क्या आप सोच रहे हैं Parmeshwar Mein Kaunsa Samas Hai? तो आपको बता दें कि परमेश्वर में कर्मधारय समास है। यह जानने से पहले कि कर्मधारय समास क्या होता है, यह जानते हैं कि समास किसे कहते हैं? अलग अर्थ रखने वाले दो शब्दों या पदों (पूर्वपद तथा उत्तरपद) के मेल से बना तीसरा नया शब्द या पद समास या समस्त पद कहलाता है तथा वह प्रक्रिया जिसके द्वारा ‘समस्त पद’ बनता है, समास-प्रक्रिया कही जाती है। Parmeshwar Mein Kaunsa Samas Hai यह तो आप जान गए हैं, आप इस ब्लॉग में आगे जानेंगे परमेश्वर का समास विग्रह, परमेश्वर में कर्मधारय समास क्यों है, कर्मधारय समास क्या होता है और साथ ही कर्मधारय समास के कुछ अन्य उदाहरण।
Parmeshwar Mein kaun Sa Samas Hai?
परमेश्वर में कर्मधारय समास है।
कर्मधारय समास क्या होता है?
कर्मधारय समास के दोनों पदों के बीच दो तरह के संबंध हो सकते हैं- विशेषण-विशेष्य तथा उपमेय-उपमान। वस्तुतः उपमान भी उपमेय की विशेषता बताने का ही कार्य करता है। वे समास जिसकाप्रथम पद विशेषण एवं द्वितीय पद विशेष्य होता है अथवा पूर्वपद और उत्तरपद में उपमान-उपमेय का संबंध माना जाता है, कर्मधारय समास कहलाता है। विशेषण-विशेष्य संबंध वाले कर्मधारय समास इस प्रकार हैं:
विशेषण | विशेष्य | समस्तपद | विग्रह |
नील | गाय | नीलगाय | नीली है जो गाय |
महा | आत्मा | महात्मा | महान है जो आत्मा |
भला | मानस | भलामानस | भला है जो मानस |
महा | देव | महादेव | महान है जो देव |
पर | नारी | परनारी | पराई है जो नारी |
उत्तम | पुरुष | पुरुषोत्तम | उत्तम है जो पुरुष |
परमेश्वर शब्द का समास विग्रह
‘परमेश्वर’ का समास विग्रह- ‘नीला है अम्बर जो’ अथवा ‘नीला अम्बर’ होता है।
द्विगु और कर्मधारय समास में अंतर
द्विगु समास तथा कर्मधारय समास में सबसे बड़ा अंतर यही है कि द्विगु समास का पूर्वपद संख्यावाची विशेषण होता है जबकि कर्मधारय समास का पूर्वपद विशेषण हो सकता है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि द्विगु समास का उत्तरपद किसी समूह का बोध कराता है। यदि विग्रह करते समय उत्तरपद के साथ समूह या समाहार शब्द का प्रयोग नहीं किया गया हो तो पूर्वपद संख्यावाची होते हुए भी यह कर्मधारय समास कहलाएगा।
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FAQs
दोनों पदों में विभक्ति समान होती है।
नीलकमल – नीला है जो कमल।
तत्पुरुष समास।
बहुव्रीहि समास है।
उम्मीद है कि Parmeshwar Mein Kaunsa Samas Hai आपको समझ आया होगा। यदि आप समास के अन्य प्रश्नों से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ना चाहते हैं तो Leverage Edu के साथ बने रहें।