजदीक आता है या वह बहुत कष्ट में होता है तब प्राण निकलना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘प्राण निकलना मुहावरे का अर्थ’ (Pran Nikalna Muhavare Ka Arth) और इसके वाक्यों में प्रयोग के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
प्राण निकलना मुहावरे का अर्थ क्या है?
प्राण निकलना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Pran Nikalna Muhavare Ka Arth) ‘प्राण छूटना’ या ‘बहुत पीड़ा होना’ होता है।
प्राण निकलना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
प्राण निकलना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित हैं:-
- रात्रि के समय जंगल में जाने से सोहन के प्राण निकल जाते हैं।
- पुलिस का नाम सुनते ही अपराधियों के प्राण छूट गए।
- जब मैंने सुनील को डराया तो भय से उसके प्राण निकल गए।
- घर में तेंदुए को देखकर मेरे प्राण निकल गए।
- जब जंगली हाथी ने गांव में प्रवेश किया तो डर से लोगों के प्राण निकल गए।
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आशा है कि आपको, प्राण निकलना मुहावरे का अर्थ (Pran Nikalna muhavare ka arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।